
नई दिल्ली:
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के विधायक उनके खिलाफ की जा रही हालिया पुलिस कार्रवाई से परेशान हैं और आरोप लगा रहे हैं कि दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के दबाव में उन पर झूठे केस बना रही है. हाल ही में जिस तरह से 'आप' विधायकों पर महिलाओं से बदसलूकी, छेड़खानी करने, और उन्हें जान से मारने की नीयत रखने के आरोप लगे हैं, उसके चलते 'आप' विधायकों ने अब अपनी सुरक्षा की मांग की है.
'आप' विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल से मांग की है कि उनके दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं, ताकि कोई आरोप लगने की स्थिति में उनके पास भी कोई सबूत रहे. उन्होंने इसके साथ ही सुरक्षा के लिए सिविल डिफेंस के वॉलन्टियरों को तैनात किए जाने की भी मांग की है.
दिल्ली के विधानसभा अध्यक्ष ने बताया, "विधायकों की यह मांग सही है... उनकी तरफ से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने और सुरक्षा गार्ड देने का प्रस्ताव आया है, जिस पर विधानसभा कानूनी और आर्थिक पहलू देखने के बाद एक-दो दिन में फैसला करेगी..."
उधर, विपक्ष ने 'आप' विधायकों की इस मांग पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगवाने का वादा किया था, लेकिन उसे पूरा करने से पहले ही पार्टी अपने विधायकों की सुरक्षा में क्यों लग गई. सदन में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा, "15 लाख सीसीटीवी कैमरों की बात की गई थी, महिला सुरक्षा की बात की गई थी, हर बस में सुरक्षा गार्ड तैनात करने की बात की गई थी और महिला सुरक्षा टोलियां बनाने की बात की गई थी... वह तो हुआ नहीं और उससे पहले ही अपनी सुरक्षा की कवायद शुरू हो गई..."
वैसे, दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक, "सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम PWD विभाग ने शुरू कर दिया है," हालांकि जैन ने यह नहीं बताया कि अब तक सरकार ने कितने कैमरे लगवाए हैं.
गौरतलब है कि बीते दो महीनों में आम आदमी पार्टी के चार विधायकों पर महिलाओं से छेड़छाड़, बदसलूकी, जान से मारने की नीयत रखने के मामले में एफआईआर दर्ज हुई हैं, जिनमें से दो विधायक गिरफ्तार होकर ज़मानत पर बाहर आ चुके हैं.
'आप' विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल से मांग की है कि उनके दफ्तरों में सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएं, ताकि कोई आरोप लगने की स्थिति में उनके पास भी कोई सबूत रहे. उन्होंने इसके साथ ही सुरक्षा के लिए सिविल डिफेंस के वॉलन्टियरों को तैनात किए जाने की भी मांग की है.
दिल्ली के विधानसभा अध्यक्ष ने बताया, "विधायकों की यह मांग सही है... उनकी तरफ से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने और सुरक्षा गार्ड देने का प्रस्ताव आया है, जिस पर विधानसभा कानूनी और आर्थिक पहलू देखने के बाद एक-दो दिन में फैसला करेगी..."
उधर, विपक्ष ने 'आप' विधायकों की इस मांग पर सवाल उठाते हुए पूछा कि आम आदमी पार्टी ने चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगवाने का वादा किया था, लेकिन उसे पूरा करने से पहले ही पार्टी अपने विधायकों की सुरक्षा में क्यों लग गई. सदन में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा, "15 लाख सीसीटीवी कैमरों की बात की गई थी, महिला सुरक्षा की बात की गई थी, हर बस में सुरक्षा गार्ड तैनात करने की बात की गई थी और महिला सुरक्षा टोलियां बनाने की बात की गई थी... वह तो हुआ नहीं और उससे पहले ही अपनी सुरक्षा की कवायद शुरू हो गई..."
वैसे, दिल्ली के गृहमंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक, "सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम PWD विभाग ने शुरू कर दिया है," हालांकि जैन ने यह नहीं बताया कि अब तक सरकार ने कितने कैमरे लगवाए हैं.
गौरतलब है कि बीते दो महीनों में आम आदमी पार्टी के चार विधायकों पर महिलाओं से छेड़छाड़, बदसलूकी, जान से मारने की नीयत रखने के मामले में एफआईआर दर्ज हुई हैं, जिनमें से दो विधायक गिरफ्तार होकर ज़मानत पर बाहर आ चुके हैं.
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