नई दिल्ली:
इंग्लैंड से अपनी सरजमीं पर लगातार दो मैच हारने वाली भारतीय टीम की पूर्व क्रिकेटरों ने कड़ी निंदा की और कहा कि चयनकर्ताओं को अब कड़े कदम उठाने चाहिए।
पूर्व कप्तान और पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने कहा, इंग्लैंड की टीम पूरी तैयारी से उतरी थी, जबकि भारत अति आत्मविश्वास का शिकार था। भारत की तैयारी अच्छी नहीं थी। उन्होंने कहा, हम जब इंग्लैंड गए थे, तो टेस्ट शृंखला से पहले एक अभ्यास मैच खेला था। ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसा ही किया। वहीं इंग्लैंड की तैयारी बहुत अच्छी थी। मैं उम्मीद करूंगा कि चयनकर्ता कड़े कदम उठाकर कुछ बदलाव करेंगे।
पूर्व मुख्य चयनकर्ता कृष्णामाचारी श्रीकांत ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 'कन्फ्यूज्ड' बताया। उन्होंने कहा, धोनी कन्फ्यूज्ड है। उसे पता नहीं कि उसे क्या करना है और जब चीजें हाथ से छूटती हैं, तो वह जाने देता है।
पूर्व चयनकर्ता किरण मोरे ने कहा कि चौथे टेस्ट से पहले टीम में कुछ बदलाव जरूरी है। उन्होंने कहा, हम खेल के सभी विभागों में उन्नीस साबित हुए। यदि पहली पारी में 450 से अधिक स्कोर नहीं बनता, तो आप वैसे ही बैकफुट पर आ जाते हैं। इस समय पूरी टीम तो नहीं बदली जा सकती, लेकिन अगले टेस्ट में एक या दो बदलाव जरूरी हैं।
पूर्व बल्लेबाज कीर्ति आजाद ने टीम के प्रदर्शन की आलोचना करते हुए इंग्लैंड की तारीफ की। उन्होंने कहा, मुझे समझ में नहीं आ रहा कि हमारे स्पिनर क्यों नहीं चल पाए, जबकि इंग्लैंड के स्पिनरों को विकेट मिल रहे हैं। उन्होंने सही लाइन और लैंग्थ से गेंदबाजी की और हम पर दबाव बनाया। मैंने सुना है कि निरंजन शाह ने कहा कि यह टीम कमाल कर सकती है। मुझे लगता है कि सिर्फ ड्रेसिंग रूम में कमाल कर सकती है।
पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने कहा, यह निराशाजनक प्रदर्शन था। अब युवाओं को मौका देने का समय है। वहीं पूर्व कप्तान और कोच अजित वाडेकर ने कहा कि भारत अति आत्मविश्वास का शिकार था।
पूर्व कप्तान और पूर्व मुख्य चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने कहा, इंग्लैंड की टीम पूरी तैयारी से उतरी थी, जबकि भारत अति आत्मविश्वास का शिकार था। भारत की तैयारी अच्छी नहीं थी। उन्होंने कहा, हम जब इंग्लैंड गए थे, तो टेस्ट शृंखला से पहले एक अभ्यास मैच खेला था। ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसा ही किया। वहीं इंग्लैंड की तैयारी बहुत अच्छी थी। मैं उम्मीद करूंगा कि चयनकर्ता कड़े कदम उठाकर कुछ बदलाव करेंगे।
पूर्व मुख्य चयनकर्ता कृष्णामाचारी श्रीकांत ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को 'कन्फ्यूज्ड' बताया। उन्होंने कहा, धोनी कन्फ्यूज्ड है। उसे पता नहीं कि उसे क्या करना है और जब चीजें हाथ से छूटती हैं, तो वह जाने देता है।
पूर्व चयनकर्ता किरण मोरे ने कहा कि चौथे टेस्ट से पहले टीम में कुछ बदलाव जरूरी है। उन्होंने कहा, हम खेल के सभी विभागों में उन्नीस साबित हुए। यदि पहली पारी में 450 से अधिक स्कोर नहीं बनता, तो आप वैसे ही बैकफुट पर आ जाते हैं। इस समय पूरी टीम तो नहीं बदली जा सकती, लेकिन अगले टेस्ट में एक या दो बदलाव जरूरी हैं।
पूर्व बल्लेबाज कीर्ति आजाद ने टीम के प्रदर्शन की आलोचना करते हुए इंग्लैंड की तारीफ की। उन्होंने कहा, मुझे समझ में नहीं आ रहा कि हमारे स्पिनर क्यों नहीं चल पाए, जबकि इंग्लैंड के स्पिनरों को विकेट मिल रहे हैं। उन्होंने सही लाइन और लैंग्थ से गेंदबाजी की और हम पर दबाव बनाया। मैंने सुना है कि निरंजन शाह ने कहा कि यह टीम कमाल कर सकती है। मुझे लगता है कि सिर्फ ड्रेसिंग रूम में कमाल कर सकती है।
पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने कहा, यह निराशाजनक प्रदर्शन था। अब युवाओं को मौका देने का समय है। वहीं पूर्व कप्तान और कोच अजित वाडेकर ने कहा कि भारत अति आत्मविश्वास का शिकार था।
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