पहला वनडे मैच जीतकर टीम इंडिया सीरीज में 1-0 की बढ़त बना चुकी है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
श्रीलंका के खिलाफ गुरुवार को होने वाले दूसरे वनडे से पहले ही भारतीय टीम के फ़ैन्स नतीजे को लेकर बेफ़िक्र हैं. लेकिन टीम इंडिया फ़िटनेस से लेकर हर बारीक पहलू को ठीक करने की कोशिश कर रही है. टीम मैनेजमेंट ने कहा कि पहले मैच में जीत के बावजूद दूसरे मैच में इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि ग़लतियां दुहराई न जाएं. टीम के बॉलिंग कोच भरत अरुण ने कैंडी में मैच से पहले अभ्यास के दौरान बताया, "पिछले मैच में हमने 10 के क़रीब वाइड गेंदें फ़ेंकीं. दरअसल तेज़ हवाएं चल रही थीं. हम कोई बहाना नहीं बनाना चाहते. लेकिन अगले मैच में हम हालात का अंदाज़ा लगाकर उसी हिसाब से गेंद फ़ेंकने की कोशिश करेंगे."
हार्दिक पंड्या लगातार अपने शानदार ऑलराउंडर होने का सबूत पेश कर रहे हैं. टीम मैनेजमेंट और भारतीय फ़ैन्स उनसे वनडे में ऐसा बार-बार करने की उम्मीद करने लगे हैं. दरअसल टीम मैनेजमेंट भी फ़िनिशर के रोल में उन्हें मांजना चाहता है. पिछले मैच में भुवनेश्वर के साथ गेंदबाज़ी की शुरुआत करने वाले पंड्या में टीम मैनेजमेंट बड़ी संभावनाएं देख रहा है. गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण (2 टेस्ट में 4 विकेट, 48 फ़र्स्ट क्लास में 110 विकेट) कहते हैं, "हार्दिक 135 किलोमीटर की रफ़्तार से लगातार गेंद डालते हैं. हम अलग-अलग गेंदबाज़ों को अलग अलग वक्त पर विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं. हार्दिक 10 ओवर गेंद डालना चाहते हैं. वे काफ़ी मेहनत करते हैं. ये देखकर अच्छा लगता है कि वो अपना हुनर और बेहतर करना चाहते हैं. मेरे लिए उनके साथ काम करना इसलिए बेहद आसान हो जाता है."
यह भी पढ़ें : इस मामले में सचिन और विराटको पीछे छोड़ सकते हैं धवन
सीरीज़ कब्ज़े में करने से पहले टीम इंडिया विनिंग कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ करने की सोचती है तभी कुलदीप यादव, मनीष पांडेय या अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ी एक्शन में नज़र आ सकते हैं. वैसे फ़िलहाल टीम के पास प्लेइंग इलेवन के विकल्प को आज़माने के मौक़े भी बचे हुए हैं. इस दौरान टीम इंडिया अपनी कमियों को लेकर भी बात कर रही है. टीम इससे इंकार नहीं कर रही कि ज़हीर ख़ान के जाने के बाद से उन्हें बांये हाथ के तेज़ गेंदबाज़ की कमी खल रही है. बॉलिंग कोच भरत अरुण कहते हैं, "हम बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ की तलाश में हैं. अगर हमें एक भी बांये हाथ का पेसर मिलता है तो टीम को बहुत फ़ायदा होगा." टीम इंडिया को अब तक श्रीलंकाई दौरे पर न तो टेस्ट में और न ही वनडे में किसी तरह की कोई दिक्कत पेश आई है. जीत के रथ पर सवार टीम इंडिया के कप्तान पर्दे के पीछे की तैयारी और रणनीति पर भी खुलकर बोल रहे हैं. दूसरे वनडे से पहले टीम ने फ़िटनेस और 2019 के वर्ल्ड कप को लेकर भी अपनी सोच साफ़ कर दी है.
वीडियो : पहले वनडे में शतक जमाने के बाद यह बोले धवन
श्रीलंका को वर्ल्ड कप में क्वालिफ़ाई करने के लिए कम से कम दो मैच में जीत की ज़रूरत है. लेकिन जिस अंदाज़ में ये टीम मेहमान भारतीय टीम का सामना कर रही है इसकी गुंजाइश कम ही नज़र आ रही है. टीम इंडिया को आईसीसी में तीसरे नंबर पर बने रहने और सीरीज़ जीतने के लिए तीन मैच में जीत की ज़रूरत है और ये काम मौजूदा हालात में मुश्किल नहीं दिखता. फ़ैन्स की नज़र टीम इंडिया की जीत पर है जबकि टीम जीत के तरीके और हर बारीकी का ख़याल रख रही है जिससे मेन इन ब्लू का खेल मिशन वर्ल्ड कप के लिए हर रोज़ पहले से बेहतर दिख रहा है.
हार्दिक पंड्या लगातार अपने शानदार ऑलराउंडर होने का सबूत पेश कर रहे हैं. टीम मैनेजमेंट और भारतीय फ़ैन्स उनसे वनडे में ऐसा बार-बार करने की उम्मीद करने लगे हैं. दरअसल टीम मैनेजमेंट भी फ़िनिशर के रोल में उन्हें मांजना चाहता है. पिछले मैच में भुवनेश्वर के साथ गेंदबाज़ी की शुरुआत करने वाले पंड्या में टीम मैनेजमेंट बड़ी संभावनाएं देख रहा है. गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण (2 टेस्ट में 4 विकेट, 48 फ़र्स्ट क्लास में 110 विकेट) कहते हैं, "हार्दिक 135 किलोमीटर की रफ़्तार से लगातार गेंद डालते हैं. हम अलग-अलग गेंदबाज़ों को अलग अलग वक्त पर विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करना चाहते हैं. हार्दिक 10 ओवर गेंद डालना चाहते हैं. वे काफ़ी मेहनत करते हैं. ये देखकर अच्छा लगता है कि वो अपना हुनर और बेहतर करना चाहते हैं. मेरे लिए उनके साथ काम करना इसलिए बेहद आसान हो जाता है."
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सीरीज़ कब्ज़े में करने से पहले टीम इंडिया विनिंग कॉम्बिनेशन से छेड़छाड़ करने की सोचती है तभी कुलदीप यादव, मनीष पांडेय या अजिंक्य रहाणे जैसे खिलाड़ी एक्शन में नज़र आ सकते हैं. वैसे फ़िलहाल टीम के पास प्लेइंग इलेवन के विकल्प को आज़माने के मौक़े भी बचे हुए हैं. इस दौरान टीम इंडिया अपनी कमियों को लेकर भी बात कर रही है. टीम इससे इंकार नहीं कर रही कि ज़हीर ख़ान के जाने के बाद से उन्हें बांये हाथ के तेज़ गेंदबाज़ की कमी खल रही है. बॉलिंग कोच भरत अरुण कहते हैं, "हम बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ की तलाश में हैं. अगर हमें एक भी बांये हाथ का पेसर मिलता है तो टीम को बहुत फ़ायदा होगा." टीम इंडिया को अब तक श्रीलंकाई दौरे पर न तो टेस्ट में और न ही वनडे में किसी तरह की कोई दिक्कत पेश आई है. जीत के रथ पर सवार टीम इंडिया के कप्तान पर्दे के पीछे की तैयारी और रणनीति पर भी खुलकर बोल रहे हैं. दूसरे वनडे से पहले टीम ने फ़िटनेस और 2019 के वर्ल्ड कप को लेकर भी अपनी सोच साफ़ कर दी है.
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श्रीलंका को वर्ल्ड कप में क्वालिफ़ाई करने के लिए कम से कम दो मैच में जीत की ज़रूरत है. लेकिन जिस अंदाज़ में ये टीम मेहमान भारतीय टीम का सामना कर रही है इसकी गुंजाइश कम ही नज़र आ रही है. टीम इंडिया को आईसीसी में तीसरे नंबर पर बने रहने और सीरीज़ जीतने के लिए तीन मैच में जीत की ज़रूरत है और ये काम मौजूदा हालात में मुश्किल नहीं दिखता. फ़ैन्स की नज़र टीम इंडिया की जीत पर है जबकि टीम जीत के तरीके और हर बारीकी का ख़याल रख रही है जिससे मेन इन ब्लू का खेल मिशन वर्ल्ड कप के लिए हर रोज़ पहले से बेहतर दिख रहा है.
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