रोहित शर्मा ने विराट कोहली के साथ पर्थ वनडे में शानदार साझेदारी की (फाइल फोटो)
अपनी जमीन पर लगातार 15 वनडे मैचों से अजेय टीम ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में 310 रनों का लक्ष्य, जिस आसानी से हासिल किया, उससे इस फॉर्मेट में उसकी ताकत का अंदाजा हो जाता है। भारत और ऑस्ट्रेलिया की टक्कर अब ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर है और यहां के आंकड़े टीम इंडिया को थोड़ी उम्मीद देते हैं।
आंकड़े जगा रहे उम्मीद
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस मैदान पर छह वनडे मैच हुए हैं, जिसमें तीन ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं दो भारत ने और एक मैच में नतीजा नहीं निकला। शायद इसीलिए भारत के हौसले बुलंद हैं।
पहले मैच में जबर्दस्त पारी खेलने वाले रोहित शर्मा को भी पलटवार का भरोसा है। उन्होंने कहा, "पर्थ में बेली और स्मिथ ने शानदार बल्लेबाजी की औ हम इस साझेदारी को तोड़ने में नाकाम रहे। हम जानते हैं कि
हमसे कहां चूक हुई और हम फिर अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने को तैयार हैं।"
टीम इंडिया में बदलाव?
वाका की पिच सपाट थी, लेकिन खिलाड़ियों को ब्रिस्बेन की पिच से ऐसी उम्मीद नहीं है। यहां तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की पूरी उम्मीद है। वहीं भारत के स्पिन गेंदबाजों ने पहले मैच में मायूस किया, इसलिए मुमकिन है कि ब्रिस्बेन वनडे में टीम में कुछ फेरबदल हो।
मैच से पहले रोहित ने कहा, "इतना तो हम जानते हैं कि ब्रिस्बेन की पिच पर कभी गेंद टर्न नहीं मिलता। यहां तेज गेंदबाजों को उछाल भी मिलता है। टीम कॉम्बिनेशन पर चर्चा हो रही है, पर देखना है कि धोनी क्या सोचते हैं।'
कंगारुओं को नहीं गेंदबाजी की फिक्र
वहीं ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज तो मानो किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। हालांकि पहले मुकाबले में कंगारुओं की गेंदबाजी की कमजोरी भी नजर आई थी। लेकिन फिलहाल विश्व चैंपियन इस बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे।
उनके ऑलराउंडर जेम्स फॉल्कनर ने कहा, "हम पर्थ के प्रदर्शन पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वहां दोनों टीमों के हर गेंदबाज की धुनाई हुई। एक मैच से ये कहना ठीक नहीं कि हमारी गेंदबाजी कमजोर है।''
पर्थ मुकाबले में हार के बावजूद टीम इंडिया के लिए कई सराहनीय बातें रहीं, लेकिन चुनौती खेल के हर डिपार्टमेंट में अच्छा कर कंगारुओं के विजयरथ को रोकने की है और इसके लिए हमारे गेंदबाजों को कप्तान की रणनीतियों पर खरा उतरना होगा।
आंकड़े जगा रहे उम्मीद
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस मैदान पर छह वनडे मैच हुए हैं, जिसमें तीन ऑस्ट्रेलिया ने जीते हैं दो भारत ने और एक मैच में नतीजा नहीं निकला। शायद इसीलिए भारत के हौसले बुलंद हैं।
पहले मैच में जबर्दस्त पारी खेलने वाले रोहित शर्मा को भी पलटवार का भरोसा है। उन्होंने कहा, "पर्थ में बेली और स्मिथ ने शानदार बल्लेबाजी की औ हम इस साझेदारी को तोड़ने में नाकाम रहे। हम जानते हैं कि
हमसे कहां चूक हुई और हम फिर अपना बेहतरीन प्रदर्शन करने को तैयार हैं।"
टीम इंडिया में बदलाव?
वाका की पिच सपाट थी, लेकिन खिलाड़ियों को ब्रिस्बेन की पिच से ऐसी उम्मीद नहीं है। यहां तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की पूरी उम्मीद है। वहीं भारत के स्पिन गेंदबाजों ने पहले मैच में मायूस किया, इसलिए मुमकिन है कि ब्रिस्बेन वनडे में टीम में कुछ फेरबदल हो।
मैच से पहले रोहित ने कहा, "इतना तो हम जानते हैं कि ब्रिस्बेन की पिच पर कभी गेंद टर्न नहीं मिलता। यहां तेज गेंदबाजों को उछाल भी मिलता है। टीम कॉम्बिनेशन पर चर्चा हो रही है, पर देखना है कि धोनी क्या सोचते हैं।'
कंगारुओं को नहीं गेंदबाजी की फिक्र
वहीं ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज तो मानो किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। हालांकि पहले मुकाबले में कंगारुओं की गेंदबाजी की कमजोरी भी नजर आई थी। लेकिन फिलहाल विश्व चैंपियन इस बारे में ज्यादा नहीं सोच रहे।
उनके ऑलराउंडर जेम्स फॉल्कनर ने कहा, "हम पर्थ के प्रदर्शन पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वहां दोनों टीमों के हर गेंदबाज की धुनाई हुई। एक मैच से ये कहना ठीक नहीं कि हमारी गेंदबाजी कमजोर है।''
पर्थ मुकाबले में हार के बावजूद टीम इंडिया के लिए कई सराहनीय बातें रहीं, लेकिन चुनौती खेल के हर डिपार्टमेंट में अच्छा कर कंगारुओं के विजयरथ को रोकने की है और इसके लिए हमारे गेंदबाजों को कप्तान की रणनीतियों पर खरा उतरना होगा।
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