भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि सुरेश रैना की टी-20 बल्लेबाज के रूप में क्षमता पर सवाल नहीं खड़े किए जा सकते और वर्तमान आईसीसी विश्व टी20 में सफलता से उनका आगे के बड़े टूर्नामेंटों के लिए आत्मविश्वास बढ़ेगा।
रैना ने दो अभ्यास मैचों सहित चार मैचों में 41, 54, नाबाद 35 और नाबाद एक रन बनाया और उन्होंने इस सफलता का श्रेय गांगुली को दिया, जिन्होंने उन्हें महत्वपूर्ण टिप्स दिए।
गांगुली ने कहा, मुझे सुरेश की प्रतिभा और योग्यता पर कभी शक नहीं था। उसने छोटे प्रारूप में हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया। वह टी-20 का खतरनाक बल्लेबाज है और किसी भी विरोधी टीम के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। मुझे पूरा विश्वास है कि आईसीसी विश्व टी-20 की वर्तमान फार्म वह आगे बड़े टूर्नामेंटों में भी बरकरार रखेगा।
उन्होंने कहा, आगे चुनौतियां काफी कड़ी हैं। भारत को जुलाई-सितंबर में इंग्लैंड दौरे, ऑस्ट्रेलिया दौरे और विश्वकप में खेलना है। (मैं चाहता हूं कि उसे इन शृंखलाओं में भी सफलता मिले।
गांगुली शुरू में युवराज सिंह के मेंटर रहे हैं और उनका मानना है कि बाएं हाथ के इस बल्लेबाज की खराब फार्म को लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा, युवराज अभी केवल दो मैचों में रन नहीं बना पाया। हमें इसे बड़ा मसला नहीं बनाना चाहिए। वह भी इंसान है और मुश्किल दौर से गुजर सकता है। उसमें इससे बाहर निकलने की प्रतिभा है। मुझे कोई भी ऐसा खिलाड़ी बता दो जो शीर्ष स्तर पर 14, 15 या 16 साल खेला हो और कभी उसकी फार्म नहीं गड़बड़ाई हो। ऐसा होता ही है, क्योंकि खेलों की प्रकृति ऐसी होती है।
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