खास बातें
- भारतीय टीम के लिए चिंता नहीं बल्कि यहां चिंता प्रॉब्लम ऑफ़ प्लेंटी की है.
- गंभीर को न्यूज़ीलैंड सीरीज़ में मौक़ा मिला, 2 नियमित ओपनर्स चोटिल थे
- पहले राहुल की मांसपेंशियों में खिंचाव आ गया तो फिर शिखर धवन.
नई दिल्ली: पहली पारी 29, दूसरी पारी शून्य. राजकोट में ये गौतम गंभीर के स्कोर थे. पहली पारी में 68 और दूसरी पारी में शून्य की सलामी साझादारी भारत की ओर से हुई, लेकिन सलामी बल्लेबाज़ी भारतीय टीम के लिए चिंता नहीं बल्कि यहां चिंता प्रॉब्लम ऑफ़ प्लेंटी की है.
मतलब, अगर चिंता है तो विकल्पों में से बेस्ट को चुनने की. गंभीर को न्यूज़ीलैंड सीरीज़ में मौक़ा इसलिए मिला क्योंकि 2 नियमित ओपनर्स चोटिल हुए. पहले राहुल की मांसपेंशियों में खिंचाव आ गया तो फिर शिखर धवन भी चोटिल होकर बाहर हो गए.
लेकिन, अब इनमें से एक फ़िट हो चुका है और घरेलू रणजी मैच में 76 रन की अच्छी पारी भी खेल चुका है. लोकेश राहुल ने अपनी टीम कर्नाटक की ओर से खेलते हुए राजस्थान के खिलाफ़ रणजी मैच की पहली पारी में 76 रन बनाए.
अहम बात ये रही कि आंध्र के विजयनगरम में उनकी इस पारी को देखने के लिए मुख्य चयनकर्ता भी मौजूद थे. एमएसके प्रसाद और सरनदीप सिंह को राहुल ने इस पारी से अपनी मैच फ़िटनेस के बारे में बता दिया.
यही नहीं, राहुल की फ़िटनेस को परखने के लिए बीसीसीआई के फ़िजियो को भी खासतौर पर वहां मौजूद रहने के लिए कहा गया था. लेकिन, इस सबके बाद बड़ा सवाल ये है कि क्या मैच फ़िटनेस हासिल करने के बाद लोकेश राहुल की दूसरे टेस्ट के लिए टीम इंडिया में वापसी होगी? या फिर उन्हें कुछ और समय दिया जाएगा और तीसरे टेस्ट के लिए उन्हें टीम के साथ जोड़ा जाएगा.
सूत्रों की मानें तो राहुल को बतौर 16वें सदस्य के तौर पर टीम इंडिया में शामिल करने की बात है और इसके साथ 2 खिलाड़ियों को रणजी मैचों के लिए छोड़े जाने की भी बात है, लेकिन इन बातों में कितनी सच्चाई है, इसकी पुष्टि करना फ़िलहाल मुश्किल है लेकिन एक बात जिसकी पुष्टि की जा सकती है वो यह है कि अगर लोकेश राहुल टीम इंडिया में शामिल होते हैं तो गौतम गंभीर प्लेइंग इलेवन से बाहर हो सकते हैं.
राहुल के रिकॉर्ड पर नज़र डालें तो 37.46 की ओसत से उन्होंने 9 टेस्ट में 562 रन बनाए हैं जिसमें तीन शतक शामिल हैं. वहीं, गंभीर ने 41.95 की औसत से 58 टेस्ट में 4154 रन बनाए हैं. अहम यह है कि पिछले 30 टेस्ट में उनके नाम एक भी शतक नहीं है. 2014 में इंग्लैंड के खिलाफ़ इंग्लैंड में भी गंभीर को 2 टेस्ट मैच मिले थे, क्या एक बार फिर 2 टेस्ट के बाद उन्हें बाहर होना पड़ेगा?