राहुल द्रविड़ प्रैस कॉन्फ्रैंस में
नई दिल्ली:
भारत की जूनियर टीम वीरवार वीरवार तड़के पृथ्वी शाह की कप्तानी में अंडर-19 विश्व कप में हिस्सा लेने न्यूजीलैंड के लिए रवाना हो गई. टीम के कोच राहुल द्रविड़ हैं और उन्होंने अपने योद्धाओं के लिए प्रेस कॉन्फ्रैंस में ही पहला फरवान जारी कर दिया. बता दें कि भारत ने अभी तक साल 2000, 20008 और 2012 में जूनियर विश्व कप जीता है. और यह जूनियर विश्व कप सीनियर टीम में इंट्री के लिए सेलेक्टरों को प्रभावित करने का सबसे बड़ा मंच है. 13 जनवरी से अंडर-19 विश्व कप खेला जाएगा.
द्रविड़ ने कहा कि कई खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट में खेलने का अनुभव इस टीम को फायदा पहुंचाएगा.उन्होंने कहा, 'घरेलू क्रिकेट का अनुभव रखने वाले कुछ खिलाड़ियों का टीम में होना हमेशा अच्छा होता है.इस टीम में भी कुछ खिलाड़ी हैं. यह टीम उसी तरह की है जैसी हमारे पास पिछले विश्व कप में थी. सिर्फ एक ही बड़ा अंतर है कि पिछली टीम में ऐसे ज्यादा खिलाड़ी थे जिन्हें अंडर-19 विश्व कप खेलने का अनुभव था. द्रविड़ बोले, 'टीम के पास अच्छा तेज गेंदबाजी और स्पिन गेंदबाजी आक्रमण है और टीम की बल्लेबाजी भी काफी अच्छी है'.
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द्रविड़ ने कहा, 'अंडर-19 विश्वकप युवा खिलाड़ियों के लिए अपने आप को साबित करने का बेहतरीन मौका है. यह उनके करियर में मील का पत्थर है जो उनके सीनियर टीम में जाने के रास्ते को खोलता है. तीन बार की विजेता भारत को ग्रुप-बी में आस्ट्रेलिया, पापुआ न्यू गिनी और जिम्बाब्वे की टीमों के साथ रखा गया है. द्रविड़ ने कहा, 'मैं इन खिलाड़ियों से प्रारूप के बारे में भी बात कर रहा था. अगर यह अगले छह-आठ महीनों में इंडिया-ए टीम में जगह बना लेते हैं तो यह अच्छा होगा. हम इसे एक पड़ाव की तरह देखते हैं. मैं नहीं कह सकता कि कौन वहां तक जाएगा और कौन नहीं. इन सभी में भविष्य में भारत का प्रतिनिधित्व करने की काबिलियत है.
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प्रैस कॉन्फ्रैंस में भारतीय जूनियर कोच ने कहा कि, न्यूजीलैंड की परिस्थतियां ऐसी हैं जिनमें टीम का एक भी खिलाड़ी नहीं खेला है, यह इनके लिए अलग तरह की चुनौती है. इसलिए यहां सफलता हासिल करने के लिए टीम के खिलाड़ियों को यहां की स्थितियों से जल्द से जल्द तालमेल बिठाना होगा.
Just the kind of boost the young India U19 team needed before their departure for the World Cup. India captain @imVkohli spent some time with them and there was sure a lot to take for the youngsters. pic.twitter.com/DbhvIwNEmx
— BCCI (@BCCI) December 27, 2017
द्रविड़ ने कहा कि कई खिलाड़ियों का घरेलू क्रिकेट में खेलने का अनुभव इस टीम को फायदा पहुंचाएगा.उन्होंने कहा, 'घरेलू क्रिकेट का अनुभव रखने वाले कुछ खिलाड़ियों का टीम में होना हमेशा अच्छा होता है.इस टीम में भी कुछ खिलाड़ी हैं. यह टीम उसी तरह की है जैसी हमारे पास पिछले विश्व कप में थी. सिर्फ एक ही बड़ा अंतर है कि पिछली टीम में ऐसे ज्यादा खिलाड़ी थे जिन्हें अंडर-19 विश्व कप खेलने का अनुभव था. द्रविड़ बोले, 'टीम के पास अच्छा तेज गेंदबाजी और स्पिन गेंदबाजी आक्रमण है और टीम की बल्लेबाजी भी काफी अच्छी है'.
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द्रविड़ ने कहा, 'अंडर-19 विश्वकप युवा खिलाड़ियों के लिए अपने आप को साबित करने का बेहतरीन मौका है. यह उनके करियर में मील का पत्थर है जो उनके सीनियर टीम में जाने के रास्ते को खोलता है. तीन बार की विजेता भारत को ग्रुप-बी में आस्ट्रेलिया, पापुआ न्यू गिनी और जिम्बाब्वे की टीमों के साथ रखा गया है. द्रविड़ ने कहा, 'मैं इन खिलाड़ियों से प्रारूप के बारे में भी बात कर रहा था. अगर यह अगले छह-आठ महीनों में इंडिया-ए टीम में जगह बना लेते हैं तो यह अच्छा होगा. हम इसे एक पड़ाव की तरह देखते हैं. मैं नहीं कह सकता कि कौन वहां तक जाएगा और कौन नहीं. इन सभी में भविष्य में भारत का प्रतिनिधित्व करने की काबिलियत है.
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प्रैस कॉन्फ्रैंस में भारतीय जूनियर कोच ने कहा कि, न्यूजीलैंड की परिस्थतियां ऐसी हैं जिनमें टीम का एक भी खिलाड़ी नहीं खेला है, यह इनके लिए अलग तरह की चुनौती है. इसलिए यहां सफलता हासिल करने के लिए टीम के खिलाड़ियों को यहां की स्थितियों से जल्द से जल्द तालमेल बिठाना होगा.
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