
जामिया मिलिया इस्लामिया की एक छात्रा ने आरोप लगाया है कि जब वह बृहस्पतिवार को यूजीसी-नेट परीक्षा में शामिल होने पहुंची तो हिजाब पहनने की वजह से उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया. एमबीए की छात्रा उम्मैया खान का दावा है कि जब वह रोहिणी इलाके में बने परीक्षा केंद्र पर पहुंचीं तो उससे कहा गया कि वह अपना हिजाब उतार दे. छात्रा ने ट्वीट करके कहा है,‘‘ संविधान में साफ लिखा है कि हम किसी भी धर्म का पालन करने के लिये स्वतंत्र हैं लेकिन इन अतिराष्ट्रवादी सरकारी कर्मियों ने मुझे नेट जेआरएफ की 20 दिसम्बर, 2018 को हुई परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया क्योंकि मैं उन्हें समझा रही थी कि मुझे अपना सिर ढकने की अनुमति दी जाए और यह मेरे धर्म में है''. जामिया के मानद निदेशक और प्रोफेसर डा. अमीरूल हसन ने बताया कि इस बारे में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग(यूजीसी) को पत्र लिखा गया है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं