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This Article is From Sep 08, 2016

बर्थडे स्पेशल : 140 किमी की तेजी वाला भारतीय गेंदबाज, जो कुछ माह में ही यूं बन गया करोड़पति!

बर्थडे स्पेशल : 140 किमी की तेजी वाला भारतीय गेंदबाज, जो कुछ माह में ही यूं बन गया करोड़पति!
नाथू सिंह की तेज गेंदबाजी के मुरीदों में ऑस्ट्रलिया के मैक्ग्रा भी शामिल हैं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: अपनी गति से चयनकर्ताओं की निगाहों का केंद्र बने तेज गेंदबाज नाथू सिंह ने हाल ही में दलीप ट्रॉफी के डे-नाइट मुकाबले में पिंक बॉल से दो मैचों में 8 विकेट झटके हैं. 140 किमी से भी अधिक की रफ्तार का धनी यह गेंदबाज भारत की तेज गेंदबाजी में एक नई उम्मीद बनकर उभरा  है. राजस्थान के इस क्रिकेटर का आज जन्मदिन (08 सितंबर 1995) है और वह 21 साल के हो गए हैं. पिछले ही साल रणजी में पदार्पण करने वाले नाथू की प्रतिभा के मुरीदों में सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सीनियर टीम के मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल और ऑस्ट्रेलिया के महान गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा भी शामिल हैं. वैसे तो नाथू सिंह अपनी तेजी के कारण थोड़ी-बहुत चर्चा में पहले से ही थे, लेकिन उन्हें वास्तविक पहचान फरवरी, 2016 में मिली, जब वह करोड़पति हो गए. आइए जानते हैं नाथू के अब तक के सफर, परिवार और करोड़पति बनने के बारे में-

10 लाख बेस प्राइस, लगी 3.2 करोड़ की बोली
नाथू सिंह पर आईपीएल के सीजन 9 के लिए फरवरी, 2016 में लगी बोली ने चर्चा में ला दिया. उनका बेस प्राइस 10 लाख था, जो कमतर था, लेकिन उन पर जब बोली लगनी शुरू हुई, तो सुनने वाले दंग रह गए. टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी की आईपीएल टीम पुणे सुपरजायंट्स, दिल्ली डेयरडेविल्स और मुंबई इंडियन्स के बीच उन्हें लेने की होड़ मची. अंत में नीता अंबानी की फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन्स ने उन्हें 3.2 करोड़ रुपए में खरीद लिया. उन्हें लेने में सचिन तेंदुलकर की सलाह का खास प्रभाव रहा, क्योंकि सचिन उनसे काफी प्रभावित हैं.
 

गरीब परिवार से
नाथू सिंह का परिवार गरीब है और उनके पिता की कमाई बेहद कम है, जिससे घर का खर्च चलाना ही मुश्किल होता है. फिर भी उनके पिता ने नाथू के शौक को पूरा करने के लिए जैसे-तैसे उन्हें राजस्थान की एक क्रिकेट एकेडमी में दाखिल करवा दिया. प्रतिभाशाली नाथू ने पिता की उम्मीदों को पूरा करते हुए जल्द ही तेज गेंदबाजी में कापी सुधार किया और खुद को साथियों के बीच स्थापित कर लिया. एकेडमी ने भी उनकी प्रतिभा को देखते हुए पूरा सहयोग दिया और धीरे-धीरे करके अंडर-19 टीम में ले लिए गए और पिछले ही साल अक्टूबर में राजस्थान की रणजी टीम में भी जगह बना ली. वह प्रदेश की रणजी टीम का हिस्सा बन गए.

संदीप पाटिल को दिखा स्पार्क
राजस्थान की ओर से खेलने वाले नाथू ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अक्टूबर, 2015 में दिल्ली के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबले से पदार्पण किया था और पहले ही मुकाबले में जबर्दस्त बॉलिंग करते हुए 87 रन देकर 7 विकेट चटकाए थे, जिसमें गौतम गंभीर जैसे इंटरनेशनल क्रिकेटर का विकेट भी शामिल था. उनकी बॉलिंग से प्रभावित होकर मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटील ने अक्टूबर 2015 में भारत आई साउथ अफ्रीका टीम के खिलाफ बोर्ड प्रेसिडेंट XI टीम में चुना था. पाटिल ने इस पर कहा था कि नाथू में उन्हें काफी स्पार्क दिखा है, इसलिए उसे मौका देना चाहते हैं.
 

मैक्ग्रा ने कहा, रफ्तार से समझौता न करें
140 किमी प्रति घंटे की गति से बॉलिंग करने वाला यह खिलाड़ी लगातार इसी स्पीड से बॉलिंग करने पर ध्यान दे रहा है. एमआरएफ पेस फाउंडेशन के मुख्य कोच और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्ग्रा भी उनके प्रशंसक हैं. दरअसल एमआरएफ पेस एकेडमी में नाथू को ग्लेन मैक्ग्रा के अंडर भी ट्रेनिंग करने का मौका मिला था. उन्होंने मैक्ग्रा को अपनी तेज बॉलिंग से इतना प्रभावित किया कि मैक्ग्रा ने उन्हें भारतीय तेज गेंदबाजी का भविष्य करार दिया, नाथू के अनुसार मैक्गा ने उन्हें सलाह दी है कि उन्हें कभी तेजी से समझौता नहीं करना चाहिए.

रिकॉर्ड पर एक नजर
नाथू सिंह ने अब तक 8 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिनमें 20 विकेट झटके हैं, जिसमें उनका बेस्ट 87 रन देकर 7 विकेट है, जो उन्होंने अपने पहले ही मैच में लिए थे. लिस्ट-ए मैचों की बात करें, तो उन्होंने 9 मैचों में 14 विकेट लिए हैं, इसमें उनका बेस्ट 42 रन पर 4 विकेट है. टी-20 में उनको 11 मैचों में 21 विकेट मिले हैं और बेस्ट 13 रन देकर 4 विकेट है, जो छोटे फॉर्मेट के लिहाज से काफी बेहतर है.

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