
भारतीय टीम के खिलाड़ी 31 अगस्त से शुरु हो रहे एशिया कप से पहले नियमित फिटनेस परीक्षण से गुजर रहे हैं जिसमें युवा शुभमन गिल ‘यो-यो' परीक्षण में 18.7 के स्कोर से शीर्ष पर रहे. ‘यो-यो' परीक्षण कराने वाले सभी क्रिकेटरों ने 16.5 का ‘कट-ऑफ' स्तर पार कर लिया है. विराट कोहली ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी के अनुसार 17.2 का स्कोर किया. जसप्रीत बुमराह, प्रसिद्ध कृष्णा, तिलक वर्मा, संजू सैमसन (एशिया कप के रिजर्व सदस्य) और केएल राहुल इन पांच क्रिकेटरों को छोड़कर सभी इस टेस्ट को कर चुके हैं. बीसीसीआई के इस सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘यो-यो टेस्ट एक ‘एयरोबिक एंड्योरेंस फिटनेस टेस्ट' है, जिसमें नतीजे इसे देखते हुए अलग हो सकते हैं कि आप अंतिम मैच कब खेले और पिछले हफ्ते आप कितने कार्यभार से गुजरे हो. ''
उन्होंने कहा, ‘‘गिल का सबसे ज्यादा 18.7 स्कोर रहा. ज्यादातर खिलाड़ियों ने 16.5 से 18 के बीच स्कोर किया. '' बीसीसीआई ने यह फिटनेस कम अनुकूलन शिविर का आयोजित किया है क्योंकि अक्टूबर में होने वाले विश्व कप से पहले यही एकमात्र ‘विंडो' थी. सूत्र ने कहा, ‘‘अगर खिलाड़ियों के पास दो टूर्नामेंट के बीच समय रहता है तो राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी की खेल विज्ञान टीम भारतीय टीम के खेल स्टाफ के साथ मिलकर सभी अनिवार्य परीक्षण करती है. ''
इसके अलावा BCCI ने खिलाड़ियों को टीम से जुड़ी किसी भी जानकारी को सोशल मीडिया पर सांझा ना करने की हिदायत दी है. बता दें कि इस टेस्ट में विराट कोहली ने तय मानक से ज्यादा 17.2 का स्कोर किया. और टेस्ट "फुल नंबर" से पास करने के बाद विराट ने इसकी खुशी अपने सोशल मीडिया पर फैंस के साथ साझा की, लेकिन BCCI को यह बात पसंद नहीं आई और बोर्ड ने इस को लेकर संदेश प्रबंधन तक पहुंचा दिया है.
एक अखबार की रिपोर्ट के अनुसार BCCI नहीं चाहता कि कोई भी इस तरह की गोपनीय जानकारी सार्वजनिक मंच पर साझा की जाए. इसके बाद मैनेजमेंट ने सबी खिलाड़ियों अपने फिटनेस टेस्ट का स्कोर सोशल मीडिया पर न डालने के लिए कहा है. जानकारी के मुताबिक BCCI के आला अधिकारियों को कोहली की यह बात पसंद नहीं आई. और इसी के बाद यह फैसला लिया गया है. सूत्र के अनुसार, "खिलाड़ियों को मौखित तौर पर सोशल मीडिया पर कोई भी गोपनी जानकारी साझा न करने को कहा गया है. हालांकि, खिलाड़ी अपनी ट्रेनिंग की तस्वीरें पोस्ट कर सकते हैं, लेकिन फिटनेस टेस्ट का स्कोर अनुबंध की शर्तों के उल्लंघन में आता है.
इस शिविर से पहले ही एशिया कप के लिए चुनी गई टीम इंडिया को 13 दिन का शेड्यूल बता दिया गया था कि उन्हें क्या-क्या करना है और क्या नहीं. इसके तहत खिलाड़ियों को अलग-अलग व्यायाम से लेकर कितनी नींद लेनी है, यह तक साफ कर दिया गया था. BCC I सभी को इसका अनुपालन करने के लिए कहा है. और खिलाड़ी इस पर अमल नहीं करते हैं, तो कार्रवाई का फैसला टीम प्रबंधन पर ही छोड़ दिया गया है.
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