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This Article is From Mar 25, 2015

वर्ल्ड कप सेमीफाइनल : रोहित शर्मा ने कहा, हमें पता है बड़े मैच कैसे जीते जाते हैं

वर्ल्ड कप सेमीफाइनल : रोहित शर्मा ने कहा, हमें पता है बड़े मैच कैसे जीते जाते हैं
रोहित शर्मा की फाइल तस्वीर
सिडनी:

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्वकप सेमीफाइनल से पहले भारत के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा ने बुधवार को कहा कि टीम को पता है कि बड़े टूर्नामेंटों में अहम मैच कैसे जीते जाते हैं और यह उनके लिए फायदे की बात होगी।

विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी और आर अश्विन 50 ओवरों का विश्वकप जीतने वाली 2011 टीम का हिस्सा थे, जबकि रोहित टी-20 विश्वकप और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीत चुके हैं। उनका मानना है कि भारत को इसका फायदा मिलेगा।

रोहित ने मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मुझे ऐसा लगता है, क्योंकि हम सभी बड़े मैच खेल चुके हैं... चैंपियंस ट्रॉफी 2011 में भी। हमें बड़े मैचों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की प्रेरणा मिलती है। उम्मीद है कि यह रोमांचक मुकाबला होगा। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे की सफलता का आनंद लेकर ही टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे के खराब प्रदर्शन के बाद विश्वकप में बेहतरीन खेल सकी।

उन्होंने कहा, हम सभी एक-दूसरे की सफलता का पहले से कहीं अधिक मजा ले रहे हैं। गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी। मैंने शुरुआत में ही कहा कि हम सभी बड़े मैच खेल चुके हैं, लिहाजा हमें पता है कि जीतने के लिए क्या चाहिए। उम्मीद है कि कल आगाज अच्छा होगा। हमें अच्छी शुरुआत करनी होगी।

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड रोहित के लिए काफी लकी रहा है, जहां उन्होंने 2008 में सीबी सीरीज फाइनल में नाबाद अर्धशतक बनाया था। इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, इसे लंबा समय हो गया है, सात साल। मेरे जेहन में अभी भी इसकी यादें ताजा हैं। यह पहला फाइनल था और मैं सचिन तेंदुलकर के साथ बल्लेबाजी कर रहा था। मैं उसे भूल नहीं सकता। भारत को वह मैच जीतना ही था। मैंने उससे काफी कुछ सीखा।

रोहित ने कहा कि वनडे क्रिकेट में पारी की शुरुआत से उनका खेल और रवैया बदल गया है। उन्होंने कहा,  बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आने से मेरा खेल और तरीका बदला है। मैं अब अधिक जिम्मेदार हो गया हूं। मैं जब भी बल्लेबाजी के लिए जाता हूं, तो यही सोचकर जाता हूं कि ज्यादा से ज्यादा ओवर खेलने हैं। मुझे ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी में मजा आ रहा है।

रोहित ने स्वीकार किया कि एससीजी की पिच पर कुछ टर्न मिलेगा, लेकिन कहा कि भारतीय गेंदबाजी आक्रमण स्पिनरों या तेज गेंदबाजों पर निर्भर नहीं है। उन्होंने कहा, यदि आप एससीजी का इतिहास देखें, तो आपको पता चलेगा कि यहां स्पिनरों ने उम्दा गेंदबाजी की है। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट मैचों में स्पिनरों की भूमिका अहम रही है। यदि यहां गेंद टर्न लेती है, तो हमारे पास अच्छे स्पिनर हैं। उन्होंने तेज गेंदबाजों की भी तारीफ करते हुए कहा, इस टूर्नामेंट में सात मैचों में हमने 70 विकेट लिए हैं और तेज गेंदबाजों तथा स्पिनरों सभी को विकेट मिले हैं। यह अच्छा संकेत है।

रोहित ने यह भी कहा कि थोड़ी बहुत छींटाकशी से उन्हें ऐतराज नहीं है, लेकिन सीमा पार नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा, छींटाकशी खेल में होती रहती है, लेकिन सीमा का ध्यान रखना चाहिए। पेशेवर क्रिकेटर होने के नाते हम सभी को पता होना चाहिए कि सीमा पार नहीं करनी है। हमें छींटाकशी की बजाय अपनी रणनीति पर फोकस करना चाहिए।

रोहित ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम की भी कमजोरियां है और क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान के वहाब रियाज ने यह साबित कर दिया। उन्होंने कहा, अच्छी तेज गेंदबाजी के सामने उन्हें परेशानी होती है और पाकिस्तान के खिलाफ मैच में हमने यह देखा। हमारा गेंदबाजी आक्रमण अलग है और हमें अपनी ताकत को ध्यान में रखना होगा।

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