प्रतीकात्मक फोटो
चेन्नई:
चार दिवसीय मैच में हार का सामना करने के बाद भारत ए टीम के सामने शुक्रवार से त्रिकोणीय एक दिवसीय क्रिकेट सीरीज की चुनौती होगी। उन्हें ऑस्ट्रेलिया ए और दक्षिण अफ्रीका ए को रोकने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
इस दौरे में ऑस्ट्रेलिया ए टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। पहले उसने दो मैचों की अनधिकृत टेस्ट सीरीज में भारत ए को हराया, वहीं अब त्रिकोणीय श्रृंखला के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ए को 10 विकेट से पराजित कर दिया है।
यह सीरीज मनीष पांडे, केदार जाधव, संजू सैमसन, करुण नायर और कर्ण शर्मा जैसे खिलाड़ियों के लिए अपनी उपयोगिता साबित करने का सुनहरा मौका है। शीर्ष क्रम के बल्लेबाज करुण नायर एकमात्र खिलाड़ी हैं, जो दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भी टीम का हिस्सा थे। भारतीय तेज आक्रमण की जिम्मेदारी संदीप शर्मा, रूश कालरा, ऋषि धवन और धवल कुलकर्णी के हाथ में होगी। हालांकि चेन्नई की पिच स्पिनरों की मददगार लग रही है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने हालात के अनुकूल खुद को बखूबी ढाल लिया है। कप्तान उस्मान ख्वाजा की रणनीतियां अभी तक अचूक साबित हुई हैं। उनके मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह देखना रोचक होगा कि राहुल द्रविड़ की कोचिंग वाली भारत ए टीम घरेलू हालात का फायदा उठा पाती है या नहीं।
भारत को 2012 में अंडर 19 विश्व कप दिलाने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद ने कहा, ‘हमारे पास संतुलित टीम है जिसमें कुछ बेहतरीन बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। मैं इन खिलाड़ियों के साथ खेल चुका हूं। भारत ए टीम के छह सदस्य पिछली बार आस्ट्रेलिया में सीरीज खेल चुके हैं और मेरा उनसे बेहतरीन तालमेल है। इससे मुझे काफी मदद मिलेगी।’
स्पिन आक्रमण के बारे में उन्होंने कहा, ‘हमारे पास परवेज रसूल, कर्ण शर्मा और अक्षर पटेल जैसे तीन स्पिनर हैं, जिनके पास अनुभव, कौशल और विविधता है।’
इस दौरे में ऑस्ट्रेलिया ए टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। पहले उसने दो मैचों की अनधिकृत टेस्ट सीरीज में भारत ए को हराया, वहीं अब त्रिकोणीय श्रृंखला के पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका ए को 10 विकेट से पराजित कर दिया है।
यह सीरीज मनीष पांडे, केदार जाधव, संजू सैमसन, करुण नायर और कर्ण शर्मा जैसे खिलाड़ियों के लिए अपनी उपयोगिता साबित करने का सुनहरा मौका है। शीर्ष क्रम के बल्लेबाज करुण नायर एकमात्र खिलाड़ी हैं, जो दो टेस्ट मैचों की सीरीज में भी टीम का हिस्सा थे। भारतीय तेज आक्रमण की जिम्मेदारी संदीप शर्मा, रूश कालरा, ऋषि धवन और धवल कुलकर्णी के हाथ में होगी। हालांकि चेन्नई की पिच स्पिनरों की मददगार लग रही है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने हालात के अनुकूल खुद को बखूबी ढाल लिया है। कप्तान उस्मान ख्वाजा की रणनीतियां अभी तक अचूक साबित हुई हैं। उनके मौजूदा फॉर्म को देखते हुए यह देखना रोचक होगा कि राहुल द्रविड़ की कोचिंग वाली भारत ए टीम घरेलू हालात का फायदा उठा पाती है या नहीं।
भारत को 2012 में अंडर 19 विश्व कप दिलाने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद ने कहा, ‘हमारे पास संतुलित टीम है जिसमें कुछ बेहतरीन बल्लेबाज और गेंदबाज हैं। मैं इन खिलाड़ियों के साथ खेल चुका हूं। भारत ए टीम के छह सदस्य पिछली बार आस्ट्रेलिया में सीरीज खेल चुके हैं और मेरा उनसे बेहतरीन तालमेल है। इससे मुझे काफी मदद मिलेगी।’
स्पिन आक्रमण के बारे में उन्होंने कहा, ‘हमारे पास परवेज रसूल, कर्ण शर्मा और अक्षर पटेल जैसे तीन स्पिनर हैं, जिनके पास अनुभव, कौशल और विविधता है।’
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