
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली सरकार राष्ट्रीय राजधानी के उन छात्रों को वापस लाने के प्रबंध कर रही है जो लॉकडाउन की वजह से राजस्थान के कोटा में फंसे हैं. एक सरकारी पदाधिकारी ने कहा कि सरकार ने कोटा से छात्रों को वापस लाने के तौर-तरीकों पर काम शुरू कर दिया है और परिवहन विभाग इस उद्देश्य के लिये निजी बस संचालकों के संपर्क में है. केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली सरकार कोटा में फंसे दिल्ली के छात्रों को जल्द वापस लाने के लिए प्रबंध कर रही है.' दिल्ली सरकार के अधिकारी छात्रों को वहां से निकालने के मुद्दे पर अपने राजस्थान के समकक्षों के संपर्क में हैं और चर्चा कर रहे हैं. दिल्ली के वहां फंसे छात्रों की सूची तैयार की जा रही है. अधिकारियों ने कहा कि ऐसे छात्रों की संख्या करीब एक हजार है.
ऑल इंडिया लग्जरी बस असोसिएशन के अध्यक्ष श्यामलाल गोला ने दावा किया कि दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने उनसे बसों की मांग की है. गोला ने कहा, 'हमसे शुक्रवार सुबह तक 30 बसें तैयार करने को कहा गया है. बसों को सैनिटाइज किया जा रहा है, लेकिन सरकार को यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि बस कर्मियों की सुरक्षा के लिये पर्याप्त कदम उठाए जाएंगे.'
दिल्ली में चलने वाली दिल्ली परिवहन निगम और क्लस्टर बसे सीएनजी पर चलती हैं जो बिना ईंधन भरवाए ज्यादा दूरी तय नहीं कर सकतीं. इसलिए निजी बस संचालकों की सेवा की जरूरत पड़ रही है. छात्रों के अभिभावकों द्वारा अनुरोध किये जाने के अलावा दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने भी केजरीवाल को पत्र लिखकर कोटा में फंसे दिल्ली के छात्रों को जल्द वापस लाने की मांग की थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं