Delhi Weather: पिछले कई दिनों से प्रचंड गर्मी झेल रहे दिल्ली-एनसीआर में बुधवार की शाम मौसम ने अचानक करवट ली. तेज हवाओं और धूल भरी आंधी (Dust Storm) से चारों ओर धूल की चादर फैल गई. हालांकि इससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली. धूल भरी आंधी के साथ-साथ बारिश भी होने की संभावना जताई जा रही है. इससे पहले मंगलवार को भी राजधानी में थोड़ी बूंदाबांदी हुई थी लेकिन उससे गर्मी से राहत ना के बराबर ही मिली थी. दिल्ली से सटे नोएडा में भी धूल भरी आंधी चलने की वजह से लोगों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि गार्मी से राहत जरूर मिली. धूल भरी आंधी की वजह से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर विमानों के परिचालन पर भी असर पड़ा और सेवाओं को थोड़ी देर के लिए रोका गया था. हालांकि कुछ समय बाद सेवाएं फिर से बहाल कर दी गई.
मौसम विभाग में उत्तर क्षेत्र की पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया था कि दक्षिण पश्चिमी हवाओं और पश्चिमी विक्षोभ के संयुक्त प्रभाव की वजह से मंगलवार से ही दिल्ली-एनसीआर और राजस्थान के कुछ इलाकों में तेज हवाओं और हल्की बारिश का दौर शुरू हो चुका है. इसके कारण अगले दो दिनों में धूल भरी हवाओं और हल्की फुल्की बारिश के साथ तापमान में चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जायेगी.
Heavy dust storm hits Janpath Road and India Gate, in Delhi. pic.twitter.com/WqiYvZq8Kq
— ANI (@ANI) June 12, 2019
स्काईमेट ने कहा है कि आगे तेज बारिश हो सकती है, कुछ इलाकों में तो जबरदस्त बारिश की संभावना है.
Dust storm hits Delhi; Skymet Weather says "intense rains ahead, expect some parts to see heavy showers as well." pic.twitter.com/tozHQSoG2Y
— ANI (@ANI) June 12, 2019
उल्लेखनीय है कि दिल्ली एनसीआर (Delhi-NCR) क्षेत्र में सोमवार को अब तक का सर्वाधिक 48 डिग्री और राजस्थान के चुरू में 50 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था. मौसम विभाग में उत्तर क्षेत्र की पूर्वानुमान इकाई के प्रमुख वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों के तापमान में मंगलवार से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जायेगी.
क्या कहता है मानसून?
केरल में दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय होने के बीच राज्य में कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हुई. भारी बारिश से तटीय क्षेत्रों में पेड़ उखड़ गए और घर क्षतिग्रस्त हुए. भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा कि एर्नाकुलम जिले के पीरावम में सर्वाधिक 14 सेंटीमीटर बारिश हुई. इसके अलावा, अलपुझा, चेरथला और नेदुमांगद में 11-11 सेंटीमीटर बारिश हुई. आईएमडी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राज्य में एक या दो स्थानों पर 16 जून की सुबह तक भारी बारिश (7-11 सेंटीमीटर) होने की बहुत संभावना है. इसमें कहा गया कि लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल और कर्नाटक तट में 40-50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं और मछुआरों को इन इलाकों में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. तटीय इलाकों में दस से अधिक घरों को नुकसान पहुंचा है और कई जिलों में पेड़ उखड़ने की खबरें हैं. मानसून की बारिश से सोमवार को राज्य में तीन लोगों की मौत हो गई थी.
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