नजम सेठी (फाइल फोटो)
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने ऐलान किया है कि 7 मार्च को लाहौर में पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का फ़ाइनल खेला जाएगा. पीसीबी ने अपनी ओर से ऐलान तो कर दिया लेकिन अब भी इसमें कई अड़चनें हैं. वहीं दूसरी तरफ़ फ़ेडरेशन ऑफ़ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एफ़आईसीए) ने पाकिस्तान में अब भी खिलाड़ियों की जान का ख़तरा बताया है.
पीसीबी ने देश में क्रिकेट की वापसी के लिए कदम तो उठा लिया है लेकिन अब वह एक-एक कदम संभाल कर उठा रही है. ख़बरों के मुताबिक, बोर्ड सभी विदेशी खिलाड़ियों को पाकिस्तान में खेलने के लिए तैयार कर ही है, अगर कोई विदेशी खिलाड़ी आने से मना करे तो उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को तुरंत तैयार करना है. पीसीबी के एक अधिकारी के मुताबिक, 'अगर कोई खिलाड़ी पाकिस्तान सुरक्षा वजहों से नहीं आता तो एक नया ड्रार्फ़्ट तैयार रखा जाएगा जिसमें पाकिस्तान आने वाले खिलाड़ियों के नाम होंगे.' उधर, पीसीबी के नजम सेठी ने कहा, 'पाकिस्तान नहीं आने की सूरत में विदेशी खिलाड़ियों की जगह घरेलू खिलाड़ियों को दी जाएगी.'
एफ़आईसीए के चेयरमैन टोनी आइरिश के मुताबिक पाकिस्तान में अब भी विदेशी खिलाड़ियों को ख़तरा है. उनके मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों को सुरक्षा को देखते हुए पाकिस्तान नहीं जाना चाहिए. पाकिस्तान में क्रिकेट खिलाड़ियों का कोई संघ नहीं है, ऐसे में एफ़आईसीए का रोल पाकिस्तान से जुड़े मामले में कम हो जाता है. हालांकि एफ़आईसीए दुनिया के कई देशों के खिलाड़ी जुड़े हुए हैं और सुरक्षा मामलों पर एफ़आईसीए से राय मांगते हैं.
एफ़आईसीए के मुताबिक T20 लीग में खिलाड़ी निजी तौर पर खेलते हैं और पाकिस्तान में खेलना उनका फ़ैसला होगा, वे बस सुरक्षा के इंतज़ामों पर राय दे सकते हैं. पीसीबी ने खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ़ बस के अलावा सुरक्षा के कई इंतज़ाम किए हैं. बोर्ड ने वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट टीम को भी पाकिस्तान में खेलने का न्यौता दिया है.
पीसीबी ने देश में क्रिकेट की वापसी के लिए कदम तो उठा लिया है लेकिन अब वह एक-एक कदम संभाल कर उठा रही है. ख़बरों के मुताबिक, बोर्ड सभी विदेशी खिलाड़ियों को पाकिस्तान में खेलने के लिए तैयार कर ही है, अगर कोई विदेशी खिलाड़ी आने से मना करे तो उसकी जगह दूसरे खिलाड़ी को तुरंत तैयार करना है. पीसीबी के एक अधिकारी के मुताबिक, 'अगर कोई खिलाड़ी पाकिस्तान सुरक्षा वजहों से नहीं आता तो एक नया ड्रार्फ़्ट तैयार रखा जाएगा जिसमें पाकिस्तान आने वाले खिलाड़ियों के नाम होंगे.' उधर, पीसीबी के नजम सेठी ने कहा, 'पाकिस्तान नहीं आने की सूरत में विदेशी खिलाड़ियों की जगह घरेलू खिलाड़ियों को दी जाएगी.'
एफ़आईसीए के चेयरमैन टोनी आइरिश के मुताबिक पाकिस्तान में अब भी विदेशी खिलाड़ियों को ख़तरा है. उनके मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटरों को सुरक्षा को देखते हुए पाकिस्तान नहीं जाना चाहिए. पाकिस्तान में क्रिकेट खिलाड़ियों का कोई संघ नहीं है, ऐसे में एफ़आईसीए का रोल पाकिस्तान से जुड़े मामले में कम हो जाता है. हालांकि एफ़आईसीए दुनिया के कई देशों के खिलाड़ी जुड़े हुए हैं और सुरक्षा मामलों पर एफ़आईसीए से राय मांगते हैं.
एफ़आईसीए के मुताबिक T20 लीग में खिलाड़ी निजी तौर पर खेलते हैं और पाकिस्तान में खेलना उनका फ़ैसला होगा, वे बस सुरक्षा के इंतज़ामों पर राय दे सकते हैं. पीसीबी ने खिलाड़ियों की सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ़ बस के अलावा सुरक्षा के कई इंतज़ाम किए हैं. बोर्ड ने वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट टीम को भी पाकिस्तान में खेलने का न्यौता दिया है.