दिल्ली के अनाज मंडी में लगी भीषण आग में 43 लोगों की मौत के बाद अब इस घटना को लेकर राजनीति तेज हो गई है. केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस पूरी घटना को लेकर दिल्ली सरकार पर निशाना साधा है. NDTV से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि मैं उस जगह पर गया हूं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, वहां पर जाकर रोना आता है. छोटी- छोटी सी गलियां हैं तारे ऐसी लटक रही हैं कि अगर कोई पतंग उड़ा रहा हो और तार में उसकी डोर फस जाए तो शॉर्ट सर्किट हो जाएगा. उन्होंने सवाल उठाए कि एक छोटी सी जगह पर फैक्ट्री चल रही है उसमें 50 लोग रह रहे हैं और इसकी जानकारी किसी को नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि अब छोड़िए कि उसमें किसकी गलती क्या है. मैं सिंपल सवाल पूछता हूं अगर दिल्ली सरकार में या किसी भी सरकार में फायर डिपार्टमेंट है इंडस्ट्री डिपार्टमेंट है और लेबर डिपार्टमेंट है तो यह कैसे हो सकता है कि वहां पर कोई भी एप्लीकेशन नहीं है जिसमें नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दिया गया हो. आप सरकार कह रही हैं कि इसमें मेरी गलती नहीं है, किसी भी चीज में उनकी गलती नहीं होती है प्रदूषण में उनकी गलती नहीं होती है, गंदे पानी पर उनकी कोई गलती नहीं है.
सवाल यह नहीं है कि यह बिल्डिंग लीगल है या नहीं. यह बिल्डिंग स्पेशल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कवर है. लेकिन फायर डिपार्टमेंट को जाकर देखना था ना कि वहां पर आग लगने के क्या खतरे हैं. केवल यही नहीं आप दिल्ली घूमिए सैकड़ों जगह आपको ऐसी इमारते मिलेंगी जहां पर आग लगने का खतरा तय है. मैंने पहले ही कहा है कि जब भी आग की बड़ी घटनाएं होती है, इसके तुरंत बाद आप जांच टीम गठित करते हो लेकिन सवाल यह है कि आप ऐसी घटनाओं से सीखते क्या हो? .
उन्होंने कहा कि मैं ब्लेम गेम नहीं कर रहा हूं अगर जांच में निकलता है कि किसी और की गलती है तो उसे खिलाफ कार्रवाई करो लेकिन एक चीज जो आंखों को सामने नजर आ रही है कि तारे यू लटक रही हैं नीचे बच्चे घूम रहे हैं, कहीं स्पार्क हो गया कहीं कोई दुर्घटना हो गई, उसी की मैं बात कर रहा हूं इसमें कोई पॉलिटिकल टाइम स्कोरिंग नहीं है. NDTV ने उनसे पूछा कि क्या MCD की कोई ज़िम्मेदारी नहीं है? इसपर हरदीप पूरी ने जवाब दिया कि नगर निगम के लोग शुक्रवार को वहां पर सीलिंग के लिए गए थे.
शुक्रवार को क्यों गए उनको क्या कोई आभास था कि कुछ होने वाला है उस चीज़ को छोड़िए जांच होने दीजिए. मैं यह नहीं कह रहा हूं कि एमसीडी को दोष दो या ना दो या डीडीए को आरोप लगाओ या ना लगाओ. वहां 5 मंजिला बिल्डिंग बनी हुई है वह स्पेशल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कवर हो रही है. लेकिन मैं यह कह रहा हूं कि जब भी ऐसी कोई दुर्गघटना होती है तो हम छोटी-छोटी बातों को लेकर बैठ जाते हैं. अरे बड़ी तस्वीर देखो. कल मैंने जो भी कहा वह ब्लेम गेम नहीं था.
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