
ब्लॉकचेन Solana पर बेस्ड Crema Finance को पिछले सप्ताह के अंत में हुए ऐसे ही एक अटैक में 87.8 लाख डॉलर की क्रिप्टोकरेंसीज का नुकसान हुआ है. हैकर्स ने एक स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का इस्तेमाल लोन देने और लिक्विडिटी को वैलिडेट करने के लिए किया था. हालांकि, फर्म ने बाद में और नुकसान से बचने के लिए स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया था. गौरतलब है कि क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती पॉपुलैरिटी के साथ ही इनसे जुड़े साइबर हमले भी तेज हुए हैं.
Crema Finance ने कहा, "हम हैकर्स के साथ बातचीत के लिए तैयार हैं. हम तकनीकी कमियों को दूर कर रहे हैं और इसके साथ ही चोरी हुए फंड का पता लगाया जा रहा है. जांच पूरी होने के बाद कॉन्ट्रैक्ट को बहाल किया जाएगा." इस मामले की जांच के लिए फर्म ने कुछ सिक्योरिटी एजेंसियों की मदद ली है. फर्म की शुरुआत इस वर्ष हुई थी. यह लिक्विडिटी प्रोवाइडर्स को विशेष प्राइस रेंज तय करने और Solana पर रेंज ऑर्डर ट्रेडिंग करने का विकल्प देती है. Coindesk की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दो दिनों में Crema पर लॉक्ड वैल्यू लगभग 1.2 करोड़ डॉलर से घटकर लगभग 30 लाख डॉलर रह गई है.
ब्लॉकचेन रिसर्च फर्म Chainalysis ने ऐसे मामलों की रिपोर्ट देने के लिए पिछले सप्ताह एक हॉटलाइन शुरू की है. एंटिटीज को अजनबी लोगों से संदिग्ध क्रिप्टो पेमेंट के निवेदन मिलने पर वे इस हॉटलाइन पर कॉल कर रिपोर्ट दे सकती हैं. यह हॉटलाइन 24x7 काम करेगी. इस पर चोरी को लेकर यूजर्स की शिकायतें, कोड के गलत इस्तेमाल या रैंसमवेयर अटैक की रिपोर्ट दी जा सकेगी.
Chainalysis ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया था कि हैकर्स ने पिछले वर्ष 251 अटैक्स में लगभग 3 अरब डॉलर की चोरी की थी और नुकसान पहुंचाया था. इस वजह से ऐसे अटैक्स का निशाना बनने वाली फर्मों के लिए क्रिप्टो इंसिडेंट रिस्पॉन्स कही जाने वाली हॉटलाइन को लॉन्च किया जा रहा है. हैक अटैक के मामले में प्रत्येक पीड़ित से रिसर्चर्स की एक टीम बात करेगी और चोरी किए गए क्रिप्टो से जुड़े फंड का पता लगाने की कोशिश की जाएगी. गंभीर मामलों में लोकल अथॉरिटीज को भी शामिल किया जा सकता है. क्रिप्टो सेगमेंट पर हैकर्स के अटैक बढ़ने के कारण लोग इस सेगमेंट में ट्रेडिंग करने से डर रहे हैं.