वीरेंद्र सहवाग ने इंटरव्यू में विश्वकप 2019 को जीतने का खाका पेश किया...
नई दिल्ली:
भारत के नए कोच के चयन की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है. कुछ समय पहले तक रवि शास्त्री को फ्रंट रनर माना जा रहा था लेकिन सोमवार को 4 घंटे तक बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति ने 5 उम्मीदवारों का साक्षात्कार लिया. सूत्रों के मुताबिक, वीरेंद्र सहवाग नंबर वन उम्मीदवार बनकर उभरे हैं. सूत्रों ने NDTV को बताया कि सीएससी के तीन सदस्य भूतपूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर सहवाग के प्रजेंटेशन से प्रभावित नजर आए. सहवाग ने विश्वकप 2019 को जीतने का अपना खाका पेश किया.
हालांकि देर शाम गांगुली ने नए कोच की घोषणा की टालते हुए कहा कि सीएससी कोई भी आधिकारिक नियुक्ति करने से पहले कप्तान विराट कोहली से भी विचार-विमर्श करना चाहती है. इसी के साथ गांगुली ने स्पष्ट किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि सीएसी को विराट से अप्रूवल लेना है.
इतना ही नहीं, पूर्व भारतीय कप्तान और कोच सलाहकार समिति (सीएसी) सदस्य सौरव गांगुली ने यह कहते हुए विराट कोहली को स्पष्ट संदेश भेजा कि कोच कैसे काम करते हैं, भारतीय कप्तान को इस बात को समझने की जरूरत है. माना जाता है कि गांगुली की ओर से यह साफ संकेत था कि नए कोच के चयन में विराट की मनमानी नहीं चलेगी.
गांगुली ने कहा, "प्रक्रिया पूरी हो गई है. सारे प्रस्तुतिकरण शानदार थे. हम सिर्फ उन लोगों से बात करना चाहते हैं जो अहमियत रखते हैं. हम सबकी राय एक जैसी होनी चाहिए. जो भी आएगा, उसे 2019 विश्व कप तक होना चाहिए. और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि छह महीने तक राय में मतभेद नहीं हों."
इसके अलावा, सीएसी विराट कोहली को नए कोच और उसके प्लान के बारे में जानकारी देते हुए बताना चाहती है कि रवि शास्त्री कोच पद की दौड़ से बाहर हो गए हैं. माना तो यह भी जाता है कि अगर रवि शास्त्री सीएससी की पसंद होते तो विराट से उनकी बेहतर ट्यूनिंग और कार्यशैली को देखते हुए आज ही उनके नाम की घोषणा कर दी जाती.
हालांकि देर शाम गांगुली ने नए कोच की घोषणा की टालते हुए कहा कि सीएससी कोई भी आधिकारिक नियुक्ति करने से पहले कप्तान विराट कोहली से भी विचार-विमर्श करना चाहती है. इसी के साथ गांगुली ने स्पष्ट किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि सीएसी को विराट से अप्रूवल लेना है.
इतना ही नहीं, पूर्व भारतीय कप्तान और कोच सलाहकार समिति (सीएसी) सदस्य सौरव गांगुली ने यह कहते हुए विराट कोहली को स्पष्ट संदेश भेजा कि कोच कैसे काम करते हैं, भारतीय कप्तान को इस बात को समझने की जरूरत है. माना जाता है कि गांगुली की ओर से यह साफ संकेत था कि नए कोच के चयन में विराट की मनमानी नहीं चलेगी.
गांगुली ने कहा, "प्रक्रिया पूरी हो गई है. सारे प्रस्तुतिकरण शानदार थे. हम सिर्फ उन लोगों से बात करना चाहते हैं जो अहमियत रखते हैं. हम सबकी राय एक जैसी होनी चाहिए. जो भी आएगा, उसे 2019 विश्व कप तक होना चाहिए. और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि छह महीने तक राय में मतभेद नहीं हों."
इसके अलावा, सीएसी विराट कोहली को नए कोच और उसके प्लान के बारे में जानकारी देते हुए बताना चाहती है कि रवि शास्त्री कोच पद की दौड़ से बाहर हो गए हैं. माना तो यह भी जाता है कि अगर रवि शास्त्री सीएससी की पसंद होते तो विराट से उनकी बेहतर ट्यूनिंग और कार्यशैली को देखते हुए आज ही उनके नाम की घोषणा कर दी जाती.
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