हालिया मार्केट क्रैश के बावजूद क्रिप्टो को पेमेंट ऑप्शन के रूप में ग्लोबल ब्रैंड्स लगातार अपनाती जा रही हैं. इसी लिस्ट में अगला नाम स्विट्जरलैंड की वॉच मेकर कंपनी Hublot का जुड़ गया है. Hublot एक एलीट वॉचमेकर कंपनी है जिसने पेमेंट्स के लिए क्रिप्टो को अपनाने की शुरुआत कर दी है. कंपनी ने क्रिप्टो पेमेंट्स के लिए 13 क्रिप्टोकरेंसी को चुना है जिनमें DOGE और SHIB भी शामिल हैं. दोनों ही मीम क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग वॉल्यूम के लिहाज से काफी पॉपुलर हैं और बाकी क्रिप्टो कॉइन्स की अपेक्षा सस्ती भी हैं. इसके अलावा और भी कई क्रिप्टोकरेंसीज को इस लिस्ट में शामिल किया गया है.
Hublot ने मीम क्रिप्टोकरेंसी Dogecoin और Shiba Inu के लिए घोषणा की है कि अब इन दोनों मीम कॉइन्स को ब्रैंड के लिए कानूनी तौर पर पेमेंट्स के लिए स्वीकार किया जा रहा है. इसके लिए कंपनी ने क्रिप्टो पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर BitPay के साथ पार्टनरशिप की है. BitPay क्रिप्टो पेमेंट्स के सेक्टर में एक ऐसा नाम है जो दुनियाभर में मशहूर है. विश्वभर की अधिकतर बड़ी कंपनियां क्रिप्टो पेमेंट्स सर्विसेज BitPay के माध्यम से ही उपलब्ध करवा हैं.
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— BitPay (@BitPay) August 1, 2022
Hublot ने कहा है कि अब इसके कस्टमर्स Hublot वॉच डिजिटल करेंसी में भी खरीद सकते हैं. इसके लिए कंपनी ने न केवल बिटकॉइन (BTC) और इथेरियम (ETH) को शामिल किया है बल्कि Shiba Inu और DOGE जैसे पॉपुलर मीम कॉइन्स को भी लिस्ट में एड किया है. इसके अलावा कस्टमर्स Bitcoin Cash Litecoin, USDC, DAI आदि डिजिटल करेंसी में भी पेमेंट कर सकते हैं. कुल मिलाकर कंपनी फिलहाल 13 क्रिप्टोकरेंसी में पमेंट्स को स्वीकर कर रही है.
इतना ही नहीं, Hublot watches को खरीदने के लिए कस्टमर्स के पास वॉलेट की भी चॉइस होगी. यानि कि सिर्फ BitPay के वॉलेट से ही नहीं, Coinbase Wallet, Exodus वॉलेट जैसे लगभग 100 वॉलेट्स में से चुनने की सुविधा कंपनी ने रखी है. यहां पर कंपनी ने कहा है कि कस्टमर्स अगर BitPay के माध्यम से पेमेंट कर रहे हैं तो एक बार में 30 हजार डॉलर से ज्यादा की पेमेंट स्वीकार नहीं की जाएगी.
क्रिप्टोकरेंसी सेक्टर अभी नया है, अस्थिर है. बावजूद इसके क्रिप्टो पेमेंट्स का दायरा तेजी से बढ़ता जा रहा है. दुनियाभर की कंपनियों के बीच एक होड़ इस बात की भी है कि डिजिटलाइजेशन के इस जमाने में वे किसी भी प्रकार से पीछे नहीं रहना चाहतीं. क्रिप्टो को भविष्य की करेंसी कहा जा रहा है क्योंकि डिजिटलाइजेशन का युग अभी अपने पैर पसारने वाला है जिसकी आहट एनएफटी और वेब 3 से आनी शुरू हो चुकी है.
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