न्यूजीलैंड दौरे पर शर्मनाक प्रदर्शन के कारण आलोचना झेल रही भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी का दबाव महसूस करने के बजाय विराट कोहली मंगलवार से शुरू हो रहे एशिया कप में इस चुनौती को लेकर रोमांचित है।
आलोचकों के कोपभाजन बने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के चोट के कारण बाहर होने की वजह से कोहली को एशिया कप में कार्यवाहक कप्तान बनाया गया है ।
कोहली ने टीम के आगमन के बाद पत्रकारों से कहा, पिछले कुछ साल में उन्होंने जो कुछ हासिल किया है, उसकी इससे कोई तुलना ही नहीं हो सकती। उन्होंने कहा, मैं सिर्फ एक टूर्नामेंट के लिए कप्तान हूं। यह नियमित कप्तानी से एकदम अलग है। जीतने पर आपकी तारीफ होती है और हारने पर आलोचना। यह सब खेल का हिस्सा है।
कोहली ने कहा, मैं फिलहाल वह सब अनुभव करने की स्थिति में नहीं हूं। मुझे एक टूर्नामेंट मिला है, जैसा कि पहले भी मिल चुका है। यह काफी कठिन चुनौती है। आपको हर तरह की प्रशंसा और आलोचना के लिए तैयार रहना चाहिए। भारत को एशिया कप में पहला मैच बुधवार को बांग्लादेश से खेलना है।
कोहली ने कहा, मैंने अभी तक सिर्फ आठ मैचों में कप्तानी की है। अनुभव अच्छा रहा पर यह बड़ा टूर्नामेंट है। मुझे इस चुनौती का इंतजार है। हमारे पास प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा, सबसे ज्यादा रोमांचक बात यह है कि हमारे पास ऐसे खिलाड़ियों का समूह है, जिनसे मैं खुलकर बात कर सकता हूं। आपसी तालमेल बहुत जरूरी है। हमारा रिकॉर्ड पहले ही से अच्छा है और मैं इसे और बेहतर करना चाहता हूं। पाकिस्तान के साथ 2 मार्च को होने वाले मैच के बारे में उन्होंने कहा कि टीम का लक्ष्य टूर्नामेंट जीतना है, पाकिस्तान के खिलाफ सिर्फ एक मैच नहीं। उन्होंने कहा, हम यहां टूर्नामेंट जीतने आए हैं। सिर्फ एक मैच खेलकर लौटने नहीं। हमारा लक्ष्य हर मैच जीतना है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच को लेकर हमेशा हाइप रहती है और निश्चिततौर पर उसमें काफी दबाव रहेगा, लेकिन हम सिर्फ वही एक मैच नहीं बल्कि हर मैच जीतना चाहते हैं।
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