यह ख़बर 18 दिसंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

खिलाड़ियों को भारत में स्वतंत्रता देनी चाहिए : अकरम

खास बातें

  • पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और राष्ट्रीय टीम प्रबंधन को सलाह दी है कि भारत के दौरे के दौरान खिलाड़ियों से स्कूली बच्चों जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए।
कराची:

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और राष्ट्रीय टीम प्रबंधन को सलाह दी है कि भारत के दौरे के दौरान खिलाड़ियों से स्कूली बच्चों जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए।

पाकिस्तान टीम के मैनेजर नावेद चीमा द्वारा की गई टिप्पणी पर प्रतिक्रिया करते हुए अकरम ने मंगलवार को कहा कि अगर उन्हें ऐसा महसूस कराया जाएगा कि वे भारत में जेल में हैं तो इससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ेगा।

चीमा ने कहा था कि खिलाड़ियों को भारत में स्वतंत्र होकर घूमने और निजी पार्टियों या कार्यक्रमों में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

अकरम ने कहा, ‘‘मैं इससे सहमत नहीं हूं। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को स्वतंत्रता देनी चाहिए। अगर वे रिलैक्स रहेंगे तो वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण और मीडिया के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चीजें बदल गई हैं लेकिन फिर भी खिलाड़ियों को जिम्मेदारी देनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि पीसीबी को खिलाड़ियों को और जिम्मेदारी देनी चाहिए।

अकरम ने कहा, ‘‘भारत में पाकिस्तानी खिलाड़ी लोकप्रिय हैं और यह भारत का दौरा करने का अच्छा अनुभव है। मैं कई बार राष्ट्रीय टीम के साथ वहां जा चुका हूं। मैं कहूंगा कि इसे खिलाड़ियों के लिए जेल मत बनाओ।’’

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उन्होंने भारत के इंग्लैंड में टेस्ट शृंखला गंवाने के बाद इस बात को भी खारिज किया कि पाकिस्तान आगामी टी-20 और वनडे शृंखला में प्रबल दावेदार है। अकरम ने कहा, ‘‘टेस्ट खेलना थोड़ा अलग है और भारतीय टीम सीमित ओवरों के मैचों में अलग टीम होगी।’’