दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली एमसीडी चुनाव में वोटिंग के लिए अब एक हफ्ता ही बचा है. ऐसे में दिल्ली की राजौरी गार्डन सीट पर उपचुनाव हुआ और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी की जमानत तक जब्त हो गई. पिछले चुनाव में आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी जरनैल सिंह ने भारी मतों के अंतर से जीत हासिल की थी. इस बार पार्टी के प्रत्याशी की अप्रत्याशित हार हुई है.
पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जहां एक ओर कहा कि इस हार को दिल्ली एमसीडी चुनावों का ट्रेलर न समझा जाए. उन्होंने अभी भी उम्मीद जताई है कि वह एमसीडी चुनावों में अच्छा रिजल्ट देंगे. लेकिन, इन सबके बीच वह चुनाव आयोग भी पहुंच गए हैं और दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी से मिलकर एमसीडी चुनावों को टालने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की एक टिप्पणी को आधार बनाया है.
दरअसल EVM मशीनों में VVPAT (वोटर वैरिफिकेशन पेपर आडिट ट्रे- पेपर स्लिप) के इस्तेमाल करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. जानकारी के लिए बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में EVM को लेकर उठ रहे सवालों के बीच कांग्रेस के बड़े नेता और बड़े वकील पी चिदंबरम, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, आनंद शर्मा आदि विरोध में पैरवी कर रहे हैं. चिदंबरम ने कोर्ट में कहा कि 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि EVM मशीनों में VVPAT (वोटर वैरिफिकेशन पेपर आडिट ट्रे- पेपर स्लिप ) के इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट के इसी आदेश को सहारा बनाकर चुनाव अधिकारी के दरबार में पहुंचे और दिल्ली के एमसीडी चुनाव को दो महीने टालने की मांग की. अब इस बात को आधार बनाकर बीजेपी ने फिर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. पार्टी के दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट कर कहा है कि 'अरविंद केजरीवाल जी बीजेपी की राजौरी गार्डन सीट की जीत के बाद थरथर कांप रहे हैं. लगता है कि रात को सपने में भी मोदी जी आते होंगे अब तो.'
बता दें कि बग्गा पहले ही कह चुके हैं कि एमसीडी चुनावों में मिलने वाली भारी हार के अंदेशे के चलते अरविंद केजरीवाल पहले से ईवीएम के बहाने बचने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि जब पार्टी को 2014 और 2015 में दिल्ली में जीत मिली तब भी चुनाव ईवीएम पर हुए थे. तब ईवीएम सही थी आज हार गए हैं तो ईवीएम पर ठीकरा फोड़ रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल ने ईवीएम में कथित गड़बड़ी को आधार बनाते हुए दिल्ली के एमसीडी चुनाव बैलेट पेपर पर कराने की मांग की है. इस मांग को चुनाव आयोग ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है. वहीं चुनाव आयोग भी स्पष्ट रूप से कई मौकों पर कह चुका है कि ईवीएम टैंपर प्रूफ है. हाल ही खबरें आई की चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की ओर से ईवीएम पर दी गई चुनौती स्वीकार कर ली है और जल्द ही ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों को धता बताने के लिए अपने सामने उन्हें ईवीएम सौंपेगी ताकि अरविंद केजरीवाल और पार्टी यह साबित करे कि ईवीएम से छेड़छाड़ हो सकती है.
पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जहां एक ओर कहा कि इस हार को दिल्ली एमसीडी चुनावों का ट्रेलर न समझा जाए. उन्होंने अभी भी उम्मीद जताई है कि वह एमसीडी चुनावों में अच्छा रिजल्ट देंगे. लेकिन, इन सबके बीच वह चुनाव आयोग भी पहुंच गए हैं और दिल्ली के मुख्य चुनाव अधिकारी से मिलकर एमसीडी चुनावों को टालने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की एक टिप्पणी को आधार बनाया है.
दरअसल EVM मशीनों में VVPAT (वोटर वैरिफिकेशन पेपर आडिट ट्रे- पेपर स्लिप) के इस्तेमाल करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. जानकारी के लिए बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में EVM को लेकर उठ रहे सवालों के बीच कांग्रेस के बड़े नेता और बड़े वकील पी चिदंबरम, कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, आनंद शर्मा आदि विरोध में पैरवी कर रहे हैं. चिदंबरम ने कोर्ट में कहा कि 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि EVM मशीनों में VVPAT (वोटर वैरिफिकेशन पेपर आडिट ट्रे- पेपर स्लिप ) के इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट के इसी आदेश को सहारा बनाकर चुनाव अधिकारी के दरबार में पहुंचे और दिल्ली के एमसीडी चुनाव को दो महीने टालने की मांग की. अब इस बात को आधार बनाकर बीजेपी ने फिर अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. पार्टी के दिल्ली प्रदेश प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने एक ट्वीट कर कहा है कि 'अरविंद केजरीवाल जी बीजेपी की राजौरी गार्डन सीट की जीत के बाद थरथर कांप रहे हैं. लगता है कि रात को सपने में भी मोदी जी आते होंगे अब तो.'
. @ArvindKejriwal जी भाजपा की राजौरी गार्डन की जीत के बाद थर थर कांप रहे है । लगता है रात को सपने में भी मोदी जी आते होंगे अब तो । https://t.co/KCG2n1K0om
— Tajinder Pal S Bagga (@TajinderBagga) April 14, 2017
बता दें कि बग्गा पहले ही कह चुके हैं कि एमसीडी चुनावों में मिलने वाली भारी हार के अंदेशे के चलते अरविंद केजरीवाल पहले से ईवीएम के बहाने बचने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि जब पार्टी को 2014 और 2015 में दिल्ली में जीत मिली तब भी चुनाव ईवीएम पर हुए थे. तब ईवीएम सही थी आज हार गए हैं तो ईवीएम पर ठीकरा फोड़ रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल ने ईवीएम में कथित गड़बड़ी को आधार बनाते हुए दिल्ली के एमसीडी चुनाव बैलेट पेपर पर कराने की मांग की है. इस मांग को चुनाव आयोग ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है. वहीं चुनाव आयोग भी स्पष्ट रूप से कई मौकों पर कह चुका है कि ईवीएम टैंपर प्रूफ है. हाल ही खबरें आई की चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की ओर से ईवीएम पर दी गई चुनौती स्वीकार कर ली है और जल्द ही ईवीएम से छेड़छाड़ के आरोपों को धता बताने के लिए अपने सामने उन्हें ईवीएम सौंपेगी ताकि अरविंद केजरीवाल और पार्टी यह साबित करे कि ईवीएम से छेड़छाड़ हो सकती है.
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