टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में आखिरकार जीत हासिल करने में कामयाब रही। सीरीज के परिणाम के लिहाज से यह जीत भले ही मायने नहीं रखती हो, लेकिन टी-20 सीरीज के पहले यह टीम का आत्मविश्वास बढ़ाने और इसे फिर जीत के ट्रैक पर लाने के लिहाज से उपयोगी साबित होगी। आइए नजर डालते हैं उन पहलुओं पर जिन्होंने सिडनी वनडे में भारतीय टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
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रोहित और धवन की शानदार साझेदारी
कोई भी टीम 300 के ऊपर के स्कोर को कामयाबी के साथ तभी चेज कर पाती है, जब उसे शानदार शुरुआत मिले। रोहित शर्मा और शिखर धवन की जोड़ी ने ठीक यही किया। दोनों ने पहले विकेट के लिए 18.2 ओवर में 123 रन की साझेदारी की। इस साझेदारी ने जीत की बुनियाद रख दी। इन शुरुआत के ओवर में छह रन प्रति ओवर से अधिक के औसत से रन बनाए।
साझेदारी बनाओ और मैच जीतो
बड़ी साझेदारी ही टीम को जीत दिलाती है, यह आज के मैच ने फिर साबित किया। रोहित और शिखर की पहले विकेट की शतकीय साझेदारी के बाद विराट कोहली तो सस्ते में आउट हो गए, लेकिन रोहित ने इन क्षणों में मनीष पांडे के साथ 97 रन जोड़कर टीम की उम्मीदों को जीवित रखा। इस साझेदारी की भी जीत में भूमिका का नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
खुद को परिपक्व साबित किया मनीष पांडे ने
मनीष पांडे ने अपने छोटे से इंटरनेशनल करियर में ही इस मैच में गजब की परिपक्वता दिखाई। उन्होंने न केवल ऑस्ट्रेलियाई मैदान पर शतकीय पारी खेली बल्कि यह भी सुनिश्चित किया कि पारी के आखिरी ओवर में धोनी के आउट होने के बाद टीम फिर बिखर न जाए। उन्होंने प्रेशर के क्षणों में खुद को संयत रखा और सधे हुए शॉट लगाकर वनडे सीरीज में टीम की पहली जीत तय कर दी।
बुमरो...बुमरो का रंग बिखरा
ऑस्ट्रेलिया की पारी के दौरान गेंदबाजी सीरीज के अपने पुराने मतलब पिटे हुए रूप में दिखी। अपवाद साबित हुए तो अपना डेब्यू करने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह। गुजरात के इस गेंदबाज ने अपने कोटे के 10 ओवर में 40 रन दिए और दो महत्वपूर्ण विकेट लिए। पारी के डेथ ओवर्स में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और बल्लेबाजों को बल्ले का मुंह खोलने का मौका नहीं दिया। आखिरी के पांच ओवरों में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज सिर्फ 38 रन ही जोड़ सके। अंतिम के दो ओवर में बूमराह और ईशांत ने महज सात रन दिए और टीम इंडिया की जीत के लिहाज से यह निर्णायक साबित हुआ। शतक के करीब पहुंचने के बाद मिशेल मॉर्श का स्लो पड़ना भी ऑस्ट्रेलिया के लिहाज से घातक साबित हुआ।
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ऑस्ट्रेलिया ने टपकाए कैच
42वें ओवर में लियोन ने धोनी का 7 रन के निजी स्कोर पर आसान सा कैच टपका दिया। बाद में धोनी 50वें ओवर की पहली गेंद पर छक्का लगाकर टीम की जीत आसान कर दी। वह 34 रन बनाकर आउट हुए। इससे पहले, मिशेल मार्श की गेंद पर उनके भाई शॉन मार्श ने रोहित शर्मा का कैच गिरा दिया था। गौरतलब है कि रोहित ने 99 रन की शानदार पारी खेली, जिसने टीम इंडिया की जीत में अहम भूमिका निभाई।