
पाकिस्तान के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) अपने बेबाक बयानों को लेकर विवादों में रह चुके हैं. कश्मीर जैसे विवादित मुद्दे पर राय को लेकर उन्हें अपने मुल्क और भारत में आलोचना का शिकार होना पड़ा था. कश्मीर (Kashmir issue) को लेकर अफरीदी का बयान एक समय हर कही चर्चा का विषय बन गया था और इसे लेकर उन्हें अपने देश में पाकिस्तान में भी लोगों की खरी-खोटी सुननी पड़ी थी. पिछले साल नवंबर में आए अफरीदी के इस बयान के बाद पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने अफरीदी सहित तमाम पाकिस्तानी क्रिकेटरों को सियासी मामलों में बयानबाजी से बचने की सलाह दे डाली थी. यह अलग बात है कि अफरीदी (Shahid Afridi) ने मियांदाद की सलाह पर अमल नहीं करते हुए फिर कश्मीर मुद्दे पर अपना राग अलापा है.
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Heartening that both @ImranKhanPTI and @realDonaldTrump discussed the Kashmir issue. For regional and world peace we need the Kashmir issue to be resolved, Kashmiris must be given their due rights. I hope India will also play a positive role.
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) July 23, 2019
अफरीदी (Shahid Afridi) ने ट्वीट करके लिखा, 'इस बात की खुशी हुई कि इमरान खान और डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की. क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए जरूरी है कि कश्मीर मसले को सुलझाया जाए. मुझे उम्मीद है कि भारत भी इसमें सकारात्मक भूमिका निभाएगा.' गौरतलब है कि अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी.
इससे पहले भी अफरीदी ने कश्मीर मुद्दे (Kashmir issue) पर अफरीदी ने नवंबर 2018 में लंदन में कथित तौर पर कहा था. 'पाकिस्तान को कश्मीर नहीं चाहिए... पाकिस्तान से खुद के चार सूबे नहीं संभल रहे.' अफरीदी ने यह बयान लंदन में ब्रिटिश संसद में छात्रों को संबोधित करते हुए दिया था. हालांकि आलोचना होने के बाद अफरीदी अपने इस बयान से 'पलटी' मार गए थे. उन्होंने कहा था कि भारतीय मीडिया ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया. इस मामले में सफाई पेश करते हुए अफरीदी ने ट्विटर पर लिखा था,‘भारतीय मीडिया ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया है. अफरीदी (Shahid Afridi) के कश्मीर मसले (Kashmir issue)पर इस बयान के बाद पाकिस्तान की सियासत में बवाल मच गया था. पाकिस्तान के कद्दावर बल्लेबाजों में शामिल रहे मियांदाद ने कराची में मीडिया से कहा था ,‘जो अफरीदी ने कहा , वह उचित नहीं था. इससे बचा जा सकता था.'उन्होंने कहा था,‘क्रिकेटरों को सियासी और अन्य संवेदनशील मसलों पर बयान देने से बचना चाहिए. उन्हें क्रिकेट पर ही फोकस करना चाहिए.अपनी आत्मकथा 'गेम चेंजर' पाकिस्तान के वरिष्ठ क्रिकेटरों पर आरोप लगाकर भी अफरीदी सुर्खियों में रह चुके हैं.
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