नई दिल्ली:
टोयोटा यूनिवर्सिटी क्रिकेट चैंपियनशिप में आज का मैच बेंगलुरु और अलीगढ़ की यूनिवर्सिटी के बीच मैच हुआ। बेंगलुरु के सामने अलीगढ़ ने जीत के लिए 106 रन का लक्ष्य रखा था जिसे बेंगलुरु ने ओवर 18.4 में पांच विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया। आज की जीत के साथ बेंगलुरु की टीम सेमीफ़ाइनल में पहुंच गई है।
जैन यूनिवर्सिटी बेंगलुरु ने गुरुवार को साफ़ कर दिया कि उन्हें इस टूर्नामेंट की सबसे अच्छी टीम क्यों कहा जा रहा है। चैम्पियन्स की तरह खेलते हुए उन्होंने अलीगढ़ को ज़रा भी पैर नहीं टिकाने दिए।
आरंभ में अलीगढ़ ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग ज़रूर की, लेकिन रन बटोरना बेहद मुश्किल रहा। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का ये पहला मैच था। ओपनर अभिनव कटारिया ने चीन चौके जमाए, लेकिन शशींद्र ने उन्हें ज़्यादा खतरनाक नहीं होने दिया। लियां खान ने एक ज़बरदस्त कैच पकड़ा और शशींद्र वापस पैवेलियन लौट गए।
इसके बाद कप्तान इमरान सलीम सिर्फ़ छह रन बना पाए। इस बीच दूसरे ओपनर यासिर कलीम ने कुछ अच्छे शॉट्स जमाए।
अलीगढ़ के विकेट लगातार गिर रहे थे। ताहिर अली सात रन से आगे नहीं बढ़ पाए।
यासिर कलीम ने चार चौकों की मदद से सबसे ज़्यादा 30 रन बनाए। उनका विकेट श्रेयस गोपाल ने लिया। अपनी ही गेंद पर गोपाल का एक कैच टोयोटा यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप के बेहतरीन कैच में गिना जाएगा। गेंदबाज़ गोपाल का मैच में ये तीसरा विकेट था। 20 ओवर में अलीगढ़ की टीम नौ विकेट पर 105 रन बना पाई।
106 रनों के लक्ष्य पाने के इरादे के साथ मैदान में उतरी जैन यूनिवर्सिटी की टीम के लिए लक्ष्य ज़्यादा मुश्किल नहीं रहा।
जैन यूनिवर्सिटी बेंगलुरु की शुरुआत अच्छी नहीं रही। गौरव गोयल एक रन बना पाए। रवींद्र सिंह की गज़ब की गेंद और यासिर कलीम का ज़बरदस्त कैच देखने को मिला। थोड़ी देर में दोनों सलामी बल्लेबाज़ पैवेलियन में थे।
फिर मैदान में उतरे समर्थ रविकुमार ने पारी को संभाला और बेंगलुरु की उम्मीद बंधी। कप्तान कुनेन अब्बास ने एक छक्का मारकर दबाव कम करने की कोशिश की। रविकुमार ने अपने 25 रन में तीन चौके जमाए।
इसके बाद रोहित सैनी ने लगातार दो ओवर में बेंगलुरु को दो झटके दिए। मैच रोमांचक मोड़ पर आ गया था।
तीन विकेट लेने वाले श्रेयस गोपाल ने बल्लेबाज़ी में भी कमाल किया। उन्होंने 15 गेंदों पर 19 रन बनाकर टीम की जीत पक्की कर दी।
विजयी रन कप्तान कुनेन अब्बास के बल्ले से निकला। जैन यूनिवर्सिटी बेंगलुरु की ये लगातार तीसरी जीत रही। यासिर कलीम ने चार चौकों की मदद से सबसे ज़्यादा 30 रन बनाए।
जैन यूनिवर्सिटी बेंगलुरु ने गुरुवार को साफ़ कर दिया कि उन्हें इस टूर्नामेंट की सबसे अच्छी टीम क्यों कहा जा रहा है। चैम्पियन्स की तरह खेलते हुए उन्होंने अलीगढ़ को ज़रा भी पैर नहीं टिकाने दिए।
आरंभ में अलीगढ़ ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग ज़रूर की, लेकिन रन बटोरना बेहद मुश्किल रहा। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का ये पहला मैच था। ओपनर अभिनव कटारिया ने चीन चौके जमाए, लेकिन शशींद्र ने उन्हें ज़्यादा खतरनाक नहीं होने दिया। लियां खान ने एक ज़बरदस्त कैच पकड़ा और शशींद्र वापस पैवेलियन लौट गए।
इसके बाद कप्तान इमरान सलीम सिर्फ़ छह रन बना पाए। इस बीच दूसरे ओपनर यासिर कलीम ने कुछ अच्छे शॉट्स जमाए।
अलीगढ़ के विकेट लगातार गिर रहे थे। ताहिर अली सात रन से आगे नहीं बढ़ पाए।
यासिर कलीम ने चार चौकों की मदद से सबसे ज़्यादा 30 रन बनाए। उनका विकेट श्रेयस गोपाल ने लिया। अपनी ही गेंद पर गोपाल का एक कैच टोयोटा यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप के बेहतरीन कैच में गिना जाएगा। गेंदबाज़ गोपाल का मैच में ये तीसरा विकेट था। 20 ओवर में अलीगढ़ की टीम नौ विकेट पर 105 रन बना पाई।
106 रनों के लक्ष्य पाने के इरादे के साथ मैदान में उतरी जैन यूनिवर्सिटी की टीम के लिए लक्ष्य ज़्यादा मुश्किल नहीं रहा।
जैन यूनिवर्सिटी बेंगलुरु की शुरुआत अच्छी नहीं रही। गौरव गोयल एक रन बना पाए। रवींद्र सिंह की गज़ब की गेंद और यासिर कलीम का ज़बरदस्त कैच देखने को मिला। थोड़ी देर में दोनों सलामी बल्लेबाज़ पैवेलियन में थे।
फिर मैदान में उतरे समर्थ रविकुमार ने पारी को संभाला और बेंगलुरु की उम्मीद बंधी। कप्तान कुनेन अब्बास ने एक छक्का मारकर दबाव कम करने की कोशिश की। रविकुमार ने अपने 25 रन में तीन चौके जमाए।
इसके बाद रोहित सैनी ने लगातार दो ओवर में बेंगलुरु को दो झटके दिए। मैच रोमांचक मोड़ पर आ गया था।
तीन विकेट लेने वाले श्रेयस गोपाल ने बल्लेबाज़ी में भी कमाल किया। उन्होंने 15 गेंदों पर 19 रन बनाकर टीम की जीत पक्की कर दी।
विजयी रन कप्तान कुनेन अब्बास के बल्ले से निकला। जैन यूनिवर्सिटी बेंगलुरु की ये लगातार तीसरी जीत रही। यासिर कलीम ने चार चौकों की मदद से सबसे ज़्यादा 30 रन बनाए।
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