पूर्व बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का मानना है कि टीम इंडिया के सहयोगी स्टाफ के साथ छेड़छाड़ करना व्यवहारिक विकल्प नहीं है और नव नियुक्त टीम निदेशक रवि शास्त्री और कोच डंकन फ्लेचर को 2015 वर्ल्ड कप तक बरकरार रहना चाहिए।
टेस्ट शृंखला में इंग्लैंड से भारत को मिली 1-3 की करारी शिकस्त के बाद सहयोगी स्टाफ में आमूल चूल बदलाव किया गया। शास्त्री को इसमें टीम निदेशक बनाया गया तो पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज भरत अरूण, पूर्व भारतीय ऑल राउंडर संजय बांगड़ और आर श्रीधर को भी गेंदबाजी कोच जो डावेस और क्षेत्ररक्षण सलाहकार ट्रेवर पेनी की जगह जिम्मेदारी सौंपी गयी।
लक्ष्मण ने कहा कि मौजूदा कोचिंग इकाई के साथ बने रहना चाहिए।
कई वर्षों तक भारतीय टेस्ट टीम के मध्यक्रम की रीढ़ रहे लक्ष्मण ने कहा, मैं उम्मीद कर रहा हूं कि बीसीसीआई वर्ल्ड कप तक इस सहयोगी स्टाफ के साथ अडिग रहेगा, जो हमारे पास वनडे के लिए है। यह टूर्नामेंट केवल छह महीने दूर है इसलिए बाहर करने और बदलाव करने का समय नहीं है।
उन्होंने कहा, मैंने 2007 में रवि शास्त्री के साथ काम किया था, जब हमने बांग्लादेश का दौरा किया था और वह काफी पॉजीटिव व्यक्ति हैं, उन्हें खेल की अपार जानकारी है, वह मुंबई के लिए शानदार नेतृत्वकर्ता रहे थे और उन्होंने भारत की एक टेस्ट में कप्तानी की थी जिसमें भारत ने शानदार जीत दर्ज की थी। डंकन फ्लेचर को बतौर मुख्य कोच विश्व कप तक बने रहना चाहिए।
लक्ष्मण ने कहा, मैं खुश हूं कि भरत अरुण और आर श्रीधर को उच्च स्तर पर कोचिंग करने का मौका मिला, क्योंकि उनका भारत (ए) और अंडर-19 स्तर पर बढ़िया रिकॉर्ड है। संजय बांगड़ ने हाल में किंग्स इलेवन पंजाब को सफलता दिलाई। इस हैदराबादी बल्लेबाज की राय थी कि रोहित शर्मा को अगले साल होने वाले 50 ओवर के विश्व कप में टीम के खिताब के बचाव के दौरान पारी का आगाज करना चाहिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के हालात उनके काफी अनुकूल हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में एक पचासा बनाने के बाद रोहित को अंगुली की चोट के कारण बाहर कर दिया था और अंजिक्य रहाणे को सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतारा गया था जिन्होंने मौके का पूरा फायदा उठाते हुए चौथे वनडे में एक शतक जड़ा।
हालांकि लक्ष्मण नेक कहा कि रोहित पारी का आगाज करने के लिए सही व्यक्ति हैं और उन्हें कायम रखना चाहिए।
इस स्टाइलिश बल्लेबाज ने कहा, ऑस्ट्रेलिया के विकेट उनके (रोहित) मुफिद होंगे। 2007 में उसके लिए वनडे शृंखला सफल रही थी, जब वह युवा और गैर अनुभवी था। उसकी बल्लेबाजी की शैली ऑस्ट्रेलियाई हालात के अनुकूल है इसलिए मैं निश्चित रूप से रोहित का समर्थन करूंगा और रहाणे को ‘बैक अप’ के तौर पर रखूंगा, लेकिन उसे मध्यक्रम में खिलाऊंगा।
लक्ष्मण का मानना है कि भारत को अपने सीमित ओवर के प्रदर्शन में सुधार के लिए दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर फोकस करने की जरूरत है, एक तो अंतिम ओवरों में गेंदबाजी और दूसरा सलामी जोड़ी। हैदराबाद के इस 39 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, ट्वेंटी20 मैच में उन्होंने अंतिम तीन ओवरों में 50 रन दे दिए, जो काफी हैं इसलिए मुझे लगता है कि ये दो मुद्दे एक समस्या है। और साथ ही भारत अपनी बल्लेबाजी जिस तरह से शुरू करेगा, वह महत्वपूर्ण होगी क्योंकि दो नई गेंदें और हालात तेज गेंदबजों के मुफीद होंगे।
उन्होंने कहा, भारत भाग्यशाली है कि वह विश्व कप से पहले एक त्रिकोणीय शृंखला खेल रहा है और वह भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी सरजमीं पर। यह खिलाड़ियों के लिए परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाने का अच्छा अनुभव होगा। लक्ष्मण ने सुरेश रैना की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा, वह काफी अहम खिलाड़ी है, क्योंकि वह केवल अच्छा बल्लेबाज ही नहीं है, बल्कि बेहतरीन क्षेत्ररक्षक है जो मैदान पर पूरी टीम का उत्साह बढ़ाता है। वह उपयोगी गेंदबाज भी है, जिसमें महत्वपूर्ण क्षणों में विकेट चटकाने की काबिलियत है। उन्होंने आलोचनाओं में घिरे विराट कोहली का भी समर्थन किया जो खराब दौर से गुजर रहे हैं।
लक्ष्मण ने कहा, यह अच्छा है कि उसे वेस्टइंडीज के खिलाफ शृंखला से पहले ब्रेक मिल गया, वह चैम्पियंस लीग का भी हिस्सा नहीं है। और यह समय उसे बताएगा कि क्या हुआ और वह मजबूत वापसी करेगा। उन्होंने कहा, वह काफी कड़ी मेहनत करने वाला युवा क्रिकेटर है और मुझे पूरा भरोसा है कि वह वापसी करेगा। यह सिर्फ समय की बात है, वह फिर से वैसे ही रन बनाना शुरू कर देगा, जैसा वह पिछले कुछ वर्षों में करता था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं