मेजर निखिल हांडा को मेरठ के कैंट इलाके से गिरफ्तार किया था
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस की ने दावा किया कि उसने मेजर निखिल हांडा को मेरठ के कैंट इलाके से गिरफ्तार किया, लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर मेजर निखिल हांडा मेजर अमित द्विवेदी के पत्नी की हत्या के बाद मेरठ कैंट इलाके में ही क्यों गया. सूत्रों के मुताबिक मेजर हांडा एक बेहद शातिर इंसान है, शनिवार दोपहर उसने पूरी प्लानिंग के तहत शैलजा की हत्या की और उसके बाद उसने वारदात वाली जगह के अपनी कार से 1-2 चक्कर और लगाए, जब उसने देखा कि मौका-ए-वारदात पर एक पीसीआर वैन पहुंच गई है तब वो दूर से ही अपनी कार से भाग गया.
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इसके बाद आरोपी मेजर हांडा बेस अस्पताल में अपनी पत्नी और बच्चे से मिला. उसने पत्नी को बताया कि कार के नीचे कुत्ता आ गया था, जिससे कार में खून लग गया है. उसके बाद वह दिल्ली के पटेल नगर इलाके में एक लड़की को फ़ोन कर बताया कि उसने शैलजा की हत्या कर दी है. फिर वो अपने घर साकेत गया, वहां नहाने के बाद उसने कपड़े बदले और फिर दिल्ली में ही अपनी कार साफ करवाने के बाद वो एक वकील से मिला और कानूनी पहलुओं पर चर्चा की. इसके बाद मेजर हांडा अपने छोटे भाई के साथ अक्षरधाम मंदिर तक गया.
यहां छोटे भाई से उसने 20 हज़ार रुपये लिए और उसे हत्या के बारे में बताया फ़िर छोटे भाई को वहीं उतार दिया और वो मेरठ की तरफ चल दिया. गाज़ियाबाद के आगे टोल पर उसने एक दो बार यूटर्न लिए जिससे पुलिस को चकमा दिया जा सके, लेकिन वो सारी तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हो गई.
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सूत्रों के मुताबिक, उसके बाद मेजर निखिल सीधा मेरठ कैंट इलाके ही गया, क्योंकि वो मेरठ में 3 साल तक तैनात रहा है. वो अफसर मेस में जाकर रुक गया और उसे लगा कि ये जगह उसके लिए सुरक्षित है, क्योंकि पुलिस यहां नहीं घुस सकती लेकिन बीच-बीच में वो अपना मोबाइल ऑन कर इंटरनेट कॉल करता रहा, जिससे उसकी सही लोकेशन मिलती रही.
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अब उसकी गिरफ्तारी को लेकर कई कयास हैं, हालांकि पुलिस ने अब तक साफ नहीं किया है कि उसे किन हालात में पकड़ा गया. पहली जानकारी ये है कि मेजर हांडा को लगा कि अगर उसे मिलिट्री पुलिस पकड़ती है तो शायद वो कुछ समय के लिए सिविल पुलिस की कड़ी कार्रवाई से बच जाए. उसे मेरठ में कई अफसर जानते हैं क्योंकि वो वहां लंबे समय तक तैनात रहा है. इसलिए उसे लगा कि वो यहां सुरक्षित रहेगा. दिल्ली में पत्रकार लगातार दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को फ़ोन कर रहे थे और अधिकारी बार-बार ये कह रहे थे कि कुछ समय और दे दो. ऐसे में सवाल ये है कि क्या पुलिस उसका पीछा कर रही थी या सेना के अधिकारियों से बात कर अफसर मेस में रूके निखिल को अपनी हिरासत मे लेने की कोशिश कर रही थी.
दूसरी जानकारी ये मिली है कि पुलिस ने अफसर मेस के पास हांडा की होंडा सिटी कार को देख लिया था. पुलिस सिविल यूनिफ़ॉर्म में कार के पास रही और जैसे ही हांडा मेरठ के कार मार्किट में अपनी कार को बेचने के लिए बाहर निकला उसे पकड़ लिया गया.
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इसके बाद आरोपी मेजर हांडा बेस अस्पताल में अपनी पत्नी और बच्चे से मिला. उसने पत्नी को बताया कि कार के नीचे कुत्ता आ गया था, जिससे कार में खून लग गया है. उसके बाद वह दिल्ली के पटेल नगर इलाके में एक लड़की को फ़ोन कर बताया कि उसने शैलजा की हत्या कर दी है. फिर वो अपने घर साकेत गया, वहां नहाने के बाद उसने कपड़े बदले और फिर दिल्ली में ही अपनी कार साफ करवाने के बाद वो एक वकील से मिला और कानूनी पहलुओं पर चर्चा की. इसके बाद मेजर हांडा अपने छोटे भाई के साथ अक्षरधाम मंदिर तक गया.
यहां छोटे भाई से उसने 20 हज़ार रुपये लिए और उसे हत्या के बारे में बताया फ़िर छोटे भाई को वहीं उतार दिया और वो मेरठ की तरफ चल दिया. गाज़ियाबाद के आगे टोल पर उसने एक दो बार यूटर्न लिए जिससे पुलिस को चकमा दिया जा सके, लेकिन वो सारी तस्वीरें सीसीटीवी में कैद हो गई.
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सूत्रों के मुताबिक, उसके बाद मेजर निखिल सीधा मेरठ कैंट इलाके ही गया, क्योंकि वो मेरठ में 3 साल तक तैनात रहा है. वो अफसर मेस में जाकर रुक गया और उसे लगा कि ये जगह उसके लिए सुरक्षित है, क्योंकि पुलिस यहां नहीं घुस सकती लेकिन बीच-बीच में वो अपना मोबाइल ऑन कर इंटरनेट कॉल करता रहा, जिससे उसकी सही लोकेशन मिलती रही.
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अब उसकी गिरफ्तारी को लेकर कई कयास हैं, हालांकि पुलिस ने अब तक साफ नहीं किया है कि उसे किन हालात में पकड़ा गया. पहली जानकारी ये है कि मेजर हांडा को लगा कि अगर उसे मिलिट्री पुलिस पकड़ती है तो शायद वो कुछ समय के लिए सिविल पुलिस की कड़ी कार्रवाई से बच जाए. उसे मेरठ में कई अफसर जानते हैं क्योंकि वो वहां लंबे समय तक तैनात रहा है. इसलिए उसे लगा कि वो यहां सुरक्षित रहेगा. दिल्ली में पत्रकार लगातार दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को फ़ोन कर रहे थे और अधिकारी बार-बार ये कह रहे थे कि कुछ समय और दे दो. ऐसे में सवाल ये है कि क्या पुलिस उसका पीछा कर रही थी या सेना के अधिकारियों से बात कर अफसर मेस में रूके निखिल को अपनी हिरासत मे लेने की कोशिश कर रही थी.
दूसरी जानकारी ये मिली है कि पुलिस ने अफसर मेस के पास हांडा की होंडा सिटी कार को देख लिया था. पुलिस सिविल यूनिफ़ॉर्म में कार के पास रही और जैसे ही हांडा मेरठ के कार मार्किट में अपनी कार को बेचने के लिए बाहर निकला उसे पकड़ लिया गया.
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