दाऊद इब्राहिम (फाइल फोटो)
- 'डब्बा' का इस्तेमाल 'पुलिस वैन' के लिए किया जाता है.
- इकबाल कासकर ने उजागर किए अंडरवर्ल्ड के कोड वर्ड.
- 'बड़े' कोड का इस्तेमाल दाऊद इब्राहीम के लिए किया जाता है.
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नई दिल्ली:
अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को जबरन वसूली के मामले में हिरासत में लिया गया है. ठाणे एंटी एक्सटॉर्शन सेल ने कार्रवाई को अंजाम दिया है. विवादों में रहे एन्काउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा ने इक़बाल कासकर को मुंबई के नागपाड़ा इलाके से गिरफ्तार किया था. पुलिस सूत्रों के मुताबिक इक़बाल पर अपने भाई के नाम से जबरन वसूली करने का आरोप है. ठाणे, उल्हासनगर और डोम्बिवली के बिल्डरों से जबरन वसूली की खबरें आ रही थीं. इस कड़ी में उसने बताया है कि डी-कंपनी अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कौन-कौन से कोड-वर्ड का इस्तेमाल करती है.
कासकर ने पुलिस को बताया है कि दाऊद इब्राहीम और उसके गुर्गे कराची के लिए 'दिल्ली' जैसे नाम लेकर कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं. 'बड़े' कोड का इस्तेमाल इस आपराधिक संगठन के मुखिया दाऊद इब्राहीम के लिए जबकि 'डब्बा' का इस्तेमाल 'पुलिस वैन' के लिए किया जाता है. आइए जानते हैं इकबाल कासकर के मुताबिक अंडरवर्ल्ड में किस कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है....
दाऊद इब्राहिम : बड़े, छोटा शकील : CS, इकबाल : सेठ, सूचना : परफ्यूम, शिकार : पेशंट, धमकी देना : हाथ लगा दो, हत्या: धक्का देके आगे बढ़ा दो, पैसे : डायरी, पासपोर्ट : पुठ्ठा, शूटर : कारीगर, पुलिस : गंदे लोग, हथियार : चप्पल, वसूली की रकम: खोखा या करोड़ या फिर डिब्बा
इस तरह के कोड वर्ड से डी कंपनी देश भर में अपने लोगों तक सूचना पहुंचाती थी। अब पुलिस कासकर के जरिये दाउद के उन गुर्गों तक पहुंचने की कवायद कर रही है जिनका नाम अभी तक समाने नहीं आया है.
कासकर ने पुलिस को बताया है कि दाऊद इब्राहीम और उसके गुर्गे कराची के लिए 'दिल्ली' जैसे नाम लेकर कोड वर्ड का इस्तेमाल करते हैं. 'बड़े' कोड का इस्तेमाल इस आपराधिक संगठन के मुखिया दाऊद इब्राहीम के लिए जबकि 'डब्बा' का इस्तेमाल 'पुलिस वैन' के लिए किया जाता है. आइए जानते हैं इकबाल कासकर के मुताबिक अंडरवर्ल्ड में किस कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जाता है....
दाऊद इब्राहिम : बड़े, छोटा शकील : CS, इकबाल : सेठ, सूचना : परफ्यूम, शिकार : पेशंट, धमकी देना : हाथ लगा दो, हत्या: धक्का देके आगे बढ़ा दो, पैसे : डायरी, पासपोर्ट : पुठ्ठा, शूटर : कारीगर, पुलिस : गंदे लोग, हथियार : चप्पल, वसूली की रकम: खोखा या करोड़ या फिर डिब्बा
इस तरह के कोड वर्ड से डी कंपनी देश भर में अपने लोगों तक सूचना पहुंचाती थी। अब पुलिस कासकर के जरिये दाउद के उन गुर्गों तक पहुंचने की कवायद कर रही है जिनका नाम अभी तक समाने नहीं आया है.
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