नई दिल्ली:
राजस्थान के डूंगरपुर जिले में चल रहे दीपावली मेले में आयोजित हुए कवि सम्मेलन में खुद का नाम कटने पर कुमार विश्वास बुरी तरह भड़क गए हैं. आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने आयोजकों द्वारा अपना नाम काटने के पीछे उन्होंने 'महारानी' कहकर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को जिम्मेदार ठहराया है. दरअसल कुमार विश्वास ने फेसबुक लाइव पर आकर राजस्थान के कविता प्रेमियों से माफी मांगते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आदेश के चलते आयोजकों को आखिरी वक्त में उनका नाम इस कवि सम्मेलन से हटाना पड़ा है, जबकि उनके नाम के पर्चे छप गए थे और होर्डिंग्स भी लग चुके थे.
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कुमार विश्वास ने अपने फेसबुक लाइव में कहा कि डूंगरपुर में होने वाले इस कवि सम्मेलन के आयोजकों ने उदयपुर के कवि राव अजातशत्रु के माध्यम से उनसे संपर्क किया था और क्योंकि आयोजकों के पास पैसे को लेकर थोड़ी समस्या थी इसलिए विश्वास सिर्फ आधे पैसे पर ही इस कवि सम्मेलन में जाने को तैयार हो गए थे. उन्होंने कहा, ' एक महीने पहले नगरनिगम को संदशे आ गया कि आप आ जाइए, होर्डिंग्स लग गए, आप जैसे कई साथियों ने मुझे संदेश आने लगे... लेकिन परसों वहां से राजस्थान की लोकतांत्रिक महारानी का कारवां गुजरा और उनकी नजर होर्डिंग्स पर चली गई.' विश्वास ने कहा कि मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव ने कवि सम्मेलन के आयोजकों को फोन कर कहा कि यह कवि नहीं आना चाहिए.
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शुक्रवार को कुमार विश्वास ने एक इस विषय पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'मुझे स्वयं भी इस बात का बेहद दुःख है कि दूर-दूर से आए आप सब कविता प्रेमी श्रोताओं को कविताएं नहीं सुना पाया. लेकिन अहंकार तो किसी का भी नहीं रुकता है. आशा है कि जल्द ही यह योग बनेगा कि अहंकारी राजनीति को आईना दिखाते हुए मैं आपसे पुण्यभूमि वांगड में ही मिलूंगा.'
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कवि-सम्मलेन और कविता पर सत्ता से उपजे राजनैतिक अहंकार के अंकुश के विरोध में आए सम्पूर्ण कवि समाज का मैं स्वागत, और आभार व्यक्त करता हूँ pic.twitter.com/nUNzxQprhA
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) October 13, 2017
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कुमार विश्वास ने अपने फेसबुक लाइव में कहा कि डूंगरपुर में होने वाले इस कवि सम्मेलन के आयोजकों ने उदयपुर के कवि राव अजातशत्रु के माध्यम से उनसे संपर्क किया था और क्योंकि आयोजकों के पास पैसे को लेकर थोड़ी समस्या थी इसलिए विश्वास सिर्फ आधे पैसे पर ही इस कवि सम्मेलन में जाने को तैयार हो गए थे. उन्होंने कहा, ' एक महीने पहले नगरनिगम को संदशे आ गया कि आप आ जाइए, होर्डिंग्स लग गए, आप जैसे कई साथियों ने मुझे संदेश आने लगे... लेकिन परसों वहां से राजस्थान की लोकतांत्रिक महारानी का कारवां गुजरा और उनकी नजर होर्डिंग्स पर चली गई.' विश्वास ने कहा कि मुख्यमंत्री के मुख्य सचिव ने कवि सम्मेलन के आयोजकों को फोन कर कहा कि यह कवि नहीं आना चाहिए.
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