दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR Weather) में इस बार मौसम ने ऐसा रंग दिखाया कि लोग हैरान रह गए. जाहिर सी बात है कि इस बार जनवरी में ही लोगों को गर्मी का अहसास होने लगा है. जहां महीने के शुरुआती दिनों में दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ रही थी, लेकिन पिछले कुछ दिनों में मौसम ने ऐसी पलटी मारी कि अब कड़ी धूप निकल रही है. अब आलम ये है कि दिल्ली की तेज धूप ने लोगों को सर्दी के मौसम में ही गर्मा का अहसास करा दिया. दिल्ली में इन दिनों इतनी तेज धूप निकल रही है कि लोगों को अपने मोटे ऊनी कपड़े उतारने पड़ जा रहे हैं. आमतौर पर दिल्ली में जनवरी के महीने में सर्दी चरम पर होती है, ऊपर से शीतलहर मौसम को और बेदर्द बना देती है. मगर इन दिनों मौसम का जो हाल है, उसे देख ऐसा लगेगा जैसे सर्दी गुजरे जमाने की बात हो गई. बारिश के बाद भी मौसम इस बार उतना सर्द नहीं हुआ जितना कि आमतौर पर होता है.
बारिश का अलर्ट
दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में 3 और 4 फरवरी के बीच बारिश की संभावना जताई गई है. इस दौरान तापमान में हल्की गिरावट आने की उम्मीद जरूर है, जिससे ठंड और भी बढ़ जाएगी. उत्तर भारत में दिल्ली के अलावा पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी बारिश के आसार जताए जा रहे हैं. हालांकि, दिन में हल्की धूप निकलने के बावजूद ठंड का असर लोगों को परेशान करेगा. बुधवार को न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से दो डिग्री सेल्सियस कम है. IMD के मुताबिक गुरुवार की सुबह दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में हल्का कोहरा और धुंध छाए रहने का अनुमान है. वहीं कई जगहों पर मध्यम कोहरा देखा जा सकता है. आईएमडी के मुताबिक रात में भी धुंध और कोहरा छाए रहने का अनुमान है. दिल्ली में गुरुवार को अधिकतम 26 डिग्री और न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है.
सर्दी में गर्मी का अहसास क्यों
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम ऐसा अजीब रंग दिखा रहा है. 9 सालों में दिल्ली में इस बार काफी हल्की सर्दी पड़ी. हालांकि गौर करने वाली बात ये है कि दिल्ली में 27 दिसंबर से 20 जनवरी के बीच कड़ाके की सर्दी पड़ती है, जिसमें मौसम का सबसे कम सामान्य तापमान होता है. इस दौरान, अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम होता है, और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है. जबकि अबकी बार इस दौरान रातें गर्म रहीं और औसत न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. जो सामान्य से दो डिग्री अधिक है, साल 2015-16 की सर्दी के बाद ऐसा हुआ है.
पहाड़ों पर भी बढ़ा तापमान
इस बार मैदानी इलाकों की तरह ही पहाड़ों में सर्दी के मौसम में तापमान अधिक दर्ज किया गया है. हिमाचल प्रदेश में इस बार कम बारिश और बर्फबारी के कारण तापमान में बढ़ोतरी हुई है. कई इलाके ऐसे हैं जहां औसत से कम बर्फबारी हुई है. इसके कारण भी पहाड़ी इलाकों और मैदानी इलाकों में ठंड कम हुई है. उधर,कश्मीर में सर्दियों का सबसे ठंडा दौर कहलाने वाला 40 दिन का चिल्लेकलां 31 जनवरी को शुष्क मौसम के साथ समाप्त होने जा रहा है क्योंकि मौसम ने इस महीने बर्फबारी की कोई संभावना नहीं जताई है. हिमाचल प्रदेश में जनवरी के शुरुआती दिनों में अटल टनल के दोनों छोर सहित पहाड़ी पर बर्फबारी हुई. वहीं शिमला रिज मैदान, संजौली, कुफरी और नरकंडा में बर्फ गिरी. लेकिन अब राज्य में तापमान अधिक होने के कारण कई जगहों पर ग्लेशियर पर जमी बर्फ भी पिघलने लगी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं