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WPL 2025 MI vs DC: 15 गेंद में 3 बार रन आउट की अपील लेकिन थर्ड अंपायर ने... WPLमें हुआ जबरदस्त ड्रामा, पलट गया पूरा मैच

WPL 2025 MI vs DC Run out controversy: महिला प्रीमियर लीग में दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस के बीच हुए मुकाबले में थर्ड अंपायर ने आखिरी की 15 गेंदों में तीन विवादित फैसले दिए, जिससे पूरे मैच का रिजल्ट पलट गया.

WPL 2025 MI vs DC: 15 गेंद में 3 बार रन आउट की अपील लेकिन थर्ड अंपायर ने... WPLमें हुआ जबरदस्त ड्रामा, पलट गया पूरा मैच
WPL 2025 MI vs DC: 15 गेंद में 3 बार रन आउट की अपील लेकिन थर्ड अंपायर के फैसले से मचा बवाल

Mumbai Indians Women vs Delhi Capitals Run out controversy: दिल्ली कैपिटल्स ने आखिरी गेंद पर रोमांचक अंदाज में महिला प्रीमियर लीग के दूसरे मुकाबले में मुंबई इंडियंस को हराकर जीत के साथ अपने अभियान का आगाज किया. मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 164 रन बनाए थे और इसके जवाब में दिल्ली ने 8 विकेट खोकर 165 रन बनाए. दिल्ली को आखिरी गेंद पर 2 रन चाहिए थे और लग रहा था कि मैच सुपर ओवर में जा सकता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ और दिल्ली ने आखिरी गेंद पर जीत दर्ज की. हालांकि, इस मैच में जिसकी सबसे अधिक चर्चा हुई, वह है थर्ड अंपायर के फैसले की, जिसके चलते मैच का पूरा रिजल्ट ही बदल गया.

15 गेंद के अंदर तीन विवादित फैसले

मुंबई से मिले लक्ष्य का पीछा कर रही दिल्ली को आखिरी तीन ओवरों में जीत के लिए 30 रन चाहिए थे और उसने छह विकेट गंवा दिए थे. दिल्ली को छठा झटका सारा ब्राइस के रूप में 17.3 ओवर पर लगा. इसके बाद क्रीज पर शिखा पांडे आईं. शिखा पांडे ने आते ही लैप शॉट खेलना चाहा और मिस कर गईं. गेंद बैकवर्ड प्वाइंट की दिशा में गई और उन्होंने तेजी से एक रन चुराने का फैसला लिया. लेकिन नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़ी निकी प्रसाद ने उन्हें वापस भेजा.

दूसरी तरफ फील्डर ने गेंद को सीधे स्ट्राइकर एंड पर थ्रो किया और गेंद स्टंप्स से जा लगी. लेकिन शिखा तब तक लाइन पर पहुंच चुकी थीं. इसके बाद शिखा ने सिंगल चुराया, क्योंकि गेंद स्टंप पर लगने के बाद मिड विकेट की दिशा में डिफ्लेक्ट हो गई थी. इसके बाद रन आउट की अपील को थर्ड अंपायर को भेजा गया.
रीप्ले से पता चला कि जब एलईडी स्टंप्स पहली बार चमके तो पांडे का बल्ला लाइन पर था. हालांकि, थर्ड अंपायर गायत्री वेणुगोपालन ने रीप्ले के अपने अगले फ्रेम के आधार पर अपना फैसला सुनाया और बल्लेबाज को नॉट-आउट करार दिया. इस फ्रेम में बेल्स स्पष्ट रूप से उठी हुई दिखी थी और स समय तक पांडे का बल्ला क्रीज के अंदर था.

मुंबई की कप्तान हरमनप्रीत कौर इस फैसले से खुश नहीं थीं और उन्होंने मैदानी अंपायर एन जननी और अनीश सहस्रबुद्धे से बातचीत की. बाई के कारण अब दिल्ली कैपिटल्स को 14 गेंदों में 24 रन पर चाहिए थे.

इसके बाद दूसरी घटना अगले ओवर की पांचवीं गेंद पर घटी. शिखा पवेलियन लौट चुकी थीं. राधा के पास स्ट्राइक थी. राधा ने बैकवर्ड पॉइंट पर स्लाइश किया और तेजी से सिंगल लेना चाहा. एक समय दोनों बल्लेबाज क्रीज के बीच में फंसे हुए थे और राधा को वापस भेजना पड़ा. थ्रो स्ट्राइकर छोर पर आया और विकेटकीपर यास्तिका भाटिया ने स्टंप उड़ा दिए. लेकिन तब तक राधा यादव वापस लौट चुकी थीं.

रीप्ले से पता लगा रहा था कि राधा आउट थी, लेकिन थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट नहीं माना. राधा ने अपने को बचाने के लिए डाइव लगाई थी, लग रहा था कि उनका बल्ला हवा में था, जब दोनों बेल्स हवा में थीं. फिर, अंपायर ने इसे नज़रअंदाज़ किया और अपना फैसला इस आधार पर लिया कि बेल्स जब हवा में उड़ी उस समय तक राधा का बैट लाइन के अंदर था. उन्हें नॉटआउट दिया गया और उन्होंने अगली गेंद पर छक्का लगा दिया.

इसके बाद आखिरी फैसला मैच की लास्ट गेंद पर आया. दिल्ली को आखिरी गेंद पर दो रन चाहिए थे. अरुंधति रेड्डी ने कवर की दिशा में शॉट खेला. जहां पीछे की ओर दौड़ रही हरमनप्रीत से कैच छूटा. जब बल्लेबाज दूसरा रन दौड़ने के लिए वापस जा रहे थे, तब हरमनप्रीत ने भाटिया को एक फ्लैट थ्रो फेंका. भाटिया ने बिना कोई समय गंवाए सीधे स्टंप्स उड़ा दिए और उसी समय रेड्डी ने डाइव लगाई.

एक बार फिर जब एलईडी स्टंप पहली बार जले तो फ्रेम में रेड्डी का बल्ला लाइन पर दिखा, लेकिन तीसरे अंपायर ने बाद के फ्रेम को देखा और फैसला निकाला कि "बल्लेबाज ने विकेट पूरी तरह से उखड़ने से पहले लाइन पार कर ली है".

थर्ड अंपायर ने किया गलत फैसला

इन तीनों विवादित फैसलों से लगा कि थर्ड अंपायर ने फैसला एलईडी स्टंप लाइट जलने को ही वह प्वाइंट नहीं माना जब बेल्स उठी थीं. डब्ल्यूपीएल 2025 के खेल नियमों के अनुसार, "जहां एलईडी विकेट का उपयोग किया जाता है, उसमें उस पल को विकेट को गिरा माना जाएगा, जब एलईडी लाइटें जलेंगी और अगले फ्रेम दिखेंगे कि बेल्स स्टंप से पूरी तरह से हटेंगे."

भारत की पूर्व कप्तान मिताली राज ने कमेंटेटर के रूप में अपनी भूमिका में कहा कि उनमें से दो फैसले - जिनमें शिखा पांडे और राधा यादव शामिल थे - मुंबई के पक्ष में जाने चाहिए थे. सिर्फ मिताली ही नहीं बल्कि कई फैंस ने भी थर्ड अंपायर के फैसले पर सवाल उठाए.

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