फाइल फोटो
नई दिल्ली:
पार्टी में दरार की अटकलों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आप के सभी विधायकों और उनके परिवार के लोगों के लिए रात्रि भोज का आयोजन किया. पार्टी विधायकों ने रात्रि भोज को मुख्यमंत्री की तरफ से आयोजित सामान्य स्नेह मिलन समारोह बताया लेकिन कहा कि नेतृत्व संदेश देना चाहता है कि सभी विधायकों से अच्छे संपर्क हैं. समझा जाता है कि विधायकों ने केजरीवाल को अपने समर्थन का संकल्प जताया. बर्खास्त मंत्री कपिल मिश्रा के आरोप के बाद यह रात्रि भोज दिया गया है. मिश्रा ने आरोप लगाए थे कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने मुख्यमंत्री को दो करोड़ रुपये दिए थे.
पिछले 15 दिन से कई ममलों में उलझी पार्टी
हाल फिलहाल पिछले 15 दिन से आम आदमी पार्टी एक के बाद एक कई मामलों में उलझी हुई है. एमसीडी चुनाव में मिली पराजय के बाद तो पार्टी लगातार खबरों में है. शुरुआत कुमार विश्वास और आप विधायक अमानतुल्ला खान के विवाद से हुई. अमानतुल्ला ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया था कि विश्वास बीजेपी की शह पर पार्टी को तोड़ना चाहते हैं. विश्वास ने इसे अपनी छवि खराब करने का हथकंडा बताया और अमानतुल्ला के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की. तब केजरीवाल के साथ हुए समझौते के अनुसार अमानतुल्ला खान को पार्टी के विभिन्न पदों से हटा दिया गया, लेकिन साथ ही केजरीवाल के प्रति वफादारी के एवज में क्षतिपूर्ति के रूप में उन्हें दिल्ली विधानसभा के कई कमेटियों में शामिल कर लिया गया.
कपिल मिश्रा की बर्खास्ती के बाद बुरी तरह फंसी पार्टी
केजरीवाल ने कपिल मिश्रा को इस घटना के सात दिन बाद मंत्री पद से हटा दिया. लेकिन उन्होंने कुमार विश्वास के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि कहा जाता है कि दोनों के बीच काफी पुराने पारिवारिक रिश्ते हैं और वह एक प्रसिद्ध नेता को बर्खास्त करने वाले के रूप में नहीं दिखना चाहते थे. हालांकि कपिल मिश्रा एक के बाद कई आरोप लगाकर पार्टी की छवि को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पिछले 15 दिन से कई ममलों में उलझी पार्टी
हाल फिलहाल पिछले 15 दिन से आम आदमी पार्टी एक के बाद एक कई मामलों में उलझी हुई है. एमसीडी चुनाव में मिली पराजय के बाद तो पार्टी लगातार खबरों में है. शुरुआत कुमार विश्वास और आप विधायक अमानतुल्ला खान के विवाद से हुई. अमानतुल्ला ने सार्वजनिक रूप से आरोप लगाया था कि विश्वास बीजेपी की शह पर पार्टी को तोड़ना चाहते हैं. विश्वास ने इसे अपनी छवि खराब करने का हथकंडा बताया और अमानतुल्ला के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की. तब केजरीवाल के साथ हुए समझौते के अनुसार अमानतुल्ला खान को पार्टी के विभिन्न पदों से हटा दिया गया, लेकिन साथ ही केजरीवाल के प्रति वफादारी के एवज में क्षतिपूर्ति के रूप में उन्हें दिल्ली विधानसभा के कई कमेटियों में शामिल कर लिया गया.
कपिल मिश्रा की बर्खास्ती के बाद बुरी तरह फंसी पार्टी
केजरीवाल ने कपिल मिश्रा को इस घटना के सात दिन बाद मंत्री पद से हटा दिया. लेकिन उन्होंने कुमार विश्वास के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की क्योंकि कहा जाता है कि दोनों के बीच काफी पुराने पारिवारिक रिश्ते हैं और वह एक प्रसिद्ध नेता को बर्खास्त करने वाले के रूप में नहीं दिखना चाहते थे. हालांकि कपिल मिश्रा एक के बाद कई आरोप लगाकर पार्टी की छवि को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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