चार साल पहले जब टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप जीता तो रोहित शर्मा उस जश्न में शामिल नहीं थे, लेकिन पिछले चार सालों में रोहित की बल्लेबाज़ी में काफी निखार आया है। मौजूदा वर्ल्ड कप में दोहरा शतक बनाने वह इकलौते बल्लेबाज़ हैं। यहां तक की हाल ही में खत्म हुई ट्राई सीरीज में शतक बनाने वाले भारत के इकलौते बल्लेबाज भी। 2007 में डेब्यू करने वाले रोहित को वर्ल्ड कप के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा है और इस बार वह चूकना नहीं चाहेंगे।
2. डेविड वॉर्नर (ऑस्ट्रेलिया)
वीरेंद्र सहवाग की एक सलाह ने टी-20 क्रिकेट को ही अपना नसीब मान चुके डेविड वॉर्नर का करियर ही बदल डाला। फर्स्ट क्लास क्रिकेट पर ध्यान देने के बाद वह एक बदले हुए बल्लेबाज़ हैं। उनके बल्ले से रन मानो बरस रहे हैं। इस सीज़न खेले गए 12 वनडे मैचों में उन्होंने 415 रन बनाए हैं, हालांकि टेस्ट में ये ओपनर ज़्यादा कामयाब रहा है, लेकिन वनडे में भी इस विस्फोटक ओपनर को कोई भी टीम हल्के में लेने की भूल नहीं कर सकती।
3. कोरी एंडरसन (न्यूजीलैंड)
साल 2014 के पहले ही दिन 36 गेंदों पर शतक बनाने वाले कोरी एंडरसन से न्यूज़ीलैंड को बड़ी उम्मीदें हैं। हालांकि इस पारी के बाद वह कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके हैं, लेकिन ये हरफनमौला खिलाड़ी अपनी ज़मीन पर विरोधियों के लिए खौफ़ से कम नहीं।
4. ग्लेन मैक्सवेल (ऑस्ट्रेलिया)
मैक्सवेल को लोग बिग शो के नाम से जानते हैं। मैक्सवेल किसी भी पोजिशन पर, किसी भी हालत में खुद को ढालकर विरोधियों को पस्त कर सकते हैं। कार्लटन ट्राई सीरीज़ के फ़ाइनल में मैक्लवेल ने अपनी काबलियत दिखाई। 95 रनों की पारी खेलने के बाद उन्होंने अपनी ऑफ़ स्पिन से चार विकेट भी झटके।
5. डी कॉक (साउथ अफ्रीका)
22 साल का ये विकेटकीपर बल्लेबाज़ विस्फोटक ओपनर हैं। 36 वनडे में 42.45 की शानदार औसत के साथ उनके नाम 6 शतक हैं। दिसबंर 2013 में उन्होंने टीम इंडिया के खिलाफ़ 1 हफ़्ते में 3 शतक बनाए थे। जानकार मानते है कि यह युवा खिलाड़ी टीम पर से चोकर के तमगे को हटाने में अहम योगदान देगा।