वेस्ट इंडीज ने सिर्फ 80 के स्कोर पर ही 4 विकेट गंवा दिए थे। इन चारों को पैवेलियन वापस भेजने का काम किया न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने। उन्होंने एक के बाद एक चार झटके दे कर वेस्ट इंडीज को बैकफुट पर धकेल दिया। इसके बाद भी निरंतर अंतराल पर वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज पैवेलियन लौटते रहे।
वेस्ट इंडीज को पहला झटका दूसरे ही ओवर में लगा जब जॉनसन चार्ल्स 3 रन बनाकर बोल्ट की गेंद पर बोल्ड हो गए। 27 के कुल योग पर सिमंस भी 12 रन बनाकर बोल्ट की ही गेंद का शिकार बनकर पैवेलियन लौट गए। बोल्ट ने इसके बाद सैमुअल्स को अपना तीसरा शिकार बनाया, जो 27 रन बनाकर आउट हुए।
दिनेश रामदीन बगैर खाता खोले बोल्ट की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए। हालांकि क्रिस गेल ने तेज बल्लेबाजी की और एक छोर संभाले रखा था। लेकिन वे भी अपनी पारी को 33 गेंद पर 61 रन से आगे नहीं ले जा पाए। वेस्ट इंडीज का पांचवां विकेट 120 रन के स्कोर पर गेल के रूप में गिरा।
वेस्ट इंडीज को छठा झटका कोरी एंडरसन ने दिया और इस बार आउट होने की बारी थी पूर्व कप्तान डैरेन सैमी की। सैमी ने 27 रन बनाए। वेस्ट इंडीज का सातवां विकेट जोनाथन कार्टर के रूप में गिरा, उन्होंने 32 रन की पारी खेली और उन्हें डेनियल विटोरी ने बोल्ड किया।
201 रन के स्कोर पर वेस्ट इंडीज का 8वां विकेट आंद्रे रसेल के रूप में गिरा। रसेल ने 11 गेंदों में 20 रन बनाए और उन्हें टिम सूदी ने बोल्ड किया। 221 के स्कोर पर जिरोम टेलर 11 रन बनाकर आउट हुए और 250 के स्कोर पर वेस्ट इंडीज का अंतिम विकेट कप्तान जेसन होल्डर के रूप में गिरा। इस तरह से वेस्ट इंडीज की पूरी टीम 250 पर आउट हो गई और उसे 143 रन से हार का सामना करना पड़ा।
न्यूजीलैंड की ओर से ट्रेंट बोल्ट ने सबसे ज्यादा 4 विकेट हासिल किए। टिम सूदी और डेनियल विटोरी ने 2-2 और एडम मिलने व कोरी एंडरसन ने 1-1 विकेट झटके।
इससे पहले, मार्टिन गुप्टिल (नाबाद 237) के रिकॉर्ड दोहरे शतक की बदौलत न्यूजीलैंड ने वेस्ट इंडीज के सामने 394 रनों का लक्ष्य रखा। कैरेबियाई टीम कभी भी 300 रनों के लक्ष्य को नहीं छू पाई है।
कीवी टीम ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला और विश्वकप में दूसरा तथा एकदिवसीय क्रिकेट इतिहास में छठा दोहरा शतक लगाने वाले गुप्टिल की महान पारी की मदद से निर्धारित 50 ओवरों में छह विकेट पर 393 रन बनाए।
गुप्टिल ने अपनी इस ऐतिहासिक पारी के दौरान 163 गेंदों का सामना कर 24 चौके और 11 छक्के लगाए। वह दोहरा शतक लगाने वाले पहले कीवी और विश्व के पांचवें बल्लेबाज हैं।
गुप्टिल से पहले भारत के रोहित शर्मा (264, 209), सचिन तेंदुलकर (200 नाबाद), वीरेद्र सहवाग (219) और वेस्ट इंडीज के क्रिस गेल (215) ने एकदिवसीय क्रिकेट में इस मील के पत्थर को छुआ है। गुप्टिल ने इस तरह एकदिवसीय क्रिकेट की दूसरी सबसे बड़ी पारी खेली।
गेल विश्व कप में दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। गेल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ इसी विश्व कप में 215 रनों की पारी खेली थी, लेकिन गुप्टिल ने उसे भी पीछे छोड़ दिया। वह विश्वकप में सर्वोच्च व्यक्तिगत योग बनाने वाले बल्लेबाज बने गए हैं।
गुप्टिल ने न्यूजीलैंड के लिए सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी खेली। इससे पहले उनका सर्वोच्च योग 189 रन था और अब वह अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए आगे निकल गए हैं।
गुप्टिल ने अपनी इस पारी के दौरान एक और रिकॉर्ड कायम किया। उन्होंने विश्व कप के नॉकआउट दौर में अब तक की सबसे बड़ी पारी खेली । इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट (149) के नाम था।
गुप्टिल ने 111 गेंदों पर शतक पूरा किया और फिर अगले 52 गेंदों पर 137 न ठोक दिए। इस सफर में गुप्टिल का साथ केन विलियमसन (33), रॉस टेलर (42), ग्रांट इलियट (27) और कोरी एंडरसन (15) ने दिया।
गुप्टिल ने कप्तान ब्रेंडन मैकुलम (12) के साथ पहले विकेट के लिए 27, विलियमसन के साथ दूसरे विकेट के लिए 62, रॉस टेलर के साथ तीसरे विकेट के लिए 143, कोरी एंडरसन के साथ चौथे विकेट के लिए 46, इलियट के साथ पांचवें विकेट के लिए 55, ल्यूक रोंची (9) के साथ छठे विकेट के लिए 32 और डेनियल विटोरी (नाबाद 8) के साथ सातवें विकेट के लिए 28 रन जोड़े।
वेस्ट इंडीज की ओर से कप्तान जेसन होल्डर ने सात ओवर में 71 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि आंद्रे रसेल को 10 ओवर में 96 रनों पर दो सफलता मिली।