विराट कोहली नहीं, लक्ष्य का पीछा करके जीत दिलाने में अव्वल है यह भारतीय बल्लेबाज, अन्य भी कम नहीं

विराट कोहली नहीं, लक्ष्य का पीछा करके जीत दिलाने में अव्वल है यह भारतीय बल्लेबाज, अन्य भी कम नहीं

एमएस धोनी और विराट कोहली ने मोहाली वनडे में मैच विजयी साझेदारी की थी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

वनडे और टी-20 में टीम इंडिया के उपकप्तान विराट कोहली और कप्तान एमएस धोनी का रिकॉर्ड लक्ष्य का पीछा करने के मामले में दुनिया में सबसे बेहतर है. खासतौर से विराट कोहली ने तो लक्ष्य का पीछा करते समय कम मैचों में सबसे अधिक रन भी बना लिए हैं, वहीं लक्ष्य का पीछा करते समय शतक लगाकर जीत दिलाने के मामले में वह सचिन तेंदुलकर की बराबरी पर हैं. हालांकि ऐसा नहीं है कि लक्ष्य का पीछा करने में केवल धोनी और कोहली को ही महारत हासिल है. वर्ल्ड क्रिकेट में कई ऐसे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने इसमें अपना लोहा मनवाया है. हम आपको धोनी और विराट के साथ ही ऐसे अन्य बल्लेबाजों से भी मिलवाने जा रहे हैं...

महेंद्र सिंह धोनी
टीम इंडिया के सामने भले ही कितना भी बड़ा लक्ष्य हो या चाहे अंतिम ओवरों में किसी भी रनगति से उसे हासिल करना हो, एमएस धोनी के क्रीज पर रहते वह असंभव नहीं लगता. हालांकि पिछले कुछ समय से उनकी फिनिशर की छवि को धक्का लगा है और वह अपने इस काम को अच्छी तरह नहीं कर पाए, लेकिन उनकी क्षमता पर किसी को भी संदेह नहीं. तभी तो उन्हें वर्ल्ड का नंबर वन फिनिशर कहा जाता है. लक्ष्य का पीछा करने के समय धोनी का रिकॉर्ड देखें, तो उन्होंने 61 मैचों में 2348 रन बनाए हैं, जिनमें 61 फिफ्टी और 9 सेंचुरी बनाई हैं और उनका औसत 102 से अधिक है, जो सबसे बेहतर है. यदि धोनी के वनडे रिकॉर्ड पर नजर डालें, तो उन्होंने 283 मैचों की 246 पारियों में 9110 रन बनाए हैं, जिनमें उनका औसत 50.89 रहा है, जो वनडे क्रिकेट में किसी भी नंबर के बल्लेबाज के लिए गर्व करने लायक है.
 


विराट कोहली
लक्ष्य का पीछा करते समय रन बनाने के मामले में विराट कोहली वर्तमान बल्लेबाजों में टॉप पर हैं. उन्होंने अब तक 58 वनडे मैचों में रनों का पीछा करते हुए 3360 रन बनाए हैं और उनका औसत 86.2 का है. लक्ष्य का पीछा करने के दौरान विराट 16 सेंचुरी बना चुके हैं, जिनमें से 14 शतक मैच विजयी साबित हुए हैं. सचिन तेंदुलकर से तुलना करें, तो उन्होंने लक्ष्य का पीछा करने के दौरान 17 सेंचुरी लगाई थीं. मतलब अब विराट एक और सेंचुरी बनाते ही सचिन से आगे निकल जाएंगे. हालांकि लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करते समय सचिन ने भी 14 सेंचुरी लगाई थी. वनडे करियर में विराट ने 176 मैचों में 52.85 के औसत से 7505 रन बनाए हैं.
 

माइकल बेवन
ऑस्ट्रेलिया के माइकल बेवन विरोधी टीम के हाथ से मैच को कब खींचकर ले जाते थे, इसका पता भी नहीं चलता था. बेवन की पारियों में शुरुआती दौर में बाउंड्री की संख्या आमतौर पर कम होती थी, लेकिन वह स्ट्राइक रोटेट करते हुए तेजी से रन बनाते थे. बिना बाउंड्री लगाए भी उनका स्ट्राइक रेट बेहतर होता था. बेवन ने लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा करने के दौरान 45 वनडे में 86.3 के औसत से 1725 रन बनाए थे. पूरे वनडे करियर की बात करें, तो उन्होंने 232 मैचों में 53.58 के औसत से 6912 रन बनाए थे.

एबी डिविलियर्स
चाहे फटाफट क्रिकेट हो या वनडे दक्षिण अफ्रीका के इस बल्लेबाज का जबाव नहीं. 360 डिग्री शॉट के लिए मशहूर एबी डिविलियर्स भी रनों का पीछा करने के मामले में किसी से कम नहीं हैं. उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए 53 वनडे में 2363 रन बनाए हैं और उनका औसत 81.5 रहा है, जबकि वनडे में उन्होंने अब तक 206 मैच खेले हैं और 53.63 के शानदार औसत से 8742 रन ठोके हैं. अपने खेल से दुनियाभर में ढेर प्रशंसक बना लेने वाले इस बल्लेबाज को रोकना किसी भी गेंदबाज और कप्तान के लिए काफी मुश्किल होता है, क्योंकि वह किस गेंद को कहां उड़ा देंगे इसका अंदाजा लगाना आसान नहीं होता. तभी तो लक्ष्य का पीछा करते समय डिविलियर्स के क्रीज पर रहते विरोधी टीम के लिए जीत नामुमकिन लगती है..
 
डिविलियर्स के पास मैदान के किसी भी कोने पर शॉट लगा देने की अद्भुत क्षमता है (फाइल फोटो)

दिनेश चंडीमल
मैच फिनिश करने के मामले में श्रीलंका के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश चांदीमल भी पीछे नहीं हैं. उन्होंने रनों का पीछा करते  हुए 81.5 के औसत से 815 रन बनाए हैं. खास बात यह कि इस दौरान वह केवल एक बार आउट हुए हैं. चंडीमल ने 119 वनडे में 34.46 के औसत से 3033 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और 20 फिफ्टी हैं.
 
दिनेश चंडीमल विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी भी संभालते हैं (फाइल फोटो)

माइक हसी

माइकल बेवन के बाद माइक हसी ऑस्ट्रेलिया के दूसरे ऐसे क्रिकेटर रहे, जिसने लक्ष्य का पीछा करने में महारत हासिल की थी. माइकल हसी ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 27 मैचों में 74.1 के औसत से 741 रन बनाए थे. उन्होंने 185 वनडे में 5442 रन बनाए हैं जिसमें 3 शतक और 29 फिफ्टी शामिल हैं. उनका औसत 48.15 रहा.
 
हसी तकनीकी रूप से दक्ष बल्लेबाज माने जाते थे (फाइल फोटो)

माइकल क्लार्क
रनों का पीछा करने के मामले में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियो का जवाब नहीं. हसी और बेवन के बाद आधुनिक क्रिकेटरों में माइकल क्लार्क लक्ष्य का पीछा करने के दौरान बेहतरीन रिकॉर्ड रखते हैं. उन्होंने 53 वनडे में रनों का पीछा करते हुए 73.9 के औसत से 2142 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई है. उन्होंने वनडे करियर में 245 वनडे मैच खेलकर 44.58 के औसत से 7981 रन बनाए हैं.
 
क्लार्क की कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने वर्ल्ड कप भी जीता था (फाइल फोटो)

थोर्प, क्रोनिए और चैपल भी
इंग्लैंड के पूर्व बल्लेबाज ग्राहम थोर्प ने 21 मैचों में रनों का पीछा करते हुए 70.8 के औसत से विजयी 849 रन बनाए, तो दक्षिण अफ्रीका के दिवंगत कप्तान हैंसी क्रोनिए ने रनों का पीछा करते हुए 43 मैचों में 70.1 के औसत से विजयी 1682 रन बनाए, वहीं टीम इंडिया के पूर्व कोच ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज बल्लेबाज ग्रेग चैपल भी रनों का पीछा करने में माहिर थे. उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए 21 पारियों में 70 के औसत से 770 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी...
 
हैंसी क्रोनिए मैच फिक्सिंग को लेकर भी चर्चा में रहे थे (फाइल फोटो)

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