अहमदाबाद:
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले गए पहले ट्वेंटी-20 मुकाबले में पाकिस्तान से पटखनी खाने के बाद अब भारतीय क्रिकेट टीम सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम में शुक्रवार को खेले जाने वाले दूसरे मुकाबले के माध्यम से दो मैचों की इस शृंखला में बराबरी करना चाहेगी।
बेंगलुरु में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी।
भारत के लिए पहला मैच खेलने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने तीन विकेट लेकर स्वर्णिम शुरुआत की थी लेकिन टीम की हार ने उनकी खुशी को कम कर दिया था। अब कुमार एक बार फिर अपनी उस सफलता को दोहराना चाहेंगे।
गेंदबाजी में रविचंद्रन अश्विन की वापसी हो सकती है क्योंकि उनके स्थान पर टीम में शामिल किए गए हरफनमौला रवींद्र जडेजा कुछ खास नहीं कर सके थे। पाकिस्तानी कप्तान मोहम्मद हफीज ने मैच के बाद कहा था कि अश्विन का नहीं खेलना उनकी टीम के लिए फायदेमंद रहा।
इस एक परिवर्तन के अलावा भारतीय टीम में कोई और बदलाव की उम्मीद नहीं की जा सकती। जहां तक बदलाव की जरूरत है तो वह टीम की रणनीति और खिलाड़ियों की मनोदशा में आनी चाहिए क्योंकि अच्छी शुरुआत के बावजूद भारत सम्मानजनक योग नहीं हासिल कर सका था।
बल्लेबाजों की नाकामी के बाद गेंदबाजों ने टीम की कलई खोलने वाला प्रदर्शन किया था। कुमार को छोड़कर सभी गेंदबाजों ने अपनी क्षमता से कम प्रदर्शन किया और इसी कारण भारत को अच्छी शुरुआत के बावजूद निराशाजनक हार मिली।
दूसरी ओर, पाकिस्तानी टीम जीत का लय बनाए रखना चाहेगी लेकिन शीर्ष क्रम की नाकामी से उसे बचना होगा क्योंकि मध्य क्रम के नाकाम होने के बाद उसे नुकसान उठाना पड़ सकता है।
पाकिस्तानी गेंदबाजों ने चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच पर अच्छा प्रदर्शन किया था। पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहे होने के बावजूद मोहम्मद इरफान ने प्रभावित किया और अपने कद का फायदा उठाकर भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया।
कुल मिलाकर राजनीतिक रूप से स्थिर गुजरात में भारतीय टीम शुक्रवार को अपने प्रदर्शन में सुधार लाकर आने वाली एकदिवसीय श्रृंखला के मद्देनजर एक तरह का स्थायित्व पाना चाहेगी।
बेंगलुरु में पाकिस्तान ने भारत पर काफी आसान जीत हासिल की थी। भारत को अपेक्षाकृत कम स्कोर पर समेटने के बाद पाकिस्तानी बल्लेबाजों ने शुरुआती झटकों से उबरते हुए पांच विकेट से जीत हासिल की थी।
भारत के लिए पहला मैच खेलने वाले तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार ने तीन विकेट लेकर स्वर्णिम शुरुआत की थी लेकिन टीम की हार ने उनकी खुशी को कम कर दिया था। अब कुमार एक बार फिर अपनी उस सफलता को दोहराना चाहेंगे।
गेंदबाजी में रविचंद्रन अश्विन की वापसी हो सकती है क्योंकि उनके स्थान पर टीम में शामिल किए गए हरफनमौला रवींद्र जडेजा कुछ खास नहीं कर सके थे। पाकिस्तानी कप्तान मोहम्मद हफीज ने मैच के बाद कहा था कि अश्विन का नहीं खेलना उनकी टीम के लिए फायदेमंद रहा।
इस एक परिवर्तन के अलावा भारतीय टीम में कोई और बदलाव की उम्मीद नहीं की जा सकती। जहां तक बदलाव की जरूरत है तो वह टीम की रणनीति और खिलाड़ियों की मनोदशा में आनी चाहिए क्योंकि अच्छी शुरुआत के बावजूद भारत सम्मानजनक योग नहीं हासिल कर सका था।
बल्लेबाजों की नाकामी के बाद गेंदबाजों ने टीम की कलई खोलने वाला प्रदर्शन किया था। कुमार को छोड़कर सभी गेंदबाजों ने अपनी क्षमता से कम प्रदर्शन किया और इसी कारण भारत को अच्छी शुरुआत के बावजूद निराशाजनक हार मिली।
दूसरी ओर, पाकिस्तानी टीम जीत का लय बनाए रखना चाहेगी लेकिन शीर्ष क्रम की नाकामी से उसे बचना होगा क्योंकि मध्य क्रम के नाकाम होने के बाद उसे नुकसान उठाना पड़ सकता है।
पाकिस्तानी गेंदबाजों ने चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच पर अच्छा प्रदर्शन किया था। पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहे होने के बावजूद मोहम्मद इरफान ने प्रभावित किया और अपने कद का फायदा उठाकर भारतीय बल्लेबाजों को परेशान किया।
कुल मिलाकर राजनीतिक रूप से स्थिर गुजरात में भारतीय टीम शुक्रवार को अपने प्रदर्शन में सुधार लाकर आने वाली एकदिवसीय श्रृंखला के मद्देनजर एक तरह का स्थायित्व पाना चाहेगी।
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