रवि शास्त्री और एमएस धोनी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: लगातार दो हार के बाद टीम इंडिया और कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी दबाव में हैं। वनडे सीरीज़ के पहले कोलकाता में जीत ज़रूरी है। इसके लिए तीसरे T20 के प्लेइंग इलेवन में बदलाव की ज़रूरत भी है।
अंबाती रायडू की जगह अजिंक्य रहाणे और अक्षर पटेल की जगह अमित मिश्रा को टीम में जगह मिलनी चाहिए। रहाणे और अमित मिश्रा को मौक़ा नहीं दिए जाने से धोनी पहले से ही आलोचकों के निशाने पर हैं।
रविचद्रन अश्विन ने दोनों बार खतरनाक एबी डिविलियर्स को आउट तो किया, लेकिन टीम फ़ायदा नहीं उठा पाई। 'हां, हम सीरीज़ हार चुके हैं। हमने अच्छा नहीं खेला। ईडन गार्डन हमारे लिए हमेशा खास रहा है। यहां जीत हमारे लिए खास रहेगी। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।, मैच के एक दिन पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस में यह कहना था स्पिनर हरभजन सिंह का।
ईडन गार्डन्स की पिच पर स्पिनर्स को फ़ायदा मिलने की उम्मीद की जा रही है। पिच क्यूरेटर ईडन गार्डन्स पर अच्छे विकेट का वादा कर रहे हैं। क्यूरेटर प्रबीर मुखजी कहते हैं, 'मौसम पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। हमने अच्छी विकेट बनाने की कोशिश की है। धर्मशाला और कोलकाता में बहुत अंतर है।'
वहीं दो जीत के बाद प्रोटियाज़ क्लीन स्वीप की तैयारी में हैं। मैच के एक दिन पहले ऑप्शनल प्रैक्टिश सेशन के कारण कुछ ही खिलाड़ी अभ्यास के लिए आए। इससे टीम के आत्मविश्वास का अंदाजा लगाया जा सकता है।
दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ डेविड मिलर का कहना है, 'ये हमारे लिए भी खास मैदान है। इससे कई ऐतिहासिक यादें जुड़ी हुई हैं। हर खिलाड़ी यहां अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता है। उनमें मैं भी शामिल हूं। मैं हमेशा भारत और खासकर कोलकाता में शानदार प्रदर्शन करना चाहता हूं।'
शायद आईपीएल में खेलने का ज़्यादा फ़ायदा विदेशी खिलाड़ियों को हुआ है। कोलकाता में धोनी और उनकी टीम पर इस बात को झुठलाने की चुनौती होगी। कोलकाता में हार 34 साल के महेन्द्र सिंह धोनी के करियर पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगा सकती है।