यह ख़बर 01 जून, 2012 को प्रकाशित हुई थी

छोटी-मोटी समस्या से आईपीएल को खराब नहीं कहा जा सकता : तेंदुलकर

खास बातें

  • आईपीएल आयोजन के दौरान भले ही छोटी-मोटी समस्या आई गई हो लेकिन वरिष्ठ बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि इससे पूरी आईपीएल प्रतियोगिता पर सवाल नहीं उठाए जा सकते।
मुंबई:

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) आयोजन के दौरान भले ही छोटी-मोटी समस्या आई गई हो लेकिन वरिष्ठ बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि इससे पूरी आईपीएल प्रतियोगिता पर सवाल नहीं उठाए जा सकते।

बीसीसीआई की इस महत्वपूर्ण प्रतियोगिता में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर इस महान क्रिकेटर ने कहा,‘‘ मुझे लगता है कि किसी भी संगठन में कुछ ने कुछ समस्या उठती ही है लेकिन इससे पूरा संगठन खराब नहीं हो जाता।’’ चार जून को राज्यसभा के सदस्य बनने जा रहे तेंदुलकर ने युवा खिलाड़ियों को सलाह दी कि वे सही मिसाल कायम करने वाले लोगों का अनुकरण करें और उनके अच्छे गुणों को अपनाने का प्रयास करें।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं यह जरूर कहना चाहूंगा कि यह (स्पॉट फिक्सिंग) कोई अच्छा उदाहरण नहीं है। मेरी सलाह होगी कि उचित मिसाल कामय करने वालों का अनुसरण करें।’’ सचिन तेंदुलकर ‘कोका कोला-एनडीटीवी सपोर्ट माई स्कूल’ नामक अभियान पर आयोजित समारोह के अवसर बोल रहे थे।

गौरतलब है कि टीवी के एक स्टिंग आपरेशन के बाद आईपीएल के पांच क्रिकेटरों पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगे थे जिनको निलंबित कर दिया गया था और अभी मामले की जांच चल रही है।

शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए तेंदुलकर ने कहा कि स्कूलों में ढांचागत सुविधाओं का होना बहुत जरूरी है और खासकर लडकियों को शिक्षा दिलाने में अपना समर्थन देना बहुत जरूरी है। तेंदुलकर ने कहा, ‘‘स्कूल के दिनों में आपकी जिंदगी आकार लेना शुरू करती है और यहीं से इंसान प्रगति करना शुरू करता है। अगर हम मूलभूत सुविधाएं मुहैया करा दें तो मुझे लगता है कि लड़कियां स्कूल छोड़ने के बजाय इसमें जाना शुरू कर देंगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘महिला परिवार की रीढ़ होती है और लड़की पढ़ी-लिखी होगी तो परिवार का भविष्य भी बदल जाएगा।’’

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यह पूछने पर कि राज्यसभा के सदस्य बनने के बाद वे अपने शिक्षा के अभियान और आगे बढ़ाएंगे , तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैं राज्यसभा का सदस्य बनने से पहले ही अनेक संस्थाओं से जुड़ा हुआ हूं मुझे नहीं लगता कि इस तरह के कार्यक्रम (शिक्षा को बढ़ावा) के लिए किसी बड़े मंच की जरूरत है।’’ अपने स्कूली दिनों की याद करते हुए तेंदुलकर ने कहा, ‘‘मैं अपने स्कूल के दिनों को याद करता हूं जब हम सब साथ-साथ खेलते थे और सब मिलकर आजाद मैदान क्रॉस मैदान और शिवाजी मैदान जाते थे और वहां खेलते और मजे करते थे।