दिल्ली के गुलाबी बाग इलाके में सहपाठी छात्रा ने दूसरी पर किया ब्लेड से हमला, 17 टांके लगाने पड़े

पीड़िता की बड़ी बहन ने कहा, ‘‘मेरी बहन के चेहरे पर चोट आई है, वह नौवीं की छात्रा है. जब उसके दोस्तों के बीच झगड़ा हुआ, तब वह सभी को शांत करने की कोशिश कर रही थी."

दिल्ली के गुलाबी बाग इलाके में सहपाठी छात्रा ने दूसरी पर किया ब्लेड से हमला, 17 टांके लगाने पड़े

पुलिस ने कहा कि हमने किशोर न्याय अधिनियम के तहत कार्रवाई की है.

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय राजधानी के गुलाबी बाग इलाके में 14 वर्षीय लड़की पर उसके साथ पढ़ने वाली छात्रा ने कथित तौर पर ब्लेड से हमला कर दिया, जिसकी वजह से पीड़िता के चेहरे पर 17 टांके लगाने पड़े. पुलिस ने यह जानकारी दी. इस बीच, पीड़िता का परिवार घटना में शामिल छात्राओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है.

मामला बुधवार को तब सामने आया जब दिल्ली पुलिस ने घटना से जुड़ा कथित वीडियो वायरल होने पर स्वत: संज्ञान लिया. वीडियो में दिख रहा है कि एक छात्रा के चेहरे पर गंभीर चोटें आईं हैं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘शुरुआत में हमें पता चला कि एक सरकारी स्कूल की कुछ छात्राओं के बीच परिसर के बाहर हाथापाई हुई है और उनमें से एक ने दूसरी छात्रा पर धार वाली चीज से हमला कर दिया.''

पुलिस ने कहा कि पीड़िता के मुताबिक वह 29 अप्रैल को अपनी सहपाठियों के साथ पूर्वाह्न करीब 11.20 बजे भोजन कर रही थी,तभी कुछ लड़कियों ने उसकी सहेली का टिफिन छीन लिया और भाग गईं.

पीड़िता ने बताया, ‘‘मेरी सहेली ने उनसे टिफिन वापस करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने हमारे साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया.'' पीड़िता ने कहा कि स्थिति को शांत करने की कोशिश करते समय उनके बीच बहस शुरू हो गई और इसी दौरान एक छात्रा ने उस पर ब्लेड से हमला कर दिया.

इस बीच, पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि घटना के बाद स्कूल की ओर से किसी ने भी उनकी बेटी की मदद नहीं की. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया, ‘‘मेरी बेटी के चेहरे पर 17 टांके लगे हैं. उसकी हालत अभी भी गंभीर है. हमले के बाद किसी ने उसे अस्पताल ले जाने में भी मदद नहीं की.''

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पीड़िता की बड़ी बहन ने कहा, ‘‘मेरी बहन के चेहरे पर चोट आई है, वह नौवीं की छात्रा है. जब उसके दोस्तों के बीच झगड़ा हुआ, तब वह सभी को शांत करने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उस पर हमला किया गया. पुलिस को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.'' पुलिस ने कहा, ‘‘हमने किशोर न्याय अधिनियम के तहत कार्रवाई की है क्योंकि वीडियो में दिख रही सभी छात्राएं नाबालिग हैं.''