आईपीएल-10 का खिताब मुंबई इंडियंस ने जीता तो लोग रोहित शर्मा और उनकी टीम के खिलाड़ियों की तारीफ कर रहे हैं. लेकिन इसी टीम का एक खिलाड़ी ऐसा है जिसने मुंबई के हाथ से फिसलते मैच को रोका है लेकिन उसकी चर्चा कम ही हो रही है. इस खिलाड़ी ने उस कुछ ऐसा समय के लिए ऐसा लगा कि मानों वक्त को थाम लिया था. हम बात कर रहे हैं 23 साल के जगदीश सुचिथ की.
याद करिए वो पल...
एक पल ऐसा आया जब मैच एकदम रोमांच की चरम सीमा पर पहुंच चुका था. सुपरजाइंट पुणे को जीतने के लिए एक गेंद पर 4 रन और बराबरी के लिए 3 रन चाहिए थे. पूरे स्टेडियम में सन्नाटा छाया हुआ था... कुछ भी हो सकता था... सामने क्रीज पर बल्लेबाज डेन क्रिस्चियन थे. तेज गेंदबाज मिशेल जानसन के हाथों में गेंद थी... जानसन ने जैसी ही दौड़ना शुरू किया लोगों की धड़कने और तेज होने लगीं...डेन ने इस गेंद को डीप स्क्वायर और मिडविकेट के बीच से बाउंडरी की ओर धकेल दिया...इसके साथ ही तय हो गया कि पुणे इस टूर्नामेंट का विजेता बनने वाला है..लेकिन तभी मानों कुछ पलों को लिए वक्त को जगदीश ने थाम लिया....उधर एक रन पूरा किया जा चुका था...वह थ्रो रोकने के लिए झुके ..फिर दूसरा रन पूरा किया जा चुका था...वह लड़खड़ाए...बल्लेबाज तीसरे रन के लिए दौड़ने वाले थे...लेकिन जगदीश ने एक सीधा थ्रो विकेट कीपर के पास फेंका और बल्लेबाज को रन आउट कर दिया गया..पुणे एक रन से मैच हार चुका था..
थोड़ी देर के लिए आए थे फिल्डिंग करने
आपको बता दें कि अपनी फिल्डिंग के लिए मशहूर रहे जोंटी रोड्स मुंबई के फिल्डिंग कोच भी हैं. उन्हीं का फैसला था कि आखिरी ओवरों में जगदीश सुचीथ को फिल्डिंग के लिए उतारा जाए. उनका यह फैसला कारगर साबित हुआ.
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