नई दिल्ली:
कहने को कोई बीमारी छोटी नहीं होती, पर नवीनतम तकनीक के साथ सही डॉ. मिले तो फिर हर बीमारी को मात दी जा सकती है. कुछ ऐसा ही घुटनों और हिप की ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी के जरिए डॉ. अनिल अरोड़ा ने नया कीर्तिमान बनाया और अपना नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज करवा लिया. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से लूसिया सिनिगागलेसि व उनकी टीम की मौजूदगी में डॉ. अनिल अरोड़ा और उनकी टीम ने "लार्जेस्ट गैदरिंग ऑफ़ जॉइंट रिप्लेसमेंट" का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया. ये आयोजन पूर्वी दिल्ली के यमुना स्पोर्ट्स क्लब में किया गया. इसमें तकरीबन 200 मरीजों ने भाग लिया, जो चलने फिरने के लायक डॉ. अरोड़ा की सर्जरी के बाद हुए. इन सबने दौड़, स्पून रेस, नृत्य जैसी गतिविधि में भाग लेकर साबित किया की अब सामान्य जिंदगी गुजर-बसर कर रहे हैं.
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डॉ. अनिल अरोड़ा ग्लोबल ऑर्थो में चीफ सर्जन होने के साथ-साथ मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ऑफ़ ज्वाइंट रिप्सलेसमेंट इंस्टीट्यूट पटपड़गंज के यूनिट हेड और वरिष्ठ निदेशक हैं. साथ ही, ग्लोबल नी और हिप फाउंडेशन के चेयरमैन भी. डॉ. अरोड़ा ने बताया की हमारे देश में आम आदमी के दिमाग में गलत धारणा है की ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी ज्यादातर सफल नहीं रहती, जबकी मेरे ठीक किए गए मरीज इस धारणा को झुठलाते हैं.
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वर्ष 1988 से इस काम को करते हुए हजारों मरीजों को ठीक किया पर आज वो मरीज यहां हैं, जिनको सभी जगहों से नाउम्मीदी हाथ लगी थी और ये सभी केस काफी क्रिटिकल थे.
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