
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
- शहर के अनेक इलाकों में कूड़े के ढेर लगे
- साकेत में मरे हुए जानवर तक सड़क किनारे पड़े
- डिफेंस कॉलोनी, बीआरटी रोड, प्रेस एनक्लेव रोड पर भी भारी गंदगी
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नई दिल्ली:
दिल्ली में चिकनगुनिया और डेंगू दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है. सफ़ाई व्यवस्था बदहाल है. आलम यह है कि कूड़े के ढेर शहर के पॉश इलाकों में भी आम नजारा हैं. ऐसे में लोगों का सवाल है कि ऐसे वक्त में कहां है केजरीवाल?
लोगों का कहना है कि दिल्ली की जनता के साथ धोखा हुआ है. अगर सरकार दावा कर रही है कि वह लोगों के साथ है तो नजर क्यों नहीं आती. दिल्ली की नाराजगी साफ दिखाई देती है. जिस सरकार को भारी बहुमत के साथ जिताया, इस वादे पर कि सरकार हर वक्त उनकी सेवा में रहेगी, न तो आज उस सरकार का पता है और न ही उसके कारिंदों का. ऐसे में लोगों का गुस्सा जायज है.
दिल्ली के पॉश इलाकों में से एक है साकेत इलाका. डेंगू और चिकनगुनिया से दिल्ली वैसे ही बेहाल है. ऐसे में कूड़ा-कचरा तो छोड़िए साकेत में मरे हुए जानवर तक सड़क किनारे पड़े हैं. इस इलाके में दो अस्पताल हैं और एक आलीशान मॉल भी हैं. लेकिन गंदगी हटाने वाला कोई नहीं. डिफेंस कॉलोनी, बीआरटी रोड, प्रेस एनक्लेव रोड, ग्रीन पार्क मार्केट, हौज खास और अरबिंदो प्लेस जैसे पॉश इलाकों में भी कूड़े के ढेर लगे हैं.
लोगों का कहना है कि चुनाव के नाम पर दिल्ली की जनता के साथ धोखा हुआ है. चुनाव से पहले घर-घर जाकर वोट मांगने वाली सरकार कहीं नजर नहीं आ रही.
दिल्ली चिकनगुनिया और डेंगू की जद में है. शहर मानो कूड़े का ढेर बना पड़ा है. ऐसे में लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. घर-घर जाकर लोगों के पैर छूकर वोट मांगने वाले अरविंद केजरीवाल से लोगों का यही सवाल है कि मुसीबत के इस वक्त में कहां है दिल्ली सरकार और कहां है उनका मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल?
लोगों का कहना है कि दिल्ली की जनता के साथ धोखा हुआ है. अगर सरकार दावा कर रही है कि वह लोगों के साथ है तो नजर क्यों नहीं आती. दिल्ली की नाराजगी साफ दिखाई देती है. जिस सरकार को भारी बहुमत के साथ जिताया, इस वादे पर कि सरकार हर वक्त उनकी सेवा में रहेगी, न तो आज उस सरकार का पता है और न ही उसके कारिंदों का. ऐसे में लोगों का गुस्सा जायज है.
दिल्ली के पॉश इलाकों में से एक है साकेत इलाका. डेंगू और चिकनगुनिया से दिल्ली वैसे ही बेहाल है. ऐसे में कूड़ा-कचरा तो छोड़िए साकेत में मरे हुए जानवर तक सड़क किनारे पड़े हैं. इस इलाके में दो अस्पताल हैं और एक आलीशान मॉल भी हैं. लेकिन गंदगी हटाने वाला कोई नहीं. डिफेंस कॉलोनी, बीआरटी रोड, प्रेस एनक्लेव रोड, ग्रीन पार्क मार्केट, हौज खास और अरबिंदो प्लेस जैसे पॉश इलाकों में भी कूड़े के ढेर लगे हैं.
लोगों का कहना है कि चुनाव के नाम पर दिल्ली की जनता के साथ धोखा हुआ है. चुनाव से पहले घर-घर जाकर वोट मांगने वाली सरकार कहीं नजर नहीं आ रही.
दिल्ली चिकनगुनिया और डेंगू की जद में है. शहर मानो कूड़े का ढेर बना पड़ा है. ऐसे में लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है. घर-घर जाकर लोगों के पैर छूकर वोट मांगने वाले अरविंद केजरीवाल से लोगों का यही सवाल है कि मुसीबत के इस वक्त में कहां है दिल्ली सरकार और कहां है उनका मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल?
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