
सलामी बल्लेबाज एडेन मार्करम (नाबाद 102) की शतकीय पारी और तीसरे विकेट के लिए कप्तान तेम्बा बावुमा (नाबाद 65) के साथ 143 रन की अटूट साझेदारी के दम पर दक्षिण अफ्रीका ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में शुक्रवार को तीसरे दिन के समापन पर दो विकेट पर 213 रन बनाकर अपनी टीम की जीत की उम्मीदें जगा दी हैं. जीत के लिए 282 रन का पीछा कर रही दक्षिण अफ्रीका की टीम को ‘चोकर्स' के तमगे को पीछे छोड़ने और 27 साल में अपना पहला आईसीसी खिताब जीतने के लिए यहां से 69 रन और बनाने हैं, जबकि उसके आठ विकेट बचे हैं. कप्तान बवुमा ने बायें पैर की मांसपेशियों की खिंचाव के बावजूद दुनिया की सबसे मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के सामने क्रीज पर डटे रहने का साहसिक फैसला कर मारक्रम का शानदार तरीके से साथ निभाया.
शुरुआत खराब रही थी दक्षिण अफ्रीका की
बल्लेबाजों के लिए आसान हुई परिस्थितियों में दक्षिण अफ्रीका ने लक्ष्य का पीछा आक्रामक अंदाज में किया. सलामी बल्लेबाज रयान रिकेल्टन ने शुरुआती ओवर में स्टार्क के खिलाफ चौका जड़ा लेकिन इस बायें हाथ के तेज गेंदबाज ने अपने अगले ओवर में विकेटकीपर एलेक्स कैरी के हाथों कैच कराकर ऑस्ट्रेलिया को पहली सफलता दिलायी. मार्करम ने हेजलवुड और स्टार्क के खिलाफ आत्मविश्वास से भरे चौके जड़े तो वहीं वियान मुल्डर (27 रन) ने भी हेजलवुड और पैट कमिंस के खिलाफ शानदार चौके लगाये. दक्षिण अफ्रीका की आक्रामक शुरुआत से निपटने के लिए कमिंस को 10वें ओवर में ही ऑफ स्पिनर नाथन लियॉन का सहारा लेना पर मजबूर होना पड़ा. लियॉन के आक्रमण पर आने से रन गति पर काफी हद तक लगाम लगी लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने 13वें ओवर में रनों का अर्धशतक पूरा किया.
चोटिल हो गए स्टीव स्मिथ
मुल्डर ने लियोन के खिलाफ चौका लगाया लेकिन स्टॉर्क ने अपने दूसरे स्पैल की शुरुआती ओवर में ही मुल्डर को चलता कर दूसरे विकेट के लिए खतरनाक होती साझेदारी को तोड़ा. स्टॉर्क के अगले ओवर में कप्तान तेम्बा बावुमा को जीवनदान मिल, जब स्लिप में स्टीव स्मिथ उनका मुश्किल कैच लपकने में नाकाम रहे. स्मिथ हालांकि इस कैच के प्रयास में अपनी छोटी उंगली फ्रैक्चर कर बैठे. पारी में कई मौके पर गेंद स्लिप में खड़े क्षेत्ररक्षक तक पहुंचने से पहले ही टप्पा खा जा रही थी. स्मिथ ऐसे में हेलमेट पहनकर विकेट से महज 14 मीटर की दूरी पर खड़े थे.
मिचेल स्टार्क की 138 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से शॉर्ट गेंद फेंकी जो बावुमा के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए तेजी से स्मिथ के पास पहुंची. गेंद उनके हाथ से टकरा कर छटक गयी और वह दर्द में कराहते हुए दिखे. मैदान पर चिकित्सा मिलने के बाद वह बाहर चले गये। बावुमा और मारक्रम ने इसके बाद संभल कर बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को सफलता से दूर रखा. मारक्रम ने आखिरी सत्र के बाद पहले ओवर में एक रन लेकर अपना पचासर पूरा किया तो वहीं बावुमा ने पारी के 44वें ओवर में लियोन के खिलाफ एक रन लेकर अर्धशतक पूरा किया. कप्तान कमिंस ने विकेट की तलाश में ब्यू वेबस्टर और ट्रेविस हेड से गेदबाजी कराई लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
करियर का आठवां शतक
ऑस्ट्रेलिया के चारों मुख्य गेंदबाजों के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1500 से ज्यादा विकेट है, लेकिन मिचेल स्टार्क(53 रन पर दो विकेट ) के अलावा किसी को भी सफलता नहीं मिली. इस मैच के शुरुआती दो दिन 14-14 विकेट गिरे थे लेकिन तीसरे दिन परिस्थितियों बल्लेबाजी के लिए आसान हो गयी जिसका दक्षिण अफ्रीका ने पूरा फायदा उठाया. मारक्रम ने स्टंप्स होने से कुछ समय पहले जोश हेजलवुड के खिलाफ चौका लगाकर टेस्ट करियर का आठवां और शायद सबसे अहम शतक लगाया.और दिन का खेल खत्म होते-होते मैच का रुख पूरी तरह से दक्षिण अफ्रीका की तरफ मुड़ गया, लेकिन दिन के शुरुआती सत्र के बाद ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी था.
स्टॉर्क ने दिया कंगारुओं को दो सौ पार का स्कोर
स्टॉर्क (नाबाद 58) की अर्धशतकीय पारी और आखिरी विकेट के लिए जोश हेजलवुड (17) के साथ 59 रन की साझेदारी के बूते ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में 207 रन बनाकर दक्षिण अफ्रीका को चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया था. ऑस्ट्रेलिया ने दिन की शुरुआत आठ विकेट पर 144 रन से की और कैगिसो रबाडा ने दिन के तीसरे ओवर में ही नाथन लियॉन (2) को पगबाधा कर उसे नौवां झटका दिया. लियॉन ने मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ डीआरएस का इस्तेमाल किया, लेकिन उन्हें इसका कोई फायदा नहीं हुआ.
मारक्रम ने ऑस्ट्रेलिया की पारी के 65वें ओवर में केशव महाराज के हाथों हेजलवुड को कैच कराकर ऑस्ट्रेलिया की पारी को खत्म किया. स्टार्क ने तीन घंटे से अधिक की पारी में 136 गेंद का सामना कर पांच चौके लगाये. वह बृहस्पतिवार को जब क्रीज पर उतरे थे उस समय ऑस्ट्रेलिया की टीम 73 रन पर सात विकेट गंवा कर मुश्किल स्थिति में थी. उन्होंने एलेक्स कैरी के साथ आठवें विकेट के लिए 61 रन की साझेदारी करने के बाद आखिरी विकेट के लिए 59 रन जोड़ कर मैच में ऑस्ट्रेलिया की स्थिति मजबूत कर दी.
ऐसी दूसरी जोड़ी बनी स्टॉर्क और हेजलवुड
स्टार्क और हेजलवुड टेस्ट क्रिकेट में दसवें विकेट के लिए तीन बार पचास से अधिक की साझेदारी करने वाली दूसरी जोड़ी है, उनसे पहले यह उपलब्धि बीजे वाटलिंग और ट्रेंट बोल्ट ने हासिल की थी. हेजलवुड ने भी स्टार्क का साथ अच्छे से दिया और अपनी बल्लेबाजी तकनीक से प्रभावित करते हुए 53 गेंद की पारी में दो चौके लगाये. मार्को यानसेन की गेंद स्टार्क के बल्ले का किनारा लेते हुए स्लिप के ऊपर से चार रनों के लिए चली गयी जिससे उन्होंने टेस्ट में अपना 11वां अर्धशतक पूरा किया और टीम के स्कोर को 200 रन तक पहुंचाया.
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