सुनील गावस्कर ने कहा है कि टीम इंडिया को विदेशी सरजमीं पर भी ऐसा प्रदर्शन दोहराना चाहिए (फाइल फोटो)
धर्मशाला टेस्ट में शानदार जीत हासिल कर टीम इंडिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया है. पुणे का पहला टेस्ट हारने के बाद टीम इंडिया ने बेंगलुरू और धर्मशाला टेस्ट जीतते हुए 2-1 के अंतर से सीरीज अपने नाम की. रांची में हुआ सीरीज का तीसरा टेस्ट ड्रॉ समाप्त हुआ था. वैसे तो सीरीज में ऑस्ट्रेलिया और भारतीय टीम के बीच जोरदार संघर्ष हुआ लेकिन ऑन फील्ड दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच बहस के कारण सीरीज में कड़वाहट भी दिखी. सीरीज समाप्त होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ ने मैदान पर अपने व्यवहार को लेकर माफी मांगी. धर्मशाला टेस्ट के बाद स्मिथ ने कहा, 'मैं टीम के लिए वाकई कुछ अच्छा करना चाहता था. इस प्रयास में मैंने इस सीरीज़ में कई बार अपनी भावनाओं को बहने दिया, मैं इसके लिये माफी मांगता हूं.'
स्टीव स्मिथ की गलती स्वीकार करने की इस भावना की टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने सराहना की है. 'सनी' ने NDTV से बातचीत में कहा कि स्टीव स्मिथ ने गलती करने की बात को स्वीकार करके खुद के बड़ा आदमी होने का परिचय दिया है. इस स्वीकारोक्ति से मेरे मन में उनके प्रति सम्मान और बढ़ गया है. ऑस्ट्रलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली जीत की तारीफ करते हुए गावस्कर ने मंगलवार को कहा कि अब भारतीय टीम को विदेशी सरजमीं पर भी यह प्रदर्शन दोहराना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर भारतीय क्रिकेटर विदेशी हालात में जीतना चाहता है क्योंकि इसका संतोष ही अलग होता है. गावस्कर ने कहा कि हम हमेशा से विदेश में जीतना चाहते हैं और अपने खिलाड़ियों के लिए भी यही चुनौती रखते हैं. घरेलू हालात से हम वाकिफ है और अपनी धरती पर अच्छा खेलना बढिया है क्योंकि यही अपेक्षा की जाती है. विदेश में जीतने का अलग ही संतोष है. अलग हालात में जीतने से बड़ी खुशी मिलती है. ’ टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि अनिल कुंबले के कोच रहते हमारी टीम सही राह पर जा रही है. कुंबले के पास न सिर्फ अपार अनुभव है बल्कि वह आक्रामक गेंदबाज भी रहे हैं. उनके पास तेज गेंदबाज वाले तेवर हैं और वही तेवर गेंदबाजों ने भी दिखाए.
उमेश यादव के प्रदर्शन को सराहा
गावस्कर ने कहा कि उमेश यादव का प्रदर्शन बेहतरीन रहा. उमेश ने 13 में से 12 मैच खेले और उनमें काफी आक्रामक तेवर दिखाए. आपके पास ईशांत शर्मा हैं, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार हैं. भविष्य में आप रोटेशन कर सकते हैं.’ गावस्कर ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा,‘विराट कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से हैं और उनके बिना उतरकर भी पांच गेंदबाजों और पांच बल्लेबाजों के साथ खेलना बेहतरीन है. रहाणे ने हालात का बखूबी सामना किया और दिखा दिया कि उसके पास खेल की कितनी समझ है.’ गावस्कर ने चेतेश्वर पुजारा और केएल राहुल की भी तारीफ की. उन्होंने कहा,‘कई लोग चेतेश्वर पुजारा के योगदान को समझ नहीं पाते. वह एक छोर संभालकर दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को हौसला देते हैं. उनके पास क्रिकेट के सारे शॉट्स हैं और जरूरत के मुताबिक वह उन्हें खेलते हैं.’ उन्होंने कहा,‘पांच दिन के खेल में क्रीज पर डटे रहना जरूरी है. भारतीय ड्रेसिंग रूम को पता है कि वह कितना बड़ा खिलाड़ी है. गावस्कर ने कहा कि राहुल द्रविड़ को ‘वॉल’ कहा जाता था लेकिन मैं पुजारा को ‘दीवार’ कहूंगा.’
स्टीव स्मिथ की गलती स्वीकार करने की इस भावना की टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने सराहना की है. 'सनी' ने NDTV से बातचीत में कहा कि स्टीव स्मिथ ने गलती करने की बात को स्वीकार करके खुद के बड़ा आदमी होने का परिचय दिया है. इस स्वीकारोक्ति से मेरे मन में उनके प्रति सम्मान और बढ़ गया है. ऑस्ट्रलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में मिली जीत की तारीफ करते हुए गावस्कर ने मंगलवार को कहा कि अब भारतीय टीम को विदेशी सरजमीं पर भी यह प्रदर्शन दोहराना चाहिए. उन्होंने कहा कि हर भारतीय क्रिकेटर विदेशी हालात में जीतना चाहता है क्योंकि इसका संतोष ही अलग होता है. गावस्कर ने कहा कि हम हमेशा से विदेश में जीतना चाहते हैं और अपने खिलाड़ियों के लिए भी यही चुनौती रखते हैं. घरेलू हालात से हम वाकिफ है और अपनी धरती पर अच्छा खेलना बढिया है क्योंकि यही अपेक्षा की जाती है. विदेश में जीतने का अलग ही संतोष है. अलग हालात में जीतने से बड़ी खुशी मिलती है. ’ टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने कहा कि अनिल कुंबले के कोच रहते हमारी टीम सही राह पर जा रही है. कुंबले के पास न सिर्फ अपार अनुभव है बल्कि वह आक्रामक गेंदबाज भी रहे हैं. उनके पास तेज गेंदबाज वाले तेवर हैं और वही तेवर गेंदबाजों ने भी दिखाए.
उमेश यादव के प्रदर्शन को सराहा
गावस्कर ने कहा कि उमेश यादव का प्रदर्शन बेहतरीन रहा. उमेश ने 13 में से 12 मैच खेले और उनमें काफी आक्रामक तेवर दिखाए. आपके पास ईशांत शर्मा हैं, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार हैं. भविष्य में आप रोटेशन कर सकते हैं.’ गावस्कर ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी की तारीफ करते हुए कहा,‘विराट कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से हैं और उनके बिना उतरकर भी पांच गेंदबाजों और पांच बल्लेबाजों के साथ खेलना बेहतरीन है. रहाणे ने हालात का बखूबी सामना किया और दिखा दिया कि उसके पास खेल की कितनी समझ है.’ गावस्कर ने चेतेश्वर पुजारा और केएल राहुल की भी तारीफ की. उन्होंने कहा,‘कई लोग चेतेश्वर पुजारा के योगदान को समझ नहीं पाते. वह एक छोर संभालकर दूसरे छोर पर खड़े बल्लेबाज को हौसला देते हैं. उनके पास क्रिकेट के सारे शॉट्स हैं और जरूरत के मुताबिक वह उन्हें खेलते हैं.’ उन्होंने कहा,‘पांच दिन के खेल में क्रीज पर डटे रहना जरूरी है. भारतीय ड्रेसिंग रूम को पता है कि वह कितना बड़ा खिलाड़ी है. गावस्कर ने कहा कि राहुल द्रविड़ को ‘वॉल’ कहा जाता था लेकिन मैं पुजारा को ‘दीवार’ कहूंगा.’
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