दिल्ली: पश्चिम विहार में बिल्डर की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

मामले की जांच के लिए पुलिस की 9 टीमें गठित की गई हैं. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने घटना को हल्दीराम के पास बनी पार्किंग में अंजाम दिया है.

दिल्ली: पश्चिम विहार में बिल्डर की गोली मारकर हत्या, जांच में जुटी पुलिस

नई दिल्ली:

दिल्ली में अपराधियों के हौसले बुलंद है. ताजा मामला पश्चिम विहार इलाके का है जहां बदमाशों ने एक बिल्डर की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने मृतक बिल्डर की पहचान अमित गोयल के रूप में की है. मामले की जांच के लिए पुलिस की 9 टीमें गठित की गई हैं. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने घटना को हल्दीराम के पास बनी पार्किंग में अंजाम दिया है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि हमलवारों ने अमित गोयल को 5 से 6 गोली मारी. फिलहाल शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. 

पुलिस की कई टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए काम कर रही है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए इलाके में लगे तमाम सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की जा रही है. पुलिस को मामले की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी घटनास्थल तक गाड़ी से आए थे. बता दें कि राजधानी दिल्ली में बिल्डर की हत्या की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले सिविल लाइंस इलाके में रहने वाले 77 वर्षीय रामकिशोर अग्रवाल नामक बिल्डर की हाल ही में हत्या की गई थी. रामकिशोर अग्रवाल की हत्या उनके घर में घुसकर की गई थी. दिल्ली पुलिस ने इस हत्या में शामिल आरोपियों को पकड़ लिया था. दिल्ली पुलिस ने मेट्रो कार्ड की मदद से आरोपियों को पकड़ा था. जानकारी के अनुसार आरोपी ने जैसे ही अपने मेट्रो कार्ड का प्रयोग किया, पुलिस को उसकी लोकेशन का पता चल गया और तुंरत उसे पकड़ लिया गया था.

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इस मामले में पुलिस ने कहा था कि हमने 2 नाबालिग पकड़े हैं. सिविल लाइन्स में बिल्डर 77 साल के रामकिशोर अग्रवाल की हत्या का मामला सुलझा गया. इन्हें मेट्रो कार्ड से पकड़ा गया है. राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो कार्ड प्रयोग करते ही दिल्ली पुलिस को अलर्ट आया. जिसके बाद आरोपी को पकड़ लिया गया. इनमें से एक नाबालिग रामकिशोर अग्रवाल के यहां डेढ़ साल पहले साफ सफाई का काम करता था. इसके पिता उनके यहां गाड़ी चलाते थे. इसलिए उन्हें इस कोठी के बारे में सब कुछ पता था. पुलिस के अनुसार लूट का सामान रखने के लिए इन्होंने 1700 रुपये का झोला लिया था. लूट के 11 लाख रुपये और कुछ विदेशी मुद्रा बरामद हुई है. लूट के पैसे से इन्होंने एक स्मार्ट फोन लिया. अपने रूम का रेंट दिया और एक आरोपी ने सीपी में टैटू बनवाया. वहीं बाइक चोरी करने का तरीका इन्होंने यूट्यूब पर सीखा था.