एमएस धोनी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
लंबे समय से फॉर्म हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे टीम इंडिया के वनडे और टी-20 कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का बल्ला आखिर बुधवार को चल ही गया। हालांकि धोनी के नाबाद रहने के बावजूद उनकी टीम हार गई और विजय हजारे ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचने से चूक गई। फिर भी धोनी के रन बनाने से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया आत्मविश्वास के साथ जा सकेगी।
दिखाया संघर्ष का जज्बा
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में धोनी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में एक छोर से लगातार विकेट गिरने के बावजूद रन बनाना जारी रखा और नाबाद लौटे। गौतम गंभीर की कप्तानी वाली दिल्ली टीम ने टूर्नामेंट के दूसरे क्वार्टर फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 225 रन का लक्ष्य रखा। दिल्ली की ओर से नीतीश राणा ने सबसे अधिक 44 रन बनाए, जबकि गंभीर कुछ खास नहीं कर सके और महज 20 रन पर चलते बने। झारखंड के लिए राहुल शुक्ला ने 10 ओवर में 60 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि वरुण आरोन और अंकित डबास को दो-दो विकेट हासिल हुए।
9 रन पर खोए 5 विकेट, धोनी पड़े अकेले
225 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वरुण आरोन की कप्तानी वाली झारखंड के पहले पांच विकेट 9 रन पर ही गिर गए थे। टीम के आठ खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। बस टीम इंडिया के वनडे कैप्टन धोनी ही जमकर खेल पाए, लेकिन उनका किसी ने साथ नहीं दिया।
जड़े 5 चौके, 4 छक्के
धोनी अपने पुराने रंग में दिखे। उन्होंने न केवल टिककर खेल दिखाया, बल्कि आक्रामकता भी दिखाई। धोनी 70 रन बनाकर नाबाद लौटे। इसके लिए उन्होंने 108 गेंदें खेलीं, लेकिन पांच चौके और चार छक्के भी लगाए। उनकी पूरी टीम 38 ओवर में 126 रन पर सिमट गई। इस प्रकार दिल्ली ने झारखंड को 99 रन से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
बढ़ेगा टीम इंडिया का हौसला
धोनी के फॉर्म में लौटने से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया का मनोबल ऊंचा रहेगा, क्योंकि मध्यक्रम में उनके फॉर्म में न होने कमी खल रही है और हमें लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है। यदि वे अपने फिनिशर वाले अंदाज में वापस आ जाते हैं, तो टीम इंडिया को बड़ी सफलता मिल सकती है। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया दौरा टी-20 वर्ल्ड कप को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो 12 जनवरी से शुरू होगा। ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए टीम इंडिया 6 जनवरी को रवाना होगी।
दिखाया संघर्ष का जज्बा
बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में धोनी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में एक छोर से लगातार विकेट गिरने के बावजूद रन बनाना जारी रखा और नाबाद लौटे। गौतम गंभीर की कप्तानी वाली दिल्ली टीम ने टूर्नामेंट के दूसरे क्वार्टर फाइनल में पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 225 रन का लक्ष्य रखा। दिल्ली की ओर से नीतीश राणा ने सबसे अधिक 44 रन बनाए, जबकि गंभीर कुछ खास नहीं कर सके और महज 20 रन पर चलते बने। झारखंड के लिए राहुल शुक्ला ने 10 ओवर में 60 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि वरुण आरोन और अंकित डबास को दो-दो विकेट हासिल हुए।
9 रन पर खोए 5 विकेट, धोनी पड़े अकेले
225 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वरुण आरोन की कप्तानी वाली झारखंड के पहले पांच विकेट 9 रन पर ही गिर गए थे। टीम के आठ खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। बस टीम इंडिया के वनडे कैप्टन धोनी ही जमकर खेल पाए, लेकिन उनका किसी ने साथ नहीं दिया।
जड़े 5 चौके, 4 छक्के
धोनी अपने पुराने रंग में दिखे। उन्होंने न केवल टिककर खेल दिखाया, बल्कि आक्रामकता भी दिखाई। धोनी 70 रन बनाकर नाबाद लौटे। इसके लिए उन्होंने 108 गेंदें खेलीं, लेकिन पांच चौके और चार छक्के भी लगाए। उनकी पूरी टीम 38 ओवर में 126 रन पर सिमट गई। इस प्रकार दिल्ली ने झारखंड को 99 रन से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
बढ़ेगा टीम इंडिया का हौसला
धोनी के फॉर्म में लौटने से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया का मनोबल ऊंचा रहेगा, क्योंकि मध्यक्रम में उनके फॉर्म में न होने कमी खल रही है और हमें लंबे समय से हार का सामना करना पड़ रहा है। यदि वे अपने फिनिशर वाले अंदाज में वापस आ जाते हैं, तो टीम इंडिया को बड़ी सफलता मिल सकती है। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया दौरा टी-20 वर्ल्ड कप को देखते हुए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जो 12 जनवरी से शुरू होगा। ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए टीम इंडिया 6 जनवरी को रवाना होगी।
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