जाली नोटो का काला-कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार नेपाली मूल के असलम अंसारी से जब्त साढ़े पांच लाख के जाली नोट की जांच अभी पूरी भी नहीं हुई है कि गुरुवार को नई दिल्ली जिला पुलिस एक युवक को जाली भारतीय मुद्रा के साथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार युवक छत्तीसगढ़ का रहने वाला है. नई दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त ईश सिंघल ने आईएएनएस को बताया, 'गिरफ्तार युवका का नाम जुगेश्वर राम (23) है. जुगेश्वर मूलत: श्रीकोट गांव, जिला बलरामपुर, छत्तीसगढ़ का रहने वाला है. उसके पास से 15 हजार रुपये से ज्यादा की जाली मुद्रा जब्त हुई है.'
डीसीपी ने आगे बताया, "इस सिलसिले में नई दिल्ली जिले के बाराखम्भा रोड थाने में मामला दर्ज किया गया है. जब्त नोट 100 रुपये और 200 रुपये के हैं.' घटनाक्रम के मुताबिक, 29 अगस्त को चंदन महतो नामक ऑटो ड्राइवर ने जुगेश्वर को सवारी के रूप में बैठाया था. उतरते वक्त जब जुगेश्वर ने भाड़ा दिया तो नोट देखकर चंदन महतो को जुगेश्वर पर शक हुआ. चंदन ने जब नोट दूसरा देने को कहा तो जुगेश्वर मौके से बिना किराया दिए भाग खड़ा हुआ. ऑटो रिक्शा चालक का शोर सुनकर आसपास मौजूद हवलदार विजय, सिपाही थानी राम ने कुछ दूर तक पीछा करके संदिग्ध को पकड़ लिया. तलाशी के दौरान जुगेश्वर के पास से करीब 15 हजार रुपये मूल्य के जाली नोट मिले.
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डीसीपी ईश सिंघल के मुताबिक, 'जुगेश्वर ने बताया कि वह कम्प्यूटर एप्लीकेशन में डिप्लोमा होल्डर है. उसे ठाठ-बाट से रहने का शौक है. नौकरी कर रहा था, उसे छोड़ दिया. इसके बाद उसने टीवी पर चलने वाले एक क्राइम शो से जाली नोट बनाने का आइडिया लिया. आइडिया को अमली जामा पहनाने के लिए जुगेश्वर ने एक पुराने कम्प्यूटर और स्कैनर का जुगाड़ किया. इसके बाद उसने जाली नोट खुद ही छापने शुरू कर दिए.' पकड़े गए जुगेश्वर के तार कहीं किसी अंतर्राष्ट्रीय जाली नोट तस्कर गिरोह से तो नहीं जुड़े हैं, पुलिस इसकी तस्दीक करने में फिलहाल जुटी हुई है.
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