गुरुग्राम में मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस कमिश्नर केके राव ने कहा है कि मुख्य आरोपी मोनू समेत तीन अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की शुरुआती जांच में ढिलाई बरत रहे थाना प्रभारी समेत दो अन्य को लाइन हाजिर किया गया है. तफ्तीश के बाद आईपीसी की धारा 307, 364 के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा है कि इस वारदात में शामिल किसी भी आरोपी को बक्शा नहीं जाएगा.
बीती 31 जुलाई को साइबर सिटी में दर्ज किए गए मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस कमिश्नर ने सख्त रवैया इख़्तियार करते हुए कहा कि वारदात बेहद शर्मनाक है और इसमें शामिल किसी बदमाश को बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस कमिश्नर केके राव ने मुस्लिम समाज के लोगों से ज्ञापन लेते हुए उन्हें विश्वास दिलाया कि वारदात में शामिल मुख्य आरोपी मोनू , जिसने लुकमान को हथौड़े से पीटा था, और उसके साथ-साथ 3 अन्य को गिरफ्तार कर लिया है. अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर मामले की तफ्तीश क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है. जल्द ही बाकी बचे सारे आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा.
आपको बता दें कि पुलिस कमिश्नर ने इस संवेदनशील मामले में ढिलाई बरतने वाले बादशाहपुर थाना प्रभारी समेत 3 अन्य पुलिस कर्मियो को लाइन हाजिर कर सख्त संदेश दे दिया है.
इस मामले को लेकर मुस्लिम एकता मंच और पीड़ित परिवार के सदस्यों ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर अपनी मांगें रखीं. इस मामले में मुस्लिम एकता मंच के अध्यक्ष शहजाद खान की मानें तो मॉब लिंचिंग मामले में बदमाश पुलिस की मौजूदगी में पिकअप के ड्राइवर लुकमान का अपहरण कर बादशाहपुर इलाके में ले गए और वहां उसे बेरहमी से पीटते हुए जय श्री राम के नारे लगवाते रहे. वहीं इस मामले में मुफ़्ती मोहम्मद सलीम क़ासमी सदर जमीयत उलमा ए हिंद की मानें तो उन्होंने पुलिस कमिश्नर गुरुग्राम से मिलकर पीड़ित लुकमान के इलाज की गुहार लगाई. फिलहाल लुकमान मेवात के नलहड़ मेडिकल कॉलेज में एडमिट है जहां उसकी हालात स्थिर बताई जा रही है.
गौरतलब है कि बीती 31 जुलाई की सुबह पिकअप गाड़ी में गौ मांस के शक के चलते पिकअप गाड़ी के ड्राइवर लुकमान को हथौड़े से पीटकर अपहरण करके बादशाहपुर ले जाया गया था.
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