गुड़गांव:
तीन महीने तक जर्म सेल कैंसर का इलाज कराने के बाद स्वदेश लौटे भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह ने आज कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह कुछ महीनों में दोबारा खेल के मैदान में दिखाई देंगे।
गुड़गांव के पाथवेज़ स्कूल में आयोजित की गई एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स के दौरान युवी ने कहा कि वह फिलहाल खुश हैं, और राहत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत समझते हैं कि पहली ही स्टेज में कैंसर का पता चल गया। उनके मुताबिक यह यकीन करना मुश्किल था कि सचमुच कैंसर है। युवी के मुताबिक वर्ल्ड कप के दौरान उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी, लेकिन फिर बीमारी कन्फर्म होने में छह महीने लग गए। उन्होंने कहा कि लेकिन वह इलाज के दौरान सकारात्मक सोच रहे थे, और खुश रहने के लिए खुद से अच्छी बातें किया करते थे।
युवी के मुताबिक बीमारी के बाद मैच देखने से उन्हें हताशा होती थी इसलिए वह वीडियो गेम्स और फिल्में देखना पसंद किया करते थे यद्यपि उन्हें सचिन के 100वें शतक से बहुत प्रसन्नता हुई। उन्हें आईपीएल-5 में पुणे की तरफ से न खेल पाने का अफसोस है लेकिन सौरव गांगुली के खेल की उन्होंने तारीफ भी की। पुणे की टीम को युवी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने फैन्स को भी धन्यवाद दिया, और कहा कि लोगों ने पिछले तीन महीनों में मेरा भरपूर साथ दिया। अपनी मां के प्रति आभार प्रकट करते हुए युवी ने कहा कि वह पूरे वक्त उनके साथ ही रहीं। उन्होंने बताया कि मां इस बीमारी से मुझसे ज्यादा मजबूती से लड़ीं।
युवी के मुताबिक उन्हें दुनिया के बेहतरीन साइकिलिंग चैम्पियन लांस आर्मस्ट्रॉन्ग से प्रेरणा मिली। वैसे, वह अपने अनुभवों पर किताब भी लिख रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि लोग उनसे प्ररेणा लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि वह भगवान, गुरुजी और शुभचिंतकों के आभारी हैं और कैंसर के मरीजों के लिए जरूर कुछ करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेन्स में डॉक्टर नीतेश रोहतगी भी मौजूद थे, जिन्होंने कहा कि युवराज अब स्वस्थ हैं, और उनके परिवार और फैन्स की दुआएं काम आईं। उल्लेखनीय है कि भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी युवराज को वर्ष 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान कैंसर का पता चला था, जिसमें उन्हें चार बार मैन ऑफ द मैच सहित मैन ऑफ द सीरीज़ पुरस्कार भी मिला था। उसके बाद तीन महीने तक अमेरिका के बोस्टन में सफल इलाज करवाकर लंदन में कुछ समय आराम करने के बाद सोमवार, 9 अप्रैल को ही वह स्वदेश लौटे थे। लंदन प्रवास के दौरान ही युवी की मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से भी मुलाकात हुई थी, जो अपनी चोट के इलाज के लिए वहां पहुंचे थे।
सोमवार को ही गुड़गांव स्थित अपने घर पहुंचने के बाद युवराज ने छत पर खड़े होकर प्रशंसकों का अभिवादन किया, और कहा कि वह स्वस्थ हैं। युवराज ने कहा, "मैं घर लौटकर खुश हूं। मैं तेजी से पूरी तरह स्वस्थ होने की ओर बढ़ रहा हूं।"
गुड़गांव के पाथवेज़ स्कूल में आयोजित की गई एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स के दौरान युवी ने कहा कि वह फिलहाल खुश हैं, और राहत महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह खुद को खुशकिस्मत समझते हैं कि पहली ही स्टेज में कैंसर का पता चल गया। उनके मुताबिक यह यकीन करना मुश्किल था कि सचमुच कैंसर है। युवी के मुताबिक वर्ल्ड कप के दौरान उन्हें सांस लेने में तकलीफ थी, लेकिन फिर बीमारी कन्फर्म होने में छह महीने लग गए। उन्होंने कहा कि लेकिन वह इलाज के दौरान सकारात्मक सोच रहे थे, और खुश रहने के लिए खुद से अच्छी बातें किया करते थे।
युवी के मुताबिक बीमारी के बाद मैच देखने से उन्हें हताशा होती थी इसलिए वह वीडियो गेम्स और फिल्में देखना पसंद किया करते थे यद्यपि उन्हें सचिन के 100वें शतक से बहुत प्रसन्नता हुई। उन्हें आईपीएल-5 में पुणे की तरफ से न खेल पाने का अफसोस है लेकिन सौरव गांगुली के खेल की उन्होंने तारीफ भी की। पुणे की टीम को युवी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए शुभकामनाएं दी हैं।
उन्होंने फैन्स को भी धन्यवाद दिया, और कहा कि लोगों ने पिछले तीन महीनों में मेरा भरपूर साथ दिया। अपनी मां के प्रति आभार प्रकट करते हुए युवी ने कहा कि वह पूरे वक्त उनके साथ ही रहीं। उन्होंने बताया कि मां इस बीमारी से मुझसे ज्यादा मजबूती से लड़ीं।
युवी के मुताबिक उन्हें दुनिया के बेहतरीन साइकिलिंग चैम्पियन लांस आर्मस्ट्रॉन्ग से प्रेरणा मिली। वैसे, वह अपने अनुभवों पर किताब भी लिख रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि लोग उनसे प्ररेणा लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि वह भगवान, गुरुजी और शुभचिंतकों के आभारी हैं और कैंसर के मरीजों के लिए जरूर कुछ करेंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेन्स में डॉक्टर नीतेश रोहतगी भी मौजूद थे, जिन्होंने कहा कि युवराज अब स्वस्थ हैं, और उनके परिवार और फैन्स की दुआएं काम आईं। उल्लेखनीय है कि भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार खिलाड़ी युवराज को वर्ष 2011 के क्रिकेट वर्ल्ड कप के दौरान कैंसर का पता चला था, जिसमें उन्हें चार बार मैन ऑफ द मैच सहित मैन ऑफ द सीरीज़ पुरस्कार भी मिला था। उसके बाद तीन महीने तक अमेरिका के बोस्टन में सफल इलाज करवाकर लंदन में कुछ समय आराम करने के बाद सोमवार, 9 अप्रैल को ही वह स्वदेश लौटे थे। लंदन प्रवास के दौरान ही युवी की मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर से भी मुलाकात हुई थी, जो अपनी चोट के इलाज के लिए वहां पहुंचे थे।
सोमवार को ही गुड़गांव स्थित अपने घर पहुंचने के बाद युवराज ने छत पर खड़े होकर प्रशंसकों का अभिवादन किया, और कहा कि वह स्वस्थ हैं। युवराज ने कहा, "मैं घर लौटकर खुश हूं। मैं तेजी से पूरी तरह स्वस्थ होने की ओर बढ़ रहा हूं।"
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