वीरेंद्र सहवाग को रवि शास्त्री के साथ कोच पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है (फाइल फोटो)
टीम इंडिया के धमाकेदार ओपनर वीरेंद्र सहवाग हाल ही में टीम इंडिया के कोच पद के लिए दो लाइन का बॉयोडाटा भेजने संबंधी खबरों को लेकर सुर्खियों में थे. हालांकि सहवाग ने मीडिया में आईं इन खबरों को बेबुनियाद बताया था. वीरू ने कहा था कि उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की ओर से तय मानदंडों के अनुरूप ही अपना बॉयोडाटा भेजा था. उन्होंने कहा था कि मीडिया में दो लाइन का CV भेजने की खबरों से मुझे हैरत हुई. यदि मुझे दो लाइन का CV ही भेजना होता तो मेरा नाम ही काफी था. ऐसे समय जब अनिल कुंबले कोच पद की रेस से (इस्तीफा देने के कारण) बाहर हो चुके हैं, सहवाग और रवि शास्त्री को भारतीय टीम के कोच पद का प्रमुख दावेदार माना जा रहा है. जानकारी के अनुसार, जहां रवि शास्त्री को टीम के कप्तान विराट कोहली का परोक्ष समर्थन हासिल है, वहीं वीरू बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी की पसंद माने जा रहे हैं.
अखबार डेक्कन क्रॉनिकल ने एक सूत्र के हवाले से बताया, ' हां, वीरेंद्र सहवाग सोशल मीडिया पर बेहद मुखर हैं. यदि उन्हें कोच बनाया जाता है तो उनसे मुंह बंद रखने को कहा जाएगा.' हमारा डर इस बात को लेकर है कि यदि भारतीय टीम कोई मैच या सीरीज हार जाती है तो टीम से जुड़े महत्वपूर्ण लोग इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रहेंगे.' 'शास्त्री और सहवाग के अलावा रिचर्ड पायबस, डोडा गणेश और लालचंद राजपूत ने भी कोच पद के लिए आवेदन किया है.
कोच पद के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 9 जुलाई है. सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की तीन सदस्यीय समिति कोच के बारे में अंतिम निर्णय लेगी. गौरततब है कि अनिल कुंबले ने हाल ही में यह कहते हुए कोच पद से इस्तीफा दे दिया था कि कप्तान विराट कोहली के उनकी कार्यशैली को लेकर ऐतराज है. नए कोच के चयन के मुद्दे पर कई पूर्व क्रिकेटरों ने अपनी राय जाहिर की है. टीम इंडिया के पूर्व मध्य क्रम के बल्लेबाज और कमेंटेटर संजय मांजरेकर चाहते हैं कि इस विवाद को ध्यान में रखते हुए टीम इंडिया के नए कोच के चयन के समय कप्तान कोहली को विश्वास में लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, भले ही कप्तान को कोच चयन की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनाया जाए लेकिन उसे इस मामले में भरोसे में लिया जाना चाहिए.
अखबार डेक्कन क्रॉनिकल ने एक सूत्र के हवाले से बताया, ' हां, वीरेंद्र सहवाग सोशल मीडिया पर बेहद मुखर हैं. यदि उन्हें कोच बनाया जाता है तो उनसे मुंह बंद रखने को कहा जाएगा.' हमारा डर इस बात को लेकर है कि यदि भारतीय टीम कोई मैच या सीरीज हार जाती है तो टीम से जुड़े महत्वपूर्ण लोग इससे प्रभावित हुए बिना नहीं रहेंगे.' 'शास्त्री और सहवाग के अलावा रिचर्ड पायबस, डोडा गणेश और लालचंद राजपूत ने भी कोच पद के लिए आवेदन किया है.
कोच पद के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 9 जुलाई है. सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण की तीन सदस्यीय समिति कोच के बारे में अंतिम निर्णय लेगी. गौरततब है कि अनिल कुंबले ने हाल ही में यह कहते हुए कोच पद से इस्तीफा दे दिया था कि कप्तान विराट कोहली के उनकी कार्यशैली को लेकर ऐतराज है. नए कोच के चयन के मुद्दे पर कई पूर्व क्रिकेटरों ने अपनी राय जाहिर की है. टीम इंडिया के पूर्व मध्य क्रम के बल्लेबाज और कमेंटेटर संजय मांजरेकर चाहते हैं कि इस विवाद को ध्यान में रखते हुए टीम इंडिया के नए कोच के चयन के समय कप्तान कोहली को विश्वास में लिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, भले ही कप्तान को कोच चयन की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं बनाया जाए लेकिन उसे इस मामले में भरोसे में लिया जाना चाहिए.
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